वीएमओयू में शिक्षण व्यवस्था को लेकर अदालत में दी दस्तक
न्यायालय ने कुलपति, परीक्षा नियंत्रक से मांगा जवाब
वर्धमान महावीर खुला विश्व महाविद्यालय में बिगड़ती शिक्षा व्यवस्था को लेकर दायर याचिका की सुनवाई करते हुए स्थाई लोक अदालत ने कुलपति , परीक्षा नियंत्रक को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।
कोटा । वर्धमान महावीर खुला विश्व महाविद्यालय में बिगड़ती शिक्षा व्यवस्था को लेकर दायर याचिका की सुनवाई करते हुए स्थाई लोक अदालत ने कुलपति , परीक्षा नियंत्रक को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। इस मामले में 19 जुलाई को सुनवाई होगी ।
न्यायालय में एडवोकेट लोकेश कुमार सैनी अदालत में पेश की गई जनहित याचिका में बताया कि वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय कोटा की शिक्षण व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है । जिससे हजारों विद्यार्थियों की शिक्षा प्रभावित हो रही है । विद्यार्थियों को ना तो परीक्षा का पता है ना परिणाम का पता है । 1 वर्ष का कोर्स 3 वर्ष में भी पूर्ण नहीं हो पा रहा है। विद्यार्थियों को डिग्री पूर्ण होने के बावजूद आंतरिक मूल्यांकन के नंबर अंक तालिका में नहीं जोड़े गए हैं जिससे परिणाम कंप्लीट नहीं हो पा रहा है । राजस्थान के दूरस्थ क्षेत्रों से कोटा आए छात्रों को उक्त विश्वविद्यालय से समस्याओं से संबंधित प्रश्नों का भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया जा रहा है। इस भीषण गर्मी में विद्यार्थी परेशान हो रहे हैं ।
याचिका में आगे बताया गया कि बी.एड की परीक्षा करवाने की मांग को लेकर कोटा में 100 से ज्यादा विद्यार्थी करीब 7 दिन से अपने खर्चे पर यहां रुके हुए हैं लेकिन उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं किया जा रहा है। बी.एड प्रथम वर्ष की परीक्षा 1 वर्ष पूर्ण हो चुकी है परंतु अभी तक आंतरिक मूल्यांकन के नंबर अंक तालिका में नहीं जोड़े गए हैं जिससे परिणाम कंप्लीट होने में भी देरी हो रही है । इसी प्रकार द्वितीय वर्ष के असाइनमेंट तक नहीं दिए गए हैं । साथ ही प्रदेश के विभिन्न जिलों से 500 से अधिक विद्यार्थी ओपन यूनिवर्सिटी से बी.एड कर रहे हैं लेकिन अभी तक परीक्षा को लेकर शेड्यूल तक जारी नहीं किया गया है। परीक्षा निर्धारित समय पर नहीं हुई तो अक्टूबर 2022 में होने वाले आरपीएससी की प्रथम और द्वितीय ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे जिससे इन परीक्षार्थियों का भविष्य अंधकार में जाता हुआ दिखाई दे रहा है।
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