बारां में सीएनजी से रोडवेज बस का ट्रायल, पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरुआती चरण में एक बस की तैयार
पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए राजस्थान राज्य परिवहन रोडवेज इलेक्ट्रिक बसों के बाद अब रोडवेज की पुरानी बसों को सीएनजी में बदल कर चलाएगा। पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरुआती चरण में प्रदेश में अभी सिर्फ एक बस को तैयार किया है। यह बस राजस्थान के बारां डिपो की ओर से गुरुवार को बारां-नाहरगढ़ रूट पर चलाई गई।
बारां। पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए राजस्थान राज्य परिवहन रोडवेज इलेक्ट्रिक बसों के बाद अब रोडवेज की पुरानी बसों को सीएनजी में बदल कर चलाएगा। पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरुआती चरण में प्रदेश में अभी सिर्फ एक बस को तैयार किया है। यह बस राजस्थान के बारां डिपो की ओर से गुरुवार को बारां-नाहरगढ़ रूट पर चलाई गई। माना जा रहा है कि यह बस सफल होती है, तो रोडवेज कई पुरानी बसों को सीएनजी में बदलेगा। इन बसों को राज्यभर में संचालित किया जाएगा। काफी समय से घाटे में चल रही रोडवेज को घाटे से उबारने के लिए यह नवाचार किया जा रहा हैं। सूत्रों के अनुसार रोडवेज की ओर से कंडम एवं खस्ताहाल बसों को रिनोवेट कर उसमें सीएनजी किट लगाकर संचालित किया जाएगा। पायलेट प्रोजेक्ट के तहत प्रदेश में पहली बस की शुरुआत गुरुवार को बारां जिले से की गई है।
बारां डिपो मुख्य प्रबंधक सुनीता जैन ने बताया कि प्रोजेक्ट में निगम की ओर से सीएनजी से बसों का संचालन को लेकर एनालिसिस किया जाएगा। इसके लिए बारां से नाहरगढ़ रूट पर सीएनजी से बस का संचालन शुरू किया गया है। जो जिले के किशनगंज, भंवरगढ़, परानियां होते हुए नाहरगढ़ पहुंचेगी। रोडवेज अधिकारियों का कहना है कि रोडवेज की पुरानी बस को रिनोवेट कर सीएनजी किट लगाया है। यह एक बार सीएनजी भरने के बाद बस 250 किमी चलेगी। एक बस को सीएनजी करने में 3 लाख 50 हजार रुपए की लागत आएगी।
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