शहरी सरकार में घमासान, परस्पर परिवाद पेश, निगम कर्मचारी बेमियादी हड़ताल पर
सहवृत्त पार्षदों ने की ‘अभद्रता’, डिप्टी मेयर ने की ‘तू-तड़ाक’
नगर निगम में शुक्रवार को डिप्टी मेयर पारस सिंघवी और सहवृत्त छह पार्षदों में ऐसा घमासान मचा कि दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ सूरजपोल थाने में परिवाद पेश कर दिए। उधर, निगम के अधिकारी-कर्मचारी बेमियादी कार्य बहिष्कार पर चले गए हैं।
उदयपुर। नगर निगम में शुक्रवार को डिप्टी मेयर पारस सिंघवी और सहवृत्त छह पार्षदों में ऐसा घमासान मचा कि दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ सूरजपोल थाने में परिवाद पेश कर दिए। उधर, निगम के अधिकारी-कर्मचारी बेमियादी कार्य बहिष्कार पर चले गए हैं। घटनाक्रम के अनुसार शुक्रवार दोपहर 1 बजे निगम के छह सहवृत्त पार्षद बतूल हबीब, अजय पोरवाल, गणेश शर्मा, गिरीश भारती, रविंद्रपाल सिंह कप्पू, मदन बाबरवाल एटीपी शुचिता कोठारी के कक्ष में पहुंचे और पट्टा वितरण में देरी के आरोप लगाए। मौके पर पहुंचे डिप्टी मेयर और पार्षद दल आपस में उलझ पड़े। ऐसे में बात जान से मारने और तू-तड़ाक तक जा पहुंची। इसके बाद निगम के अधिकारी-कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर दिया तथा मांग रखी कि जब तक इन सहवृत्त पार्षदोंं के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होती है तब तक बेमियादी कार्य बहिष्कार जारी रहेगा। दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ परिवाद पेश कर दिया है। अनुसंधान के बाद मामला दर्ज किया जाएगा।
सहवृत्त पार्षदों का आरोप
- विभिन्न वार्डों में पट्टा वितरण को लेकर बेवजह देरी की जा रही है। अधिकारियों से संपर्क करने पर टालमटोली की जा रही है।
- एटीपी शुचिता कोठारी से मिलने गए तो उन्होंने बिना बात किए ही कक्ष से बाहर निकल जाने को कहा।
- सहवृत्त पार्षद होने की जानकारी दी तब भी हमारे साथ बदतमीजी करते हुए कहा कि तुम कहीं के भी पार्षद होंगे बाहर निकलो।
- मौके पर पहुंचे डिप्टी मेयर सिंघवी ने सहवृत्त पार्षद रविंद्रपाल से कहा कि तेरे सीने में गोलियां उतार दूंगा।
- सिंघवी ने उपस्थित अन्य पार्षदों को तू-तड़ाक करते हुए किसे अपराधी तो किसे भूमाफिया की संज्ञा दे दी।
- 272 भूखंड प्रकरण को लाने वाले सहवृत्त पार्षद अजय पोरवाल को बेईमान कहा तथा अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल किया।
डिप्टी मेयर के आरोप
- शुक्रवार दोपहर 1 बजे एटीपी कोठारी ने फोन कर रोते हुए बताया कि सहवृत्त पार्षद अभद्रता कर रहे हैं। बेवजह गुंडागर्दी कर रहे हैं और कांच फोड़ रहे हैं।
- कमिश्नर हिम्मतसिंह बारहठ को साथ लेकर गया तो एटीपी ने फूट-फूट कर रोते हुए आपबीती बताई।
- कमिश्नर बारहठ ने कहा कि पहले भी महिला अधिकारी नीलम वर्मा के साथ अभद्रता करते रहे हैं सहवृत्त पार्षद।
- ऐसे में सभी सहवृत्त पार्षदों ने गाली-गलौच करना शुरू कर दिया। समझाइश की, लेकिन उल्टा हमें ही गालियां देने लगे।
- घटनाक्रम के पंद्रह मिनट बाद ही सूरजपोल थाने चले गए और मेरे खिलाफ परिवाद पेश कर दिया।
- निगम से निकले हुए मेरे ड्राइवर को जातिगत गालियां देकर गए। जिसके खिलाफ भी मामला दर्ज करवाया गया है।
प्रशासन से प्रदेश सरकार तक शिकायत
भाजपा : घटनाक्रम के बाद निगम के भाजपा पार्षदों ने जिला प्रशासन में इन सहवृत्त पार्षदों के खिलाफ ज्ञापन सौंपा। कलक्टर और एसपी की अनुपस्थिति के कारण ज्ञापन एडीएम सिटी को सौंपाकर सभी छह सहवृत्त पार्षदों को तुरंत प्रभाव से गिरफ्तार करने की मांग की गई। उधर, मेयर जीएस टांक ने भी परिवाद की प्रति नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया को भेजी है। जिसमें उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से इस संबंध में चर्चा करें तथा इन सहवृत्त पार्षदों को पदमुक्त करने या इनके खिलाफ कार्रवाई को लेकर मार्गदर्शन मांगा है।
कांग्रेस : मामले में लिप्त सभी सहवृत्त पार्षदों ने जिला प्रभारी मंत्री रामलाल जाट से संपर्क साधा है। इसके चलते तय किया गया है कि शनिवार को कांग्रेस का पार्षद दल भीलवाड़ा कूच करेगा। जहां घटनाक्रम को लेकर चर्चा की जाएगी।
सब मंजूर पर सीसीटीवी जांच लो
सहवृत्त पार्षद अजय पोरवाल ने कहा कि वास्तविक स्थिति क्या रही है, इसका खुलासा सीसीटीवी से हो सकता है। निगम प्रबंधन, जिला प्रशासन या पुलिस विभाग चाहे तो सीसीटीवी कैमरे खंगाल लें। उसके बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। इसके बाद जो भी कार्रवाई हो स्वीकार है।
इनका कहना है..
मार्गदर्शन लेकर करेंगे कार्रवाई
निगम में जो घटनाक्रम हुआ है, वो अनुशासनहीनता और महिला अधिकारी के साथ गंभीर मामला है। महिला अधिकारी के साथ ऐसी अभद्रता कि वह इतना रोई कि बोल भी नहीं पाई। ऐसे में मुख्यमंत्री से मार्गदर्शन लेकर इन सहवृत्त पार्षदों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उधर, निगम के कर्मचारी भी अड़े हैं कि जब तक इन सहवृत्त पार्षदों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है तब तक बेमियादी कार्य बहिष्कार जारी रहेगा।
- जीएस टांक, मेयर
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