टूटे झूले, बंद फव्वारे बिगाड़ रहे चंबल गार्डन का सौन्दर्य

चंबल गार्डन का मामला- शहर के सबसे बड़े पार्क में अव्यवस्थाओं का आलम

टूटे झूले, बंद फव्वारे बिगाड़ रहे चंबल गार्डन का सौन्दर्य

कोटा शहर के फेमस चंबल नदी के किनारे बने चंबल गार्डन में अवस्थाओं का आलम है। गार्डन में काफी लंबे समय से फव्वारे बंद है। झूले टूटे हुए लटक रहे हैं और लाइट भी बंद है।

कोटा। प्री मानसून की बरसात होते ही शहर के ग्रीन पार्क, गार्डन व पिकनिक स्पॉट लोगों की भीड़ से लबालब होने लगे हैं। लेकिन कोटा शहर के फेमस चंबल नदी के किनारे बने चंबल गार्डन में अवस्थाओं का आलम है। गार्डन में काफी लंबे समय से फव्वारे बंद है। झूले टूटे हुए लटक रहे हैं और लाइट भी बंद है। गार्डन की डिग्गी में पानी तक सूख चुका है। पार्क में लगे लाइट बॉक्स से बिजली के नंगे तार निकल चुके हंै और लावारिस पशुओं की भरमार है। ये सब पार्क की दुर्दशा को बयां करते हैं। पार्क में सुबह-शाम सैकड़ों की संख्या में लोग सैर करने आते हैं, लेकिन उसकी बदहाली देखकर उदास हो जाते हैं। सुविधाएं न होने से बच्चों को निराशा ही हाथ लगती है।

लटक रहे हैं टूटे झूले
चम्बल गार्डन के मनोरंजन जोन में लगे आधा दर्जन झूले टूट चुके है। प्रशासन ने झूलों को दुरुस्त करवाने की बजाए समेटकर बांध दिया गया है। इससे भी अहम यह है कि कई जगह तो झूले इस तरह से टूटे हैं कि इनकी वजह से गंभीर हादसे हो सकते हैं। झूलों में नुकीले लोहे की वस्तुएं लगी हुई है । बार-बार शिकायत करने के बाद विभाग इन्हें ठीक नहीं करवा रहा। ऐसे में पैरंट्स ने इन पार्कों में बच्चों को ले जाना ही लगभग बंद कर दिया है।

डिग्गी की हालत खस्ताहाल
गार्डन में बनाई गई पानी की बड़ी डिग्गी की हालत भी दयनिय हो चुकी है। इस डिग्गी के बाहर सुरक्षा के लिए लगाई गई लोहे की जाली उखड़कर टूट चुकी है। साथ ही लोहे के पोल भी डिग्गी के बाहर उखडकर गिरे हुए है। ऐसे में डिग्गी के पास जाने वाले लोगों व छोटे बच्चों का डिग्गी में गिरने का भी खतरा बना रहता है। इस डिग्गी की हालत अंदर से खस्ताहाल हो चुकी है और जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। डिग्गी में कचरा व गंदगी जमा हो गई है, जिसकी वजह से यहां से बदबू आने लगी है। डिग्गी का पानी पूरी तरह से सूख चुका है।

फव्वारे व लाइट बंद
इसी गार्डन में घूमने आने वाले लोगों को लुभाने के लिए आकर्षक सुंदर प्रतिमा लगाकर सर्किल बनाया गया है। जिसमें कलर फुल लाइट व फव्वारे लगाए हुए हैं। ये फव्वारे व लाइट भी काफी लंबे समय से बंद है। सेल्फी लेने के लिए भी पार्क का यह मुख्य पॉइंट है, लेकिन उसकी मरम्मत तक नहीं हो पा रही। गार्डन में आने वाले लोगों को यह विहंगम दृश्य अपनी और आकर्षित तो करता है, लेकिन फव्वारे व लाइट बंद होने से चेहरे पर मायूसी छा जाती है।

लाइट सप्लाई बॉक्स खुला
झूलों के नजदीक लाइट बॉक्स भी खुला हुआ है। जिसकी तार भी बाहर निकल रहे है। बारिश का पानी भी इस लाइट बॉक्स में जाने से स्पार्किंग का खतरा बना रहता है। साथ ही छोटे बच्चे इस लाइट  बॉक्स के पास ही खेलते रहते है। बिजली के इस खुले बॉक्स से बड़ी घटना होने का अंदेशा बना रहता है। इससे बिजली के पोल में करंट आने आने की संभावना रहती है।

इनका कहना है
 चंबल गार्डन में अभी झूले ठीक करवाए गए थे। जो भी खराब या टूटे हुए झूले है उनको  जल्द ठीक करवा दिया जाएगा। पार्क में फव्वारे व लाइट बंद होने की सूचना अभी मिली है इनको भी ठीक करवा दिया जाएगा।
- ए क्यू कुरैशी, उद्यान प्रभारी नगर निगम कोटा दक्षिण

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