भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर व जिंदल की गिरफ्तारी के लिए हजारों मुसलमानों ने निकाला शांतिपूर्वक जुलूस
कलक्टर को दिया राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन
भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा एवं नवीन जिंदल की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शुक्रवार को हजारों मुसलमानों ने काली पट्टी बांधकर मौन जुलूस निकाला और कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलक्टर को राष्टÑपति के नाम का ज्ञापन दिया।
अजमेर। पैगम्बर मौहम्मद साहब के बारे में मिथ्या बयान देकर उनकी शान में गुस्ताखी करने व उनके मानने वालों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा एवं नवीन जिंदल की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शुक्रवार को हजारों मुसलमानों ने काली पट्टी बांधकर मौन जुलूस निकाला और कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलक्टर को राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन दिया। जुलूस में शामिल लोग ज्ञापन देने के बाद तत्काल अपने ठिकानों को लौट गए।
मौन जुलूस के घोषित कार्यक्रम के अनुसार दरगाह क्षेत्र की दुकानें बंद रहीं। अधिकांश लोग घरों से काली पट्टी बांधकर निकले। सुबह से जगह-जगह काली पट्टी बांधना शुरू हो गया था। जुमा की नमाज से पहले और बाद में जुलूस में शामिल होने वालों के हाथों में काली पट्टी बांधी गई। जुलूस में शामिल अनेक लोगों ने अपनी मांग लिखी तख्तियां ले रखी थीं। जुमा की नमाज के बाद दरगाह के निजामगेट पर जुलूस के संबंध में कुछ लोगों ने बयानबाजी की। जुलूस शांतिपूर्वक दरगाह बाजार से प्रारंभ होकर देहली गेट, महावीर सर्किल, आगरा गेट से सूचना केन्द्र चौराहा होकर कलेक्ट्रेट पहुंचा। कलेक्ट्रेट के बाहर कुछ लोगों ने नारे लगाने का प्रयास किया, किंतु उपस्थित अन्य लोगों ने रोक दिया। जुलूस में आठ हजार से अधिक लोगों के शामिल होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
शहर काजी तौसिफ अहमद, दरगाह दीवान के प्रतिनिधि सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती, यादगार अंजुमन के सदर सुब्हान चिश्ती, पूर्व विधायक कय्यूम खान आदि अनेक लोगों ने कलक्टर को राष्टÑपति के नाम का ज्ञापन दिया। ज्ञापन देने के तत्काल बाद ही जुलूस में शामिल लोगों की रवानगी शुरू हो गई। करीब एक घंटे में कलेक्ट्रेट परिसर के आसपास जमा भीड़ छट गई। आयोजकों ने जुलूस में शामिल होने व सहयोग करने वालों का आभार व्यक्त किया।
जिला व पुलिस प्रशासन ने जुलूस की भीड़ का अनुमान लगाते हुए उसके रास्ते को पहले से ही खाली करवाकर शहर की यातायात व्यवस्था में अस्थाई परिवर्तन किया था, जिससे जुलूस के कारण आवाजाही प्रभावित नहीं हुई। संपूर्ण जूलूस पर निगरानी रखने के लिए सख्त सुरक्षा इंतजाम किए गए थे। ड्रोन से भी नजर रखी गई।
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