रानीमहल जर्जर हालात में, हादसे का अंदेशा

ऐतिहासिक धरोहर की अनदेखी: तेज बारिश में कभी भी हो सकता है धाराशायी, तहसील भवन में रखा रिकॉर्ड धूल खा रहा

रानीमहल जर्जर हालात में, हादसे का अंदेशा

छोटी काली सिंध नदी के किनारे बसे गंगधार कस्बे की ऐतिहासिक पुरानी धरोहर पुरातत्व विभाग की अनदेखी के कारण विलुप्त होने की स्थिति में है, तेज बरसात से इसके गिरने से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। गंगधार कस्बे में राजा महाराजा के जमाने का रानी महल जो अब पुराना तहसील भवन है, जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो रहा है ।

चौमहला। छोटी काली सिंध नदी के किनारे बसे गंगधार कस्बे की ऐतिहासिक पुरानी धरोहर पुरातत्व विभाग की अनदेखी के कारण विलुप्त होने की स्थिति में है, तेज बरसात से इसके गिरने से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। गंगधार कस्बे में राजा महाराजा के जमाने का रानी महल जो अब पुराना तहसील भवन है, जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो रहा है, इसकी दीवारों में दरारें पड़ चुकी है, कही कही से दीवार गिरना शुरू हो गई, तथा छतें भी कमजोर हो चुकी है, यह ऐतिहासिक धरोहर कभी भी गिर सकती है ,यदि  तेज बरसात में यह भवन गिरता है तो मां लक्ष्मी मंदिर ध्वस्त हो जाएगा तथा मंदिर परिसर में रहने वाले हादसे के शिकार हो सकते हैं, यदि इस भवन की दीवारें पश्चिम की ओर  गिरती है तो नदी का रानी घाट इसके चपेट में आ सकता है।  मंदिर समिति व स्थानीय नागरिकों ने कई बार इस बारे में शिकायत की, लेकिन प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। इस पुराने तहसील भवन में तहसील का रिकॉर्ड भी रखा हुआ है, जो धूल खा रहा है।

किले में है कुंडला झालाओं का देवाजी मंदिर
इसी तरह गंगधार का किला भी जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो रहा है। गत वर्ष बरसात में दक्षिण दीवार आधी गिर चुकी है। इस ऐतिहासिक धरोहर की मरम्मत नहीं होने के कारण दिन-प्रतिदिन इसकी हालत खराब होती जा रही है। इस किले में कुंडला झालाओं का देवाजी मंदिर व राम मंदिर भी है। इस किले  में 12 कमरे बने हुए हुए थे, कुछ साल पहले यहां विद्यालय संचालित होता था, कमरे अब क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, अगर तेज बरसात में किले  की पूर्वी दीवार गिरने पर नायक बागरी मोहल्ला चपेट में आ सकता है। दक्षिणी दीवार गिरने पर चावड़ी बाजार के मकान चपेट में आ सकते हैं, जिससे बड़ी हानि हो सकती है। समय रहते इस धरोहर की  मरम्मत हो जाती तो यह पर्यटन स्थल बन सकता है।

ऐतिहासिक किला अनदेखी के चलते जर्जर हालात में है। ऐसे प्राचीन ऐतिहासिक किलों को कार्य योजना बनाकर मरम्मत करनी चाहिए।
-प्रह्लाद सिंह परमार, सरपंच गंगधार

 पुरातात्विक ऐतिहासिक सांस्कृतिक प्राचीन नगर गंगधार में पुराना तहसील भवन (किला) गर्ग ऋषि का यज्ञ टीला, किला, रामद्वारा, जैन मन्दिर जैसे अत्यंत महत्वपूर्ण धरोहर है, जिनका संरक्षण किया जाना अत्यंत आवश्यक है।    - दशरथ पांडे, राष्ट्रीय अध्यक्ष भारत मिशन 

यह ऐतिहासिक धरोहर है,  रानी महल व किले की मरम्मत कर पर्यटन स्थल बनाया जा सकता है।   -राजेश नीमा, पूर्व सरपंच गंगधार

 ऐतिहासिक धरोहर नष्ट नहीं हो इसके लिए इसकी मरम्मत करवाकर पुरातत्व विभाग के सुपुर्द कर देना चाहिए।   - कुमोद शर्मा, अध्यापक

 पुराना तहसील भवन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो रहा है, दीवारें झुकने लगी है। पीडब्ल्यूडी विभाग ने 2013 में ही इसे जर्जर घोषित कर दिया था, यदि यह भवन कभी गिरा तो जनहानि हो सकती है। इस भवन के नीचे महालक्ष्मी मन्दिर है, जहां श्रद्धालु मौजूद रहते हैं। इस भवन को जमींजोद कर देना चाहिए, इस बारे में अधिकारियों को लिखा भी है।
मुथरेश शर्मा, पुजारी महालक्ष्मी मंदिर गंगधार

 पुराना तहसील भवन व किला ऐतिहासिक धरोहर है, जिसमें दीवारों में दरारे आ गई है। देखरेख के अभाव में कीमती सागवान लकड़ी चोरी हो रही है। दोनों की मरम्मत कराई जावे।  -  प्रमोद निगम

 ऐतिहासिक इमारत जर्जर होने से कभी भी हादसा हो सकता है। इसकी मरम्मत करवाकर किसी संस्था के सुपूर्द की जाए ताकि इसकी देखरेख हो सके।     - नरेश निगम अध्यक्ष, चित्रांश वेलफेयर सोसायटी गंगधार

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