30 देशों में फैला मंकीपॉक्स, सांस की बूंदों से भी फैल सकता है यह वायरस, WHO ने किया आगाह
अब तक दुनिया के 30 देशों में मंकीपॉक्स फैल चुका
दुनिया में मंकीपॉक्स का प्रसार जारी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि अब तक दुनिया के 30 देशों में मंकीपॉक्स फैल चुका है। इससे जाहिर है कि वायरस स्थानिक नहीं है।
जेनेवा/वाशिंगटन। दुनिया में मंकीपॉक्स का प्रसार जारी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि अब तक दुनिया के 30 देशों में मंकीपॉक्स फैल चुका है। इससे जाहिर है कि वायरस स्थानिक नहीं है। वहीं अमेरिका के रोग नियंत्रण केंद्र का कहना है कि मंकीपॉक्स वायरस ने दुनिया भर में 700 से अधिक लोगों को संक्रमित किया है, जिसमें अमेरिका के 21 लोग भी शामिल हैं। हालांकि सीडीसी के जेनिफर मैकक्विस्टन के अनुसार, जनता के लिए समग्र स्वास्थ्य जोखिम अभी कम है। हालांकि जेनिफर मैकक्विस्टन ने सामुदायिक प्रसार की आशंका से इनकार नहीं किया। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि सामुदायिक स्तर का प्रसारण हो रहा हो। इसलिए हम निगरानी प्रयासों को बढ़ाना चाहते हैं। इस बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 30 देशों में 550 से अधिक मंकीपॉक्स संक्रमणों की पहचान की है, जिनमें से अधिकांश मामले यूरोप में दर्ज किए गए हैं। वैश्विक स्वास्थ्य निकाय ने कहा कि अब तक अधिकांश रिपोर्ट किए गए मामले यौन स्वास्थ्य या अन्य स्वास्थ्य सेवाओं के माध्यम से रिपोर्ट किए गए हैं। हालांकि मंकीपॉक्स लैंगिक संक्रामक बीमारी नहीं है। वायरस किसी संक्रमित व्यक्ति के साथ त्वचा से त्वचा के संपर्क के माध्यम से फैल सकता है। यह शरीर के तरल पदार्थ, दूषित चादर और कपड़ों से फैल सकता है। कदाचित अगर किसी संक्रमित व्यक्ति के मुंह में घाव हैं तो यह सांस की बूंदों से भी फैल सकता है।
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