चाय वाले की बेटी ने जीता पहला स्वर्ण
पंचकुला में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम्स का पहला स्वर्ण एक चाय वाले की बेटी ने जीत लिया है।
काजोल ने 40 किग्रा वर्ग में कुल 113 किग्रा भार उठाकर महाराष्ट्र के लिए स्वर्ण पदक जीता तीन साल पहले तक काजोल सरगार का खेलों से सिर्फ इतना रिश्ता था कि वह अपने भाई संकेत को वेटलिफ्टिंग की ट्रेनिंग करते हुए देखने के लिये एक स्थानीय जिम्नेजियम तक जाती थीं।
पंचकुला। हरियाणा के पंचकुला में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम्स का पहला स्वर्ण एक चाय वाले की बेटी ने जीत लिया है। काजोल ने 40 किग्रा वर्ग में कुल 113 किग्रा भार उठाकर महाराष्ट्र के लिए स्वर्ण पदक जीता तीन साल पहले तक काजोल सरगार का खेलों से सिर्फ इतना रिश्ता था कि वह अपने भाई संकेत को वेटलिफ्टिंग की ट्रेनिंग करते हुए देखने के लिये एक स्थानीय जिम्नेजियम तक जाती थीं।
महाराष्ट्र के सांगली से आने वाली काजोल ने अपने भाई को भारत का शीर्ष वेटलिफ्टर बनते हुए भी देखा, लेकिन इससे भी उन्हें खेलों की तरफ आने की प्रेरणा नहीं मिली। फिर एक दिन 2019 में, जब उन्होंने सांगली से ही आने वाली रूपा हांगंडी को पुणे के खेलो इंडिया यूथ गेम्स में स्वर्ण जीतते हुए देखा, और तब से काजोल के लिये सब बदल गया।
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