अनमोल अपहरण कांड:पुलिस ने 37 दिन बाद मुख्य आरोपी को किया गिरफ्तार
पत्रकार वार्ता मेंं एसपी का दावा, शीघ्र गिरफ्तार होंगे शेष अभियुक्त
शहर के चर्चित अनमोल अरोड़ा अपहरण कांड में पुलिस ने अहपहण के मुख्य सूत्रधार को वारदात के 37 दिन बुधवार सिकंदरा चौराहे से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को पुलिस ने शिनाख्त परेड़ के लिए फिलहाल बापर्दा रखा है। आरोपी की गिरफ्तारी की पुष्टि पुलिस अधीक्षक राजकुमार गुप्ता ने बुधवार पुलिस उप अधीक्षक कार्यालय में पत्रकार वार्ता के दौरान की।
बांदीकुई। शहर के चर्चित अनमोल अरोड़ा अपहरण कांड में पुलिस ने अहपहण के मुख्य सूत्रधार को वारदात के 37 दिन बुधवार सिकंदरा चौराहे से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को पुलिस ने शिनाख्त परेड़ के लिए फिलहाल बापर्दा रखा है। आरोपी की गिरफ्तारी की पुष्टि पुलिस अधीक्षक राजकुमार गुप्ता ने बुधवार पुलिस उप अधीक्षक कार्यालय में पत्रकार वार्ता के दौरान की। जानकारी के अनुसार 25 अप्रेल 22 को दोपहर दिनदहाड़े शहर के बडियाल रोड पर विश्वकर्मा मंदिर के सामने से व्यापारी मनीष अरोडा के पुत्र अनमोल अरोडा निवासी कौशल नगर का अपहरणकर्ता दिन दहाडेÞअपहरण कर ले गए थे।
पुलिस अधीक्षक राजकुमार गुप्ता ने बताया कि इस अपहरण कांड के मुख्य सूत्रधार सत्यश्री सिद्वार्थ सैनी उर्फ सोमू (26) पुत्र प्रेमचंद सैनी निवासी प्लाट नम्बर 50 हरि मार्ग मानसिंहपुरा टोक रोड जयपुर थाना बजाज नगर को बापर्दा गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के खिलाफ पुलिस ने आईपीसी की धारा 365, 364, 368 व 482 में जुर्म प्रमाणिम माना है। मामले की जांच उप निरीक्षक जनमेजाराम कर रहे हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले में शेष चार अपहरणकर्ताआें को चिन्हित कर लिया गया है। जिन्हें शीध्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। एसपी ने बताया कि मामले मे एक आरोपी को पूर्व मे गिरफ्तार किया जा चुका है। पत्रकार वार्ता के दौरान पुलिस उप अधीक्षक उदय सिह मीना व थानाधिकारी बांदीकुई नरेश कुमार शर्मा भी मोजूद थे।
आरोपी ने नर्सिग में कर रखा है डिप्लोमा: एक होटल में बैठकर अपहरणकांड का प्लान तैयार करने वाला मुख्य सूत्रधार सत्यश्री सिद्वार्थ उर्फ सोमू ने बीएससी नर्सिग में डिप्लोमा कर रखा है तथा वह प्रतापनगर में एक निजी हॉस्पिटल में नौकरी करता है। पुलिस अधीक्षक राजकुमार गुप्ता की मानें तो सिद्धार्थ सैनी आईपीएल का सट्टा खेलने का आदी है। जिसके चलते वह काफी कर्ज मे डूब गया था। कर्ज उतारने के लिए उसने अन्य युवकों के साथ मिलकर अपहरण की साजिश रची।
मैसेज बना अपहरण का कारण:पुलिस ने बताया कि अपहणकर्ताओं के चंगुल से पुलिस के जरिए सकुशल घर पहुंचे अनमोल द्वारा फेसबुक पर मेरे पास 6 लाख रुपए का मैसेज डालना अपहरण का कारण बना था। अपहरणकर्ताओं को लगा कि अनमोल के पास इतने रुपए हैं तो उसके पिता के पास करोड़ों होंगे। पुलिस अधीक्षक गुप्ता ने बताया कि सिद्वार्थ सैनी की गिरफ्तारी के लिए बांदीकुई थानाधिकारी नरेश कुमार शर्मा की अगुवाई में पुलिस दल का गठन किया गयाथा। दल में कांस्टेबल मोहन सिंह, राजेन्द्र,भगवानसहाय व रतन सिंह को शामिल गया था।
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