भारत में ड्रग्स माफियाओं के वैश्विक कारोबार को किसका है संरक्षण : कांग्रेस
ईरान के रास्ते आया 52 किलो कोकीन पकड़ा गया
कांग्रेस ने गुजरात के बंदरगाहों के देश में नशीले पदार्थो का प्रवेश द्वार बनने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि भारत में ड्रग्स माफियाओं के वैश्विक कारोबार को किसका संरक्षण है।
नई दिल्ली। कांग्रेस ने गुजरात के बंदरगाहों के देश में नशीले पदार्थो का प्रवेश द्वार बनने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि भारत में ड्रग्स माफियाओं के वैश्विक कारोबार को किसका संरक्षण है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि गुजरात के बंदरगाहों पर लगातार विदेशों से बड़ी मात्रा में आ रहा कुछ ड्रग्स पकड़ा जा रहा है और कुछ ट्रकों में भरकर के पूरे देश में पहुंच रहा है। एक दिन पहले ही (कल) गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह पर ईरान के रास्ते आया 52 किलो कोकीन पकड़ा गया है। यह चिंता की बात है कि गुजरात के बंदरगाह ड्रग्स के गेट वे बन रहे है और वहां से बड़ी मात्रा में ड्रग्स लगातार देश की धरती पर आ कर हमारी युवा पीढ़ी को बर्बाद कर रहा है। गुजरात के मुंद्रा पोर्ट से 25 टन ड्रग्स पूरे देश में फैल गया, लेकिन सरकार इसे रोकने में असमर्थ रही है। इसके अलावा दूसरे कई बंदरगाहों पर ड्रग्स आती है और देश के विभिन्न हिस्सों में फैल जाती है लेकिन इसका प्रसार रोकने के लिए सरकार की तरफ से कोई कड़ी कार्रवाई नहीं होती है।
गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर पकड़ी गई उ्रग्स का विवरण देते हुए उन्होंने कहा कि गुजरात के बंदरगाहों पर ड्रग्स पकड़ा जा रहा है और वहां 175 करोड का ड्रग्स बरामद हुआ। छोटी-छोटी खेप आती रही, लेकिन बड़ी खेप 150 करोड़ और 21 हजार करोड़ की बरामद हुई। 2021 में तीन हजार करोड़ और मुंद्रा पोर्ट से 52 किलो कोकीन बरामद की गई। प्रवक्ता ने कहा कि ड्रग्स अफगानिस्तान और ईरान के रास्ते देश में आती है। इसे देखते हुए अडानी बंदरगाह पर इन दोनों मुल्कों से सामान लाने पर रोक लगाने की घोषणा की बात की गई, लेकिन आश्चर्य यह है कि जो खेप कोकीन की पकड़ी गई यह भी ईरान से आई है।
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