60 गांवों की जनता के लिए छोटा पड़ रहा करवर अस्पताल भवन

एक्स रे,सोनोग्राफी जैसी प्रमुख जांचों के लिए 7 किमी दूर इंद्रगढ़ जाने की मजबूरी

60 गांवों की जनता के लिए छोटा पड़ रहा करवर अस्पताल भवन

करवर ग्राम पंचायत मुख्यालय पर सीएचसी का भवन 60 गांवों की जनता के लिए कम पड़ रहा है। सीएचसी भवन के लिए जगह के अभाव में भवन नहीं होने से आवश्यक संसाधनों का अभाव बना हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि मार्च 2018 में पीएचसी को सीएचसी में क्रमोन्नत तो कर दिया, लेकिन चार साल में भी सीएससी की बिल्डिंग के लिए प्रशासन जगह उपलब्ध नहीं करवा सका।

 करवर। करवर ग्राम पंचायत मुख्यालय पर सीएचसी का भवन 60 गांवों की जनता के लिए कम पड़ रहा है। सीएचसी भवन के लिए जगह के अभाव में भवन नहीं होने से आवश्यक संसाधनों का अभाव बना हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि  मार्च  2018  में  पीएचसी को सीएचसी में क्रमोन्नत तो कर दिया, लेकिन चार साल में भी सीएससी की बिल्डिंग के लिए प्रशासन जगह उपलब्ध नहीं करवा सका। इसलिए पीएससी की बिल्डिंग में ही सीएचसी अस्पताल चल रहा है। जगह के अभाव मे आवश्यक बिल्डिंग,संसाधनों व उपकरणों सहित डॉ. कनिष्ठ विशेषज्ञ (मेडिसन),सर्जन, स्वीपर की कमी अभी तक पूरी नहीं हुई। यहां पर अभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेवल की ही जांचे की जाती है।

जांच के अभाव में 7 किमी दूर इंद्रगढ़ जाने की मजबूरी
करवर सीएससी में एक्स रे मशीन,सीबीसी मशीन,सोनोग्राफी मशीन,बायोकेमिस्ट्री मशीन,ईसीजी मशीन और अन्य जांचों की सुविधा नहीं होने से मरीजों को जांचें करवाने के लिए बाहर लेबोरेटरी या इंद्रगढ़ जाना पड़ता है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के भवन में ही चल रहा है जिसमें भौतिक संसाधनों का अभाव है। लेबोरेटरी, दवा वितरण केंद्र ,मरीजों को भर्ती करने व मरीजों को देखने के लिए कमरों की कमी है। स्टाफ के लिए परिसर में महज 5 क्वार्टर ही बनी  हुई है। सीएससी मे 10 बेड की सुविधा है। अस्पताल में महिला चिकित्सक नहीं होने से प्रसूताओ व महिला रोगियों को काफी परेशानी होती है।

 वर्तमान में 3 डॉक्टर  अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रहे है। अस्पताल में दो फीमेल, जीएनएम 4 मेल, एलएचवी, एमपीडब्ल्यू,सुपरवाइजर ,लैब टेक्नीशियन,फार्मासिस्ट,संविदा पर मेल नर्स 2, कंप्यूटर आॅपरेटर 3 कर्मचारी कार्यकर्त है। अभी अस्पताल की ओपीडी लगभग 150 से 170 रोगी प्रतिदिन आते है।अस्पताल के अधीन 8 उपस्वास्थ्य केंद्र आते है। करवर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीन आने वाले उप स्वास्थ्य केंद्रों में खेड़ी,केदारया की झोपड़ी, खजूरी, आंतरदा, सहण, बावडी, पीपरवाला,माणी जिनमें उप स्वास्थ्य केंद्र पर सी एच ओ अपनी सेवाएं दे रहे हैं। माणी, पीपरवाला, खजूरी को छोड़ कर सभी सब सेंटर पर एएनएम की पोस्ट खाली होने से प्रसूताओं को परेशानियों का सामान करना पड़ता है।

जनता की निगाह बढियान बावड़ी समिति की ओर
इससे पहले भी बावड़ी समिति द्वारा 4 बीघा जमीन नि:शुल्क प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को दी गई थी, जिस जमीन पर वर्तमान में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन संचालित है, लेकिन मार्च 2018 में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में क्रमोन्नत होने के बाद यहां पर जमीन का अभाव नजर आने लगा। यदि बावड़ी समिति अस्पताल को फिर से 3 बीघा जमीन दे देती है तो राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को भवन के लिए पर्याप्त जमीन उपलब्ध होकर भवन निर्माण हो सकेगा।

बावड़ी समिति द्वारा जमीन को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए दे देना चाहिए जिससे अस्पताल में पर्याप्त जगह उपलब्ध होकर भवन बने और आवश्यक संसाधन उपलब्ध हो।जिससे क्षेत्र के ग्रामीणों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सके।
-रफीक मुगल, वरिष्ठ कांग्रेस नेता

राज्य सरकार द्वारा करवर सीएससी  के लिए अलग से बजट दे कर भवन और आवश्यक संसाधन उपलब्ध करवाना चाहिए जिससे  करवर क्षेत्र के पांच दर्जन गांव के ग्रामीणों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सके।
- पदम नागर, प्रधान पंचायत समिति नैनवां

करवर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद मे भवन की कमी है लेकिन अस्पताल परिसर के आसपास ही जमीन देखी जा रही है।
- पंकज दाधीच, उपसरपंच ग्राम पंचायत करवर

सीएससी भवन के लिए जमीन व संसाधन,आवश्यक जांच मशीनों की जरूरत है जिसके लिए उच्चाधिकारियों को अवगत करवा रखा है। उपलब्ध संसाधनों से मरीजों का बेहतर इलाज किया जा रहा है।
- डॉ. देवेंद्र कुमार, चिकित्सा अधिकारी प्रभारी,  सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र करवर

सरकार यदि बावड़ी परिसर में किसी भी मद से सामुदायिक भवन निर्माण करवाती है तो बावडी बढीयान समिति अस्पताल के पीछे करीब 3 बीघा जमीन अस्पताल को नि:शुल्क दे देगी जिससे अस्पताल को जमीन की जरूरत थी पूरी हो जाएगी।
- रमेशचंद कचारा, सदस्य बढियान बावड़ी समिति, करवर

Post Comment

Comment List

Latest News