जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो रही हरिगढ़ तालाब की पाल, आमजन की सुरक्षा पर मंडरा रहा खतरा
30 वर्ष पूर्व एक करोड़ की लागत से हुआ था निर्माण
पंचायत समिति खानपुर के ग्राम हरिगढ़ में जल संसाधन विभाग द्वारा 30 वर्ष पूर्व एक करोड़ की लागत से निर्मित तालाब की पाल जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। जिसके कारण आमजन की सुरक्षा पर संकट मंडराने लगा है।
पनवाड़/ खानपुर। पंचायत समिति खानपुर के ग्राम हरिगढ़ में जल संसाधन विभाग द्वारा 30 वर्ष पूर्व एक करोड़ की लागत से निर्मित तालाब की पाल जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। जिसके कारण आमजन की सुरक्षा पर संकट मंडराने लगा है। जानकारी के अनुसार हरिगढ़ तालाब की भराव क्षमता 29 मिलियन घनफीट है। तालाब से निकल रही नहर से किसानों की 1500 हेक्टेयर कृषि भूमि सिंचित होती आ रही थी। वर्ष 2006-07 में तालाब के पानी की भराव क्षमता बढ़ाने के लिए 24 लाख की लागत से पाल को दो फीट ऊंचा कर इस पर गेट लगाने के लिए 29 खांचों का निर्माण, हेडवाल का निर्माण सहित अन्य कार्य करवाए गए थे। इसके बावजूद खांचों पर वर्तमान में एक भी गेट नहीं लग पाया है। तालाब की पक्की दीवार और मिट्टी से बनी पाल जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। चंद दिनों में शुरू होने वाली बरसात से पहले क्षतिग्रस्त तालाब की पाल की मरम्मत और हेडवाल का निर्माण कार्य नहीं करवाया गया तो आमजन की सुरक्षा को लेकर गंभीर समस्या उत्पन्न हो सकती है। ग्राम पंचायत और प्रशासनिक अधिकारी इस पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। ग्रामीण लोकेश नागर ने बताया कि वर्ष 2021 में तालाब की पाल और हेडवाल की मरम्मत के नाम पर 15 लाख और मनरेगा के तहत 11 लाख रुपए की राशि स्वीकृत हो चुके हैं। वर्ष 2021 में मनरेगा टेंडर होने के बाद भी आज तक क्षतिग्रस्त तालाब की पाल की मरम्मत और हेडवाल के निर्माण को लेकर किसी प्रकार की प्रगति नहीं हो सकी है।
अनाधिकृत खननसे हो चुके हैं गड्ढे
जनपद प्रतिनिधि बृजमोहन रेगर, ग्रामीण लोकेश नागर, सुरेंद्र खटीक सहित ग्रामीणों ने बताया कि वर्तमान में ग्राम पंचायत द्वारा हरिगढ़ व बोरदा गांव में स्थित तालाब तथा हरिगढ़ खेड़ा गांव के समीप स्थित राजस्व विभाग की काली तलाई में 31 मई 2022 से जेसीबी मशीनों और सैंकड़ों ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से रात दिन मिट्टी का अनाधिकृत खनन कर परिवहन करने से गहरे गड्ढे हो चुके हैं। जिसके चलते अब बारिश के पानी से तालाब में जल भराव क्षमता बढ़ जाएगी।
एक वर्ष पहले हो चुकी है राशि स्वीकृत
लोगों ने बताया कि एक वर्ष पहले ही मनरेगा के तहत लाखों रुपए की राशि स्वीकृत होने के बाद भी बारिश से पहले क्षतिग्रस्त तालाब की पाल और हेडवाल की मरम्मत नहीं होने से कोई भी घटना घटित हो सकती है। आमजन की सुरक्षा और जांच को लेकर जिला कलक्टर को भी लिखित में अवगत करवाया जा चुका है।
इस मामले की शिकायत दे दो। जांच करवा लेंगे। -भानुप्रताप सिंह हाड़ा, विकास अधिकारी, पंचायत समिति खानपुर
ग्राम पंचायत हरिगढ़ को तालाब गहरीकरण करने के लिए मिट्टी खुदाई की अनुमति दी है। तालाब की क्षतिग्रस्त पाल व हेडवाल की सुरक्षा को लेकर हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं है।
-अशोक वर्मा, सहायक खनिज अभियंता, खान व भू विज्ञान विभाग, झालावाड़
यदि तालाब की क्षतिग्रस्त पाल और हेडवाल निर्माण के लिए राशि स्वीकृत हुई है तो सेंक्शन के अनुसार शीघ्र ही काम चालू कर देंगे।
-शाहिद खान, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत हरिगढ़
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