पदोन्नति के नए नियमों का विरोध

धरना क्रमिक भूख हड़ताल में बदल गया

पदोन्नति के नए नियमों का विरोध

व्याख्याता पदों पर पदोन्नति के लिए शिक्षा विभाग द्वारा जारी नए नियमों के विरोध में पिछले 11 दिनों से अध्यापकों का अनिश्चितकालीन धरना क्रमिक भूख हड़ताल में बदल गया है।

जयपुर। व्याख्याता पदों पर पदोन्नति के लिए शिक्षा विभाग द्वारा जारी नए नियमों के विरोध में पिछले 11 दिनों से अध्यापकों का अनिश्चितकालीन धरना क्रमिक भूख हड़ताल में बदल गया है। पदोन्नति संघर्ष समिति के बैनर तले पांच वरिष्ठ अध्यापक भूख हड़ताल पर बैठे हैं। वहीं 11 जून को होने वाली कैबिनेट की बैठक में वरिष्ठ अध्यापकों के पक्ष में कोई फैसला नहीं होने पर वरिष्ठ अध्यापकों ने आमरण अनशन की चेतावनी दी है। गत तीन अगस्त 2021 को शिक्षा विभाग द्वारा नया नियम लाते हुए व्याख्याता पदों पर होने वाली पदोन्नति में सेवारत वरिष्ठ अध्यापकों द्वारा यूजी और पीजी एक विषय में होने की अनिवार्यता लागू की गई। इससे प्रदेश के करीब एक लाख अध्यापक व्याख्याता पदों पर पदोन्नति से बाहर हो गए हैं।

एक भर्ती में दो नियम लागू नहीं हो सकते
वरिष्ठ अध्यापकों का कहना है कि एक ही भर्ती में दो नियम लागू नहीं हो सकते हैं, जहां व्याख्याता के 50 फीसदी पद जो भर्ती प्रक्रिया से भरे जाएंगे उन पर यूजी-पीजी के विषयों की अनिवार्यता नहीं है। वहीं पदोन्नति से भरे जाने वाले 50 फीसदी पदों पर यूजी-पीजी समान विषय से रहने की अनिवार्यता रखी गई है। ऐसे में 3 अगस्त 2021 से पहले लगे सेवारत वरिष्ठ अध्यापकों को इस नियम से राहत देनी चाहिए।

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