मजदूरी के लिए महाराष्ट्र गए युवक की संदिग्धावस्था में मौत, मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन

मुआवजे की मांग को लेकर कलक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन

मजदूरी के लिए महाराष्ट्र गए युवक की संदिग्धावस्था में मौत, मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन

महाराष्ट्र से गांव गणेशपुरा लाया गया शव घर के बाहर रख मृतक के परिजन और भील समाज के लोग बड़ी संख्या में गुरुवार को भीलवाड़ा पहुंचे और कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर पुलिस अधीक्षक को रिपोर्ट दी जिसमें हत्या का मामला दर्ज करने और मृतक के आश्रितों को आर्थिक सहायता दिलाने की मांग की गई।

 भीलवाड़ा। मजदूरी के लिए महाराष्ट्र गए युवक की तीन दिन पहले संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। युवक को मजदूरी के लिए ले जाने वाले लोगों ने बीमारी का बहाना कर उसके भाई व चाचा को बुलाकर न केवल डराया-धमकाया बल्कि मोबाइल भी छीन लिया। भाई का आरोप है कि मृतक के शरीर पर चोटों के गहरे निशान पाए गए हैं। ऐसे में उसकी मौत सामान्य न होकर उसकी हत्या की गई है। महाराष्ट्र से गांव गणेशपुरा लाया गया शव घर के बाहर रख मृतक के परिजन और भील समाज के लोग बड़ी संख्या में गुरुवार को भीलवाड़ा पहुंचे और कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर पुलिस अधीक्षक को रिपोर्ट दी जिसमें हत्या का मामला दर्ज करने और मृतक के आश्रितों को आर्थिक सहायता दिलाने की मांग की गई।

जानकारी के अनुसार जिले के शंभुगढ़ थाना क्षेत्र के गणेशपुरा गांव में रहने वाले प्रभु पुत्र मांगू भील ने पुलिस अधीक्षक को दी रिपोर्ट में बताया कि चंपालाल, लादूलाल व प्रभु परिवादी के छोटे भाई कमलेश पुत्र मांगू भील को कुआं खोदने के लिए महाराष्ट्र ले गए थे। परिवादी भी महाराष्ट्र में ही दूसरी साइट पर काम कर रहा था। 31 मई को परिवादी प्रभु को सूचना मिली कि भाई कमलेश बीमार है। जल्दी आ जाओ। इस पर वह अपने चाचा हरजी के साथ वहां गया। उसने जब कमलेश को देखा तो उसके शरीर पर कई चोटों के गहरे निशान थे और सिर में भी भारी चोट लगी थी जिससे कमलेश की मौत हो गई। प्रभु ने शिकायत में बताया कि उसे व उसके चाचा को डरा-धमकाकर गाड़ी में बैठाकर राजस्थान के लिए रवाना कर दिया। रास्ते में उसका फोन छीन लिया। चाचा के साथ मारपीट की। गांव के पास पहुंचने पर आरोपियों ने अन्य गाड़ी में बॉडी के साथ परिवादी और उसके चाचा को बैठा दिया और खुद वहीं उतर गए। प्रभु ने घटना की जानकारी परिवार वालों को दी। और कहा कि प्रभु गुर्जर दोषी नहीं है तो उसे सारी घटना की जानकारी देनी चाहिए थी लेकिन उसने ऐसा नहीं किया।

उधर, प्रभु परिवार और भील समाज ने शव लेने से इनकार किया है। परिवादी ने शंभुगढ़ थाने में सूचना दी। परिवादी व समाज के लोगों ने एसपी से आरोपियों को गिरफ्तार कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने, मृतक की पत्नी को संविदा पर नौकरी और उचित मुआवजा दिलाने की मांग की है। पुलिस अधीक्षक को दिए गए पत्र में यह भी चेतावनी दी गई है कि जब तक मर्डर का खुलासा नहीं हो जाता और मांगें पूरी नहीं हो जाती तब तक भील समाज जिला मुख्यालय पर धरने पर बैठा रहेगा। इससे पूर्व भील समाज के बड़ी संख्या में लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे और नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। 

 

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