मोबाइल पर बात करना पड़ा भारी, नौ हजार से ज्यादा लाइसेंस सस्पेंड

पछता रहे लोग : ओवर स्पीड,ड्रिंक एन्ड ड्राइव और ओवरलोडिंग के मामले में हुई कार्रवाई, काट रहे लोग विभाग के चक्कर , परिवहन विभाग ने पिछले दो माह में ही 696 लाइसेंस किए निलंबित

मोबाइल पर बात करना पड़ा भारी, नौ हजार से ज्यादा लाइसेंस सस्पेंड

यातायात पुलिस की सख्ती के बावजूद शहरवासी सुधरने का नाम नहीं ले रहे। ऐसे लापरवाहों को सबक सिखाने के लिए हाईकोर्ट के आदेश के बाद पुलिस और परिवहन विभाग लाइसेंस निलंबित करने की कार्रवाई कर रही है। परिवहन विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार विभाग ने 9 हजार 84 वाहन चालकों के लाइसेंस 3 से 6 माह तक के लिए निलंबित किए हैं।

कोटा। यातायात पुलिस की सख्ती के बावजूद शहरवासी सुधरने का नाम नहीं ले रहे। शहर में ड्रिंक एंड ड्राइव, ओवर स्पीड, वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात व क्षमता से अधिक सवारियां बिठाकर वाहन चलाने वाले चालकों के खिलाफ ट्रैफिक पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। इसके बावजूद चालक नियमों का उल्लंघन करने से बाज नहीं आ रहे। ऐसे लापरवाहों को सबक सिखाने के लिए हाईकोर्ट के आदेश के बाद पुलिस और परिवहन विभाग लाइसेंस निलंबित करने की कार्रवाई कर रही है। परिवहन विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार विभाग ने 9 हजार 84 वाहन चालकों के लाइसेंस 3 से 6 माह तक के लिए निलंबित किए हैं। 

3 से 6 माह के लिए लाइसेंस होता है निलंबित
आरटीओ से मिली जानकारी के अनुसार यातायात पुलिस चालान बनाने के बाद इस तरह के वाहन चालकों की जानकारी परिवहन विभाग को भेजता है। नोटिस मिलने के बाद वाहन चालक की सुनवाई होती है। यातायात नियम तोड़ने के पीछे उचित कारण जैसे, बीमार व्यक्ति को लेकर जाना या फिर कोई अन्य जरूरी वजह हो तो उसके लाइसेंस निलंबन को तीन माह के लिए सस्पेंड किया जाता है। लेकिन कोई वाहन चालक नोटिस का जवाब नहीं देता या नियम तोड़ने का संतोषपूर्ण जवाब नहीं मिलने पर उसके लाइसेंस की अवधि 6 माह तक बढ़ा दी जाती है। 

20-21 में हुए 3 हजार 63 लाइसेंस निलंबित 
परिवहन विभाग ने 1 अप्रेल 2020 से मार्च 2021 तक कुल 3 हजार 864 वाहन चालकों के लाइसेंस निलंबित किए हैं। नोटिस मिलने के बाद चालकों के होश उड़ गए। अब वे, अपने लाइसेंस बहाली को लेकर आरटीओ आॅफिस के चक्कर काट रहे हैं।

21-22 में 5 हजार 221 लाइसेंस किए सस्पेंड
वाहन चालकों की लापरवाही का आलम यहीं नहीं रुका। अगले वर्ष सस्पेंड लाइसेंस की संख्या में डेढ़ गुना इजाफा हुआ। आंकड़ों की बात करें तो1 अप्रेल 2021 से मई 2022 तक 5 हजार 221 लोगों के लाइसेंस सस्पेंड हो चुके हैं। इसके बावजूद नियमों का उल्लंघन से बाज नहीं आ रहे।

लॉकडाउन में हुए सबसे ज्यादा निलंबित
शहर के लोग खासकर युवा वर्ग की सनक कोरोनाकाल में भी नहीं रुकी। इसकी गवाही आरटीओ के आंकड़े खुद दे रहे हैं। जहां पूरा शहर लॉकडाउन के चलते बंद था वहीं, वाहन चालक सड़कों पर फर्राटा भर रहे थे। पुलिस ने भी लापरवाहों को सबक सिखाते हुए जुलाई 2020 में 706 लोगों की कुंडली बनाकर आरटीओ को भेजी।  इस पर जिला परिवहन विभाग ने कार्रवाई करते हुए इन सभी के लाइसेंस निलंबित कर दिए।

इनका कहना है
यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के लाइसेंस तीन से छह माह तक के लिए निलंबित किए जा रहे हैं। आजीवन लाइसेंस निरस्त करने की एक अलग प्रक्रिया है, जो कोर्ट के आदेश से होता है। फिलहाल अभी लाइसेंस निलंबन की प्रक्रिया ही की जा रही है।  वाहन चालक लाइसेंस की शर्तों के अनुरूप ही वाहन चलाएं।  सुरक्षित ड्राइव करें और खुद के साथ राहगीरों की भी सुरक्षा करें।
- ज्ञान देव विश्वकर्मा, प्रादेशिक परिवहन अधिकारी

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