खुशखबरी: कोटा संभाग में बेटियों के लिए खुले 5 नए गर्ल्स आर्ट्स कॉलेज

कोटा को एक तो बारां को मिले 4 महाविद्यालय

खुशखबरी: कोटा संभाग में बेटियों के लिए खुले 5 नए गर्ल्स आर्ट्स कॉलेज

बालिका उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए राजस्थान सरकार ने कोटा संभाग में 5 नए गर्ल्स कॉलेज खोल दिए हैं। जिनमें इसी वर्ष से बेटियों को प्रवेश दिया जाएगा।

कोटा। बालिका उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए राजस्थान सरकार ने कोटा संभाग में 5 नए गर्ल्स कॉलेज खोल दिए हैं। जिनमें इसी वर्ष से बेटियों को प्रवेश दिया जाएगा। 5 महाविद्यालयों में से 1 कोटा में तो 4 बारां जिले में खुले हैं। यहां एक जुलाई से ही प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। अब छात्राओं को दूर-दराज इलाकों में स्थित कॉलेजों में नहीं जाना पड़ेगा। ऐसे में उन्हें घर के पास ही उच्च शिक्षा मिल सकेगी।

कहां-कहां खुले कॉलेज
सरकार ने बजट घोषणा में हाड़ौती में पांच नए कन्या आर्ट्स महाविद्यालय खोलने की घोषणा की थी। जिसके तहत कोटा-बारां में नए कॉलेज खुल गए हैं। कोटा शहर में अब राजकीय कन्या महाविद्यालय रामपुरा को मिलाकर तीन आर्ट्स कॉलेज हो गए हैं। साथ ही इनकी सीटें 4600 से बढ़कर 4 हजार 760 हो गई। वहीं, 12वीं आर्ट्स में 4 हजार 719 छात्राएं प्रथम श्रेणी से पास हुई हैं। ऐसे में काफी हद तक छात्राओं को एडमिशन मिल सकेगा। बारां के अटरू, केलवाड़ा, छबड़ा और नाहरगढ़ में एक-एक कन्या महाविद्यालय खुले हैं। प्रत्येक नए कॉलेजों में फिलहाल 160 सीटें हैं, जिनमें प्रवेश के दौरान 20 प्रतिशत बढ़ोतरी की जा सकती है। 

अब हो गए 38 कॉलेज
संभाग में पहले 33 कॉलेज थे, जो अब बढ़कर 38 हो गए। ऐसे में हाड़ौती के छात्रों को अपने ही जिले में उच्च शिक्षा मिल सकेगी। वहीं, कॉलेजों की संख्या ज्यादा होने से विद्यार्थियों को प्रवेश को लेकर होने वाली मारामारी से राहत मिल सकेगी। दरअसल, कोटा के आर्ट्स व साइंस कॉलेजों में कटआॅफ अधिक होने पर प्रवेश से वंचित छात्र संभाग के अन्य जिलों में एडमिशन के लिए आवेदन कर सकते हैं।

सरकारी के मुकाबले प्राइवेट कॉलेज की फीस अधिक
सरकारी कॉलेजों के मुकाबले प्राइवेट कॉलेजों में प्रथम वर्ष की फीस 4 गुना अधिक है। जानकारों के अनुसार राजकीय महाविद्यालयों में आटर्स, कॉमर्स व साइंस किसी भी संकाय से प्रथम वर्ष की पढ़ाई अधिकतम 4 हजार रुपए में पूरी हो जाती है। जिसमें कॉलेज फीस, एग्जाम फॉर्म, प्रेक्टिकल, असाइनमेंट शामिल हैं। जबकि, यही पढ़ाई प्राइवेट कॉलेजों में अधिक राशि में पूरी होती है। ऐसे में सरकारी कॉलेजों की संख्या अधिक होने से विद्यार्थियों को पढ़ाई पर खर्च होने वाली भारी-भरकम फीस की समस्या से निजात मिलती है।

इनका कहना है
सरकार ने कोटा संभाग में पांच नए आर्ट्स गर्ल्स कॉलेज खोले हैं। इनमें से 1 कोटा में तो 4 बारां जिले में खुले हैं। जिसमें इसी वर्ष एक जुलाई से एडमिशन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। फिलहाल कॉलेज अस्थाई भवन में संचलित होंगे। इनके लिए जमीन देखी जा रही है।  प्रोफेसरों को प्रतिनियुक्ति पर या ट्रांसफर के जरिए यहां लगाया जाएगा। छात्राओं को अब दूर-दराज के इलाकों में स्थित कॉलेजों में नहीं जाना पड़ेगा। उन्हें घर के पास ही उच्च शिक्षा मिल सकेगी।
-डॉ. रघुराज सिंह परिहार, संयुक्त निदेशक कॉलेज शिक्षा

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