मारपीट,अपहरण व लूट के मामले में फरार इनामी बदमाशों सहित तीन गिरफ्तार
आरोपियों पर 500-500 का इनाम घोषित
पिछले तीन साल से मारपीट, अपहरण, लूट के मामले में फरार चल रहे दो इनामी बदमाशों सहित तीन आरोपियों को भीमगंजमंडी पुलिस ने शनिवार को रतलाम से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने दो आरोपियों पर 500-500 रुपए का इनाम भी घोषित किया है।
कोटा। पिछले तीन साल से मारपीट, अपहरण, लूट के मामले में फरार चल रहे दो इनामी बदमाशों सहित तीन आरोपियों को भीमगंजमंडी पुलिस ने शनिवार को रतलाम से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने दो आरोपियों पर 500-500 रुपए का इनाम भी घोषित किया है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को भगोड़ा घोषित किया था। जबकि दो आरोपियों के खिलाफ कोर्ट ने स्थाई वारंट भी जारी किया था।
आरोपियों को पुलिस काफी समय से तलाश कर रही थी, लेकिन आरोपी हर बार पुलिस को गच्चा देकर फरार हो जाते थे। आरोपी ओमप्रकाश पुत्र प्रभुदयाल निवासी गांव खेड़ी जिला दौसा, आजाद उर्फ अर्जुन पुत्र बंसल निवासी रतलाम मप्र., पूनम पुत्र चुन्नीलाल निवासी रतलाम मप्र से पूछताछ कर रही है। पुलिस ने ओमप्रकाश, आजाद उर्फ अर्जुन पर इनामी व भगोड़ा घोषित किया था। जबकि आजाद , पूनम के खिलाफ कोर्ट ने स्थाई वारंट जारी किया था। पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत ने बताया कि 28 नवंबर 2019 को पूनम शर्मा ने रिपोर्ट दी थी कि सुबह करीब आठ बजे पति पवन शर्मा अपने भांजे पार्थ के साथ रेलवे स्टेशन बजरिया में कचौरी खा रहे थे। तभी पांच-सात जने आए , आते ही पवन के साथ मरपीट की तथा छीना झपटी के बाद पवन को जबरन कार में बैठाकर ले गए। मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ अपहरण, मारपीट का मुकदमा दर्ज किया था। मामले में पुलिस ने अनुसंधान के दौरान आरोपियों को गिरफ्तार किया था, लेकिन आरोपी ओमप्रकाश, पूनम व आजाद फरार हो गए थे। पुलिस ने आरोपियों पर 500-500 रुपए का इनाम घोषित किया था। इसी प्रकार से आरोपी आजाद उर्फ अर्जुन, पूनम ने चंदा बाई के साथ लूट करने के मामले में फरार चल रहे थे। आरोपियों ने चंदा बाई को सोने का भाव ऊंचा बताकर उसके सोने के कुंडल, मंगलसूत्र की अच्छी कीमत देने का झांसा देकर उसे उसके जेवरात के बदले असली नोटों की गड्डी बताकर नकली नोट थमा कर फरार हो गए थे। इस मामले में आजाद उर्फ अर्जुन व पूनम को गिरफ्तार किया गया था। आरोपी जमानत के बाद से फरार हो गए थे। लंबे समय से दोनों अदालत से फरार चल रहे थे। न्यायालय ने दोनों के खिलाफ स्थाई वारंट भी जारी किया था।
रिश्तेदारों के काट रहे थे फरारी
पुलिस इंस्पेक्टर लक्ष्मीचंद वर्मा ने बताया कि आरोपी पुलिस ने बचने के लिए अपने पैतृक गांव ना जाकर रिश्तेदारों के यहां ही रहकर फरारी काट रहे थे। तीनों बार-बार स्थान बदल देते थे। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि तीनों आरोपी रतलाम में अपने रिश्तेदारों के यहां नाम बदल कर रहे हैं। इसके बाद तीनों को रतलाम से गिरफ्तार किया।
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