कोरोना के नए वैरिएंट्स से बचाएगी वैक्सीन की तीसरी डोज, फाइजर-बायोएनटेक ने मांगी मंजूरी

कोरोना के नए वैरिएंट्स से बचाएगी वैक्सीन की तीसरी डोज, फाइजर-बायोएनटेक ने मांगी मंजूरी

कोरोना की तीसरी लहर की आशंका और इसके बदलते स्वरूप को देखते हुए अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर-बायोएनटेक तीसरी खुराक देने की तैयारी कर रही है। अमेरिकी दवा कंपनी तीसरे डोज की मंजूरी पाने की कोशिश में है। कंपनी का दावा है कि कोरोना को मात देने के लिए तीसरी डोज की जरूरत पड़ सकती है।

न्यूयॉर्क। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका और इसके बदलते स्वरूप को देखते हुए अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर-बायोएनटेक तीसरी खुराक देने की तैयारी कर रही है। अमेरिकी दवा कंपनी तीसरे डोज की मंजूरी पाने की कोशिश में है। कंपनी का दावा है कि कोरोना को मात देने के लिए तीसरी डोज की जरूरत पड़ सकती है। कंपनी ने घोषणा की है कि वे अपनी कोविड-19 वैक्सीन के लिए रेग्युलेटरी अप्रूवल की मांग करेंगे। एक बयान के अनुसार कंपनियों की ये मांग अंतरिम ट्रायल के शुरुआती आंकड़ों के बाद आई है, जिसमें पता चला कि पहले दो डोज की तुलना में तीसरा डोज एंटीबॉडी लेवल को 5 से 10 गुना बढ़ा सकता है।

बयान में कहा गया कि कंपनियां जल्द ही और अधिक डाटा को पब्लिश करने की उम्मीद कर रही हैं। साथ ही इसे एक पीयर रिव्यूड पत्रिका में भी प्रकाशित किया गया जाएगा। इसके अलावा आने वाले हफ्तों में अमेरिकी एफडीए (फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन), ईएमए (यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी) और अन्य रेग्युलेटरी अथॉरिटीज को डाटा जमा करने की योजना बना रही हैं। कंपनियों को उम्मीद है कि तीसरी डोज अधिक तेजी से फैलने वाले डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ भी कारगर है, जो तेजी से दुनियाभर के मुल्कों में फैल रहा है।

फाइजर-बायोएनटेक डेल्टा वैरिएंट को ध्यान में रखते हुए एक वैक्सीन को भी तैयार कर रही है। इस तरह की वैक्सीन का पहला बैच बायोएनटेक के जर्मनी के मायंज स्थित फैसिलिटी में तैयार किया जा रहा है। कंपनियों को उम्मीद है कि क्लिनिकल ट्रायल की शुरुआत अगस्त से हो जाएगा, जिसके बाद इसके लिए रेग्युलेटरी अप्रूवल मांगे जाएंगे। फाइजर-बायोएनटेक ने कहा कि इजरायल में 6 महीने बाद वैक्सीन की प्रभावकारिता में हुई गिरावट के आधार पर उनका मानना है कि फुली वैक्सीनेट होने के 6 से 12 महीनों के भीतर तीसरी डोज की जरूरत हो सकती है।

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