राज्यसभा चुनाव के दंगल: उदयपुर में बाड़ेबंदी को टारगेट

पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट भी पहुंचे, मुख्यमंत्री गहलोत आज पहुंच सकते हैं।

राज्यसभा चुनाव के दंगल: उदयपुर में बाड़ेबंदी को टारगेट

उदयपुर। राज्यसभा चुनाव के दंगल को देखते कांग्रेस ने उदयपुर में बाड़ेबंदी को टारगेट पर रखा है। उदयपुर को सुरक्षित मानते हुए शहर से बाहर चुने गए सितारा होटल में शुक्रवार दोपहर तक राज्यसभा प्रत्याशी प्रमोद तिवारी, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट सहित 75 विधायक पहुंच चुके थे। उनके साथ कुछ विधायक वह भी थे, जो पिछले दिनों से संपर्क में नहीं थे। उदयपुर आने वालों में सचिन खेमे के सभी विधायक शामिल हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी देर रात या शनिवार तक उदयपुर आ सकते हैं। इसी कड़ी में विधायकों के उदयपुर पहुंचने का सिलसिला लगातार जारी है।

उदयपुर। राज्यसभा चुनाव के दंगल को देखते कांग्रेस ने उदयपुर में बाड़ेबंदी को टारगेट पर रखा है। उदयपुर को सुरक्षित मानते हुए शहर से बाहर चुने गए सितारा होटल में शुक्रवार दोपहर तक राज्यसभा प्रत्याशी प्रमोद तिवारी, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट सहित 75 विधायक पहुंच चुके थे। उनके साथ कुछ विधायक वह भी थे, जो पिछले दिनों से संपर्क में नहीं थे। उदयपुर आने वालों में सचिन खेमे के सभी विधायक शामिल हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी देर रात या शनिवार तक उदयपुर आ सकते हैं। इसी कड़ी में विधायकों के उदयपुर पहुंचने का सिलसिला लगातार जारी है। अतिसुरक्षित घेरे में लिए जा चुके होटल से पांच किमी. पहले ही बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। यहां सख्त सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। होटल परिसर में जमा हुए विधायकों ने शुक्रवार का पूरा दिन गपशप और खानपान में गुजारा। चूंकि होटल के भीतर ही रहना है तो वे कभी बड़े हाल में तो कभी लोन में गपियाने में लगे रहे। शाम को उनके मनोरंजन के लिए भारतीय लोक कला मण्डल के लोक कलाकार सितारा होटल पहुंचे और अपनी प्रस्तुतियां दी।


पार्टी सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कभी भी उदयपुर आ सकते हैं। उनके साथ पार्टी के अन्य विधायक भी साथ में आने की संभावना जताई जा रही है। सितारा होटल में कांग्रेस और समर्थक विधायकों को रखे जाने के लिए 140 से ज्यादा कमरे बुक कराए गए हैं। सभी नौ जून को उदयपुर से सीधे विधानसभा जयपुर के लिए रवाना होंगे। बसपा से कांग्रेस में शामिल सभी विधायक अभी तक उदयपुर नहीं पहुंचे हैं। सरकार में शामिल दो मंत्रियों के अलावा अन्य चार विधायक भी सरकार से नाराज बताए जा रहे हैं। उनके लिए भी होटल में कमरे बुक कराए गए हैं। चर्चा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उनसे संपर्क में हैं और उनके शनिवार तक उदयपुर आने की संभावना है। राज्यसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की बाडाबंदी में दो बसों में सवार 65 विधायक गुरुवार देर रात करीब ढाई बजे सितारा होटल में पहुंचे। इस तरह शुक्रवार रात तक करीब 75 विधायक अब तक होटल में डेरा डाल चुके हैं। शुक्रवार दोपहर बाद कांग्रेस से राज्यसभा प्रत्याशी प्रमोद तिवारी, सचिन पायलट, रोहित बोहरा, बृजेंद्र ओला, रमिला खड़िया, जोगिंदर सिंह अवाना, नरेंद्र बुडानिया, गुरमीत सिंह कुन्नर भी उदयपुर पहुंचे।


चंद्रा के चक्कर में असली उम्मीदवार न हार जाए भाजपा-तिवारी
एयरपोर्ट पर कांग्रेस के राज्यसभा प्रत्याशी प्रमोद तिवारी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कांग्रेस के तीनों प्रत्याशियों की जीत तय है। प्रमोद तिवारी ने सुभाष चंद्रा से सवाल पूछते हुए कहा कि वे अन्य विधायकों का जुगाड़ कैसे कर रहे हैं इसकी जानकारी दे दें और उन विधायकों का नाम बता दें। भाजपा दावा कर रही है कि जीत उन्हीं की होगी। सुभाष चंद्रा के चक्कर में कहीं उनका असली उम्मीदवार हार न जाए। उन्होंने कहा कि राज अलापने से नहीं होना है। तिवारी ने कहा कि वे मीडिया के माध्यम से उन्हें चुनौती देते हैं कि वे अपने 30वें वोट का नाम बता दें। 32वे, 33वें वोट का नाम बता दें। वे अपनी गलत फहमी दूर कर लें। वे सिर्फ इतना ही कहना चाहते हैं कि थोड़े सात आठ दिन झूठ नहीं बोले। हमारे यहां कोई एक दो तीन नहीं है। हमारे यहां तीनों प्रत्याशी बराबर हैं।


भाजपा बेटिंग तो चाहती पर पिच पर नहीं आती-पायलट
एयरपोर्ट पर पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि विधायकों में किसी तरह की नाराजगी नहीं है और यदि किसी विधायक ने कोई मांग भी रखी है तो उसने अपने क्षेत्र में विकास कार्य कराने की मांग रखी है जो पूरी तरह से जायज है। पायलट ने विधायकों के आपसी मनमुटाव जैसी बातों से इंकार किया है। राज्यसभा के तीनों प्रत्याशी भारी बहुमत से जीत कर जाएंगे। राज्यसभा के चुनाव भावनाओं से नहीं लड़े जाते। संख्या बल के आधार पर प्रत्याशी जीतकर राज्यसभा जाएगा। पायलट ने कहा कि भाजपा बेटिंग तो करना चाहती है लेकिन पिच पर आना नहीं चाहती। भाजपा ने एक प्रत्याशी घनश्याम तिवाड़ी को उतारा। उसके अलावा उनका एक भी निर्दलीय नहीं है। सिर्फ भ्रम और असमंजस पैदा करने के लिए ये खेल खेला जा रहा है। कांग्रेस के पास बहुमत से जयादा समर्थन है। उन्होंने कहा कि राजनीति मुद्दों पर होनी चाहिए। उनकी भी दिली ख्वाहिश है कि कांग्रेस की सरकार वापस राजस्थान में बनें। जनता का विश्वास कैसे प्राप्त करें उसी पर कांग्रेस काम कर रही है।


कांग्रेस के साथ थीं और हूं-रमिला
पिछले कुछ समय से नाराज चल रही कुशलगढ़ से निर्दलीय विधायक रमिला खड़िया भी मुख्यमंत्री से मुलाकात करने के बाद कांग्रेसी खेमे में पहुंच गई और सचिन पायलट के साथ एयरपोर्ट से सीधे सितारा होटल पहुंची। रमिला ने कहा कि वे कांग्रेस के साथ थी, हूं और आगे भी रहेंगी। उनके पति ने टिकट मांगा था। कांग्रेस ने नहीं दिया तो निर्दलीय लड़ा।


नहीं किसी में नाराजगी, यह मीडिया की उपज-जोगिंदर
एयरपोर्ट पर विधायक जोगिंदर अवाना ने भी मीडिया से कहा कि विधायकों में नाराजगी नहीं है और कांग्रेस के तीनों उम्मीदवार जीत हासिल करेंगे। राजेंद्र गुड़ा के मुख्यमंत्री के संबंध में आए बयानों के बारे में उन्होंने कहा कि उन्हें जहां तक भरोसा है गुड़ाजी सीएम के बहुत विश्वासी में हैं। खरीद फरोख्त के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसे सवालों की उपज भाजपा करती है। उन्हें विश्वास है कि पिछले तीन सवा तीन सालों में तो ऐसा हुआ नहीं हैं। मुख्यमंत्री और प्रदेश के विकास कार्यों को देखते हुए ही बसपा का कांग्रेस में विलय हुआ है, उन पर पूरा भरोसा है। उनके विधायक कांग्रेस के साथ ही है। उन्होंने कहा कि सोनिया, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जो ऊपर से प्रत्याशियों का चयन किया है वे तीनों जीतकर राज्यसभा में जांएगे। विधायकों में नाराजगी के सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्हें कहीं किसी में ज्यादा नाराजगी नहीं दिखती, मीडिया से ही बात आती है।

 

 

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