कोटा दक्षिण वार्ड 41 : मोटर के बिना पानी नहीं, बिजली बिना मोटर चलती नहीं

सड़क-सफाई चकाचक लेकिन बिजली-पानी की समस्या से जूझ रहे वार्डवासी ,अजीब दुविधा में फंसी 8 हजार की आबादी

कोटा दक्षिण वार्ड 41 :  मोटर के बिना पानी नहीं, बिजली बिना मोटर चलती नहीं

विज्ञान नगर के कई वार्ड सड़क, गड्ढ़े व गंदगी की समस्याओं से जूझ रहे हैं, वहीं एक वार्ड ऐसा भी है जहां सड़कें व सफाई चकाचक है। लेकिन, बिजली की अघोषित कटौती से लोग आहत हैं।

कोटा। विज्ञान नगर के कई वार्ड सड़क, गड्ढ़े व गंदगी की समस्याओं से जूझ रहे हैं, वहीं एक वार्ड ऐसा भी है जहां सड़कें व सफाई चकाचक है। लेकिन, बिजली की अघोषित कटौती से लोग आहत हैं। कोटा दक्षिण निगम निगम के वार्ड 41 में बिजली-पानी का मुद्दा गर्माया हुआ है। मोटर के बिना नलों में पानी आता नहीं और बिजली के बिना मोटर चलती नहीं। ऐसे में 8 हजार की दोहरी मुसीबत से जूझ रही है।

वार्ड क्षेत्र
वार्ड 41 में छत्रपुरा तालाब, छत्रपुरा कॉलोनी, पोलोटेक्निक कॉलेज, आईटीआई कॉलेज, पुराना आरटीओ आॅफिस, अयप्पा मंदिर के सामने का इलाका, मीणा बालिका छात्रावास, करणी नगर विकास समिति का क्षेत्र शामिल हैं।

बच्चों को जानलेवा जख्म दे रहे आवारा श्वान
छत्रपुरा तालाब इलाके में इन दिनों आवारा श्वान मुसीबत बने हुए हैं। बच्चों को निशाना बना रहे हैं। तीन दिन पहले घर के बाहर खेल रहे दो बच्चों पर श्वानों ने हमला कर लहुलूहान कर दिया। वहीं, बाइक सवारों को काटने के लिए लपकते हैं। रात 8 बजे के बाद घर आना या घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया। मोहल्लेवासियों ने नगर निगम में भी शिकायत की लेकिन सुनवाई नहीं। वहीं, अघोषित बिजली कटौती ने हाल बेहाल कर रखा है।  हालांकि, सड़क व सफाई व्यवस्था बेहतर है।
- सलीम शेख, वार्ड 41 निवासी

अघोषित बिजली कटौती से हो रहा बुरा हाल
वार्ड 41 में बिजली कटौती सबसे बड़ी समस्या है। यहां बिजली आने-जाने का कोई समय निर्धारित नहीं है। दिनभर में 8 से 10 बार बिजली जाती है। ट्रांसफार्मर पर लोड सेटिंग बराबर नहीं है। दो-चार घरों को छोड़कर पूरे मोहल्ले की बिजली घंटों तक गुल रहती है। केडीएल के टोल फ्री नम्बर पर सुनवाई नहीं होती। पूरे विज्ञान नगर में इस इलाके में ही सबसे ज्यादा बिजली बंद रहती है। जगह-जगह बिजली के तार झूल रहे हैं। बड़े वाहनों के आवागमन के दौरान तार उलझकर टूट जाते हैं। केईडीएल के बिजली समाधान शिविर में भी समस्या उठाई लेकिन आश्वासन ही मिले लेकिन व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हुआ।
-शोएब खान, छत्रपुरा तालाब निवासी

मोटर के बिना नहीं आता पानी
वार्ड के नीचले इलाके में पानी की गंभीर समस्या है। मोटर के बिना नलों में पानी नहीं आता। पहले तो धीमे प्रेशर से पानी आ जाता था लेकिन अब तो वह भी नहीं आ रहा। पार्षद से समाधान की गुहार लगाई तो नई पाइप लाइन डलवा दी लेकिन जलापूर्ति में सुधार नहीं हुआ। ऐसे में मजबूरन मोटर चलानी पड़ती है। लेकिन, अघोषित बिजली कटौती से परिवार के जरूरत के मुताबिक पानी एकत्रित नहीं कर पाते। जलदाय कार्यालय में भी अधिकारियों से मिलकर पीड़ा बताई, इसके बावजूद जलापूर्ति में सुधार नहीं हुआ।
- नरेंद्र सेन, छत्रपुरा तालाब निवासी

नालियों की नहीं हो रही सफाई
वार्ड के मोहल्लों में नालियों की नियमित सफाई नहीं होती। छोटी-बड़ी सभी नालियां चौक हो रही है। गंदा पानी ओवरफलो होकर सड़कों पर फैला रहता है। आने-जाने में काफी दिक्कत होती है। मोहल्लेवासी स्वयं के खर्चे पर नालियों की सफाई करवाते है। सफाईकर्मी आते हैं लेकिन छत्रपुरा तालाब मेन रोड की सफाई कर चले जाते हैं, मोहल्ले में आते ही नहीं है। पार्षद से शिकायत के बाद कुछ दिन सफाईकर्मी आए और नालियां साफ कर मलबा सड़क पर ही छोड़ गए। बरसात होने पर सारा मलबा सड़क पर फैलते हुए वापस नालियों में जम गया।
-नासिर अली, वार्ड 41 निवासी

1 करोड़ से वार्ड में करवाए विकास कार्य
वार्डों में विकास कार्य के लिए नगर निगम से 1 करोड़ का बजट मिला था। जिससे वार्ड 41 के लगभग सभी इलाकों में विकास कार्य करवाएं हैं। छत्रपुरा तालाब इलाके के गुर्जरों का मोहल्ला, साड़ियां व ब्रेकरी वाली गलियों में सीसी रोड व नालियां बनवाई। वहीं, जग्गू चौराहे पर पुलिया का निर्माण करवाया। अयप्पा मंदिर के आसपास के क्षेत्र में साढ़े तीन सौ मीटर पानी की पाइप लाइन डलवाई और पूरे वार्ड में 80 नई रोड लाइटें लगवाई। वहीं, पुराना आरटीओ आॅफिस की तरफ सीसी व मोटर मार्केट से छत्रपुरा कॉलोनी की ओर आने वाले मार्ग पर डामर सड़क का निर्माण करवाया। इसके अलावा छत्रपुरा तालाब में आवासीय पटटे, छत्रपुरा कॉलोनी में पार्क और मिनी स्टेडियम बनाए जाना प्राथमिकता में है। इसके लिए यूडीएच मंत्री से भी बात की है। इस वार्ड की जवलंत समस्या बिजली की है। अधिकारियो से मिला था लेकिन ध्यान नहीं दिया। 
-साहिब हुसैन, वार्ड पार्षद 41

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