असर खबर का : पांच साल बाद जागी आवेदकों में आशियाने की उम्मीद
पार्थ अपार्टमेंट में आखिरकार शुरू हुआ निर्माण कार्य
पार्थ अपार्टमेंट योजना में आवेदन कर आशियाने का इंतजार कर रहे लोगों की पीड़ा को दैनिक नवज्योति ने उठाया था। 15 मई को पेज 5 पर पांच साल से आशियाने का इंतजार कर रहे 300 परिवार’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। उसके बाद न्यास अधिकारी और बिल्डर दोनों हरकत में आए व सक्रिय हुए। न्यास अधिकारियों ने बिल्डर को निर्माण कार्य जल्दी शुरू करने के निर्देश दिए। बिल्डर ने भी मौके पर काम शुरू कर दिया है।
कोटा। नगर विकास न्यास की पार्थ अपार्टमेंट आवासीय योजना में पांच साल बाद आखिरकार निर्माण कार्य शुरू हो गया है। जिससे आवेदकों को एक आशियाने मिलने की उम्मीद जगी है। तत्कालीन भाजपा सरकार में नगर विकास न्यास की ओर से देवली अरब रोड पर पार्थ अपार्टमेंट योजना लॉंच की गई थी। जी प्लस थ्री योजना में अल्प आय वर्ग व आर्थिक रूप से कमजोर आय वर्ग के लोगों के लिए 296 फ्लैट बनाए जाने हैं। लेकिन हालत यह है कि वर्ष 2017 में लांच की गई इस योजना में पांच साल बाद भी निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका था। जिससे योजना में आवेदन कर आशियाने का इंतजार कर रहे लोग परेशान हो रहे थे।
नवज्योति ने करवा दिया हमारा काम
इधर पार्थ अपार्टमेंट का काम शुरू होने के साथ ही योजना में आवेदन करने वालों को एक बार फिर से आशियाना मिलने की उम्मीद जगी है। आवेदक अमित जैन ने बताया कि वे पिछले कई सालों से मौके पर जाकर देख रहे थे। लेकिन वहां सिर्फ खाली जमीन ही दिख रही थी। लेकिन जैसे ही नवज्योति ने इस मामले को उजागर किया। वैसे ही योजना में काम शुरू हो गया है। जैन ने बताया कि दो दिन पहले वे मौके पर गए तो वहां काम होता दिखा। इससे उन्हें लगा कि अब उन्हें फ्लैट मिल जाएगा।
दैनिक नवज्योति ने उठाया था मुद्दा
पार्थ अपार्टमेंट योजना में आवेदन कर आशियाने का इंतजार कर रहे लोगों की पीड़ा को दैनिक नवज्योति ने उठाया था। 15 मई को पेज 5 पर ‘पांच साल से आशियाने का इंतजार कर रहे 300 परिवार’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। उसके बाद न्यास अधिकारी और बिल्डर दोनों ंहरकत में आए व सक्रिय हुए। न्यास अधिकारियों ने बिल्डर को निर्माण कार्य जल्दी शुरू करने के निर्देश दिए। बिल्डर ने भी मौके पर काम शुरू कर दिया है।
इनका कहना है
पार्थ अपार्टमेंट में निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। पूर्व में जमीन का विवाद होने से काम में देरी हुई है। लेकिन आवेदकों से राशि भी अभी ही जमा करवाना शुरू किया है। वैसे तो इस योजना को बनाने का तीन साल का समय है। लेकिन प्रयास रहेगा कि काम दो साल में ही पूरा हो जाए। काम पूरा होते ही आवेदकों को आवंटन व कब्जा पत्र सौंप दिए जाएंगे।
-आर.के. राठौर, अधीक्षण अभियंता, नगर विकास न्यास
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