मोटर मार्केट बना रहे, उधर नौ साल बाद भी शिफ्ट नहीं हुआ कार बाजार
खाली दुकानों में होने लगा अतिक्रमण : यूआईटी ने करोड़ों रुपए खर्च कर बनाई 250 से अधिक दुकानें
नगर विकास न्यास द्वारा डीसीएम रोड पर आधुनिक मोटर मार्केट तो बनाया जा रहा है। जबकि करोड़ों रुपए की लागत से बने कार बाजार को न्यास अधिकारी 9 साल बाद भी शिफ्ट नहीं कर सके। जिससे कार बाजार कीे खाली दुकानों पर अतिक्रमण होने की तैयारी शुरू हो गई है।
कोटा। नगर विकास न्यास द्वारा डीसीएम रोड पर आधुनिक मोटर मार्केट तो बनाया जा रहा है। जबकि करोड़ों रुपए की लागत से बने कार बाजार को न्यास अधिकारी 9 साल बाद भी शिफ्ट नहीं कर सके। जिससे कार बाजार कीे खाली दुकानों पर अतिक्रमण होने की तैयारी शुरू हो गई है। शहर में काफी समय पहले तक एरोड्राम चौराहे पर कार बाजार लगाया जा रहा था। जहां हर रविवार को बड़ी संख्या में पुरानी कारें बिकने के लिए आती थी। जिससे वहां ट्रैफिक जाम होने व आमजन को परेशानी होने की समस्या होने लगी। इस समस्या को दूर करने के लिए नगर विकास न्यास की ओर से उद्योग नगर थाने के आगे व कंसुआ चौराहे के पास खाली जगह पर कार बाजार बनाने का निर्णय किया। वर्ष 2013 में कार बाजार बनाया गया। उस समय वहां 160 दुकानें बनाई गई थी। न्यास ने करोड़ों रुपए खर्च कर दुकानें तो बना दी। लेकिन न तो उन दुकानों का आवंटन किया जा सका और न ही शिफट। जिससे कई सालों तक उस बाजार में दुकानें खाली पड़ी रही। सूत्रों के अनुसार वर्तमान में हर रविवार को यहां अघोषित रूप से कार बाजार लग रहा है।
बाद में नई दुकानें बनाई
जानकारों के अनुसार कार बाजार में दुकानदार अधिक होने व दुकानें कम होने से न्यास ने वहां फिर से नई दुकानें बनाना शुरू किया। न्यास अधिकारियों ने फिर से वहां करोड़ों रुपए खर्च कर करीब 100 और दुकानें बनाई। वर्तमान में वहां करीब 256 दुकानें बनकर तैयार हो गई हैं। उसके बाद भी 9 साल बीतने पर वहां कार बाजार शिफ्ट नहीं हो सका है। दुकानदारों ने बताया कि वे कई सालों से दुकान आवंटन का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन न्यास ने अभी तक यहां कार बाजार शिफ्ट नहीं किया है। यहां बाजार शिफट होने से उन्हें तो सुविधा होगी ही लोगों को भी इसकी जानकारी मिलने से उन्हें कारें खरीदने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।
शटर लगे और कई दुकानों पर नाम तक लिखे
न्यास द्वारा दुकानें बनाने के बाद उनके शटर भी लगाए जा चुके हैं। पूर्व में कुछ दुकानें आवंटित भी हो गई थी। जिससे दुकानदारों ने दुकानों पर अपने ाम भी लिख लिए थे। लेकिन अधिकतर दुकानें अभी भी बिना आवंटन के ही हैं। वर्तमान में सभी दुकानें खाली पड़ी हुई हैं।
अतिक्रमण होने लगा
हालत यह है कि कार बाजार में दुकानें बनाकर उन्हें भगवान भरोसे छोड़ दिया गया। जिससे कई दुकानों पर तो अतिक्रणण भी होने लगे हैं। मजदूर वर्ग के लोगों ने वहां दुकानों में रहना शुरू कर दिया है। खाली जगह होने से वहां कुछ लोग आयोजन भी करने लगे हैं। दो दिन पहले वहां टेंट लगाकर बड़ा आयोजन हो रहा था। वहां आयोजन की अनुमति किसने दी और किसने आयोजन किया इस बारे में किसी को जानकारी नहीं है।
जन सुविधाओं को किया तैयार
न्यास अधिकारियों के अनुसार वर्ष 2013 में बनाई गई दुकानें कम थी। उन्हें बाद में बढ़ाकर 256 किया गया है। लेकिन वहां जन सुविधाएं नहीं थी। अभी उन्हें बनाने का काम किया जा रहा है। यहां बाजार में प्रवेश के लिए दो द्वार मेन रोड की तरफ और एक पीछे की तरफ बनााया गया है। शीघ्र ही दुकानदारों को यहां शिफ्ट करने की योजना है।
मोटर मार्केट की बन रही दुकानें
इधर नगर विकास न्यास द्वारा डीसीएम रोड पर आरओपी के पास आधुनिक मोटर मार्केट बनाया जा रहा है। जिसमें 311 दुकानें बनाई जा रही हैं। इन दुकानों को बनाने का काम इतना तेजी से किया जा रहा है 10 गुणा 10 वर्ग फीट की ये दुकानें नजर भी आने लगी हैं। इस मार्केट में एरोड्राम चौराहा स्थित मोटर मार्केट से हटाए गए मोटर मैकेनिकों को पुनर्वास किया जाएगा। मोटर मैकेनिकों को 2 लाख 99 हयार रुपए में दुकानें आवंटित की जाएग़ी। इस मार्केट में न्यास द्वारा सभी सुविधाएं विकसित करने का दावा किया जा रहा है।
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