राजस्थान रणजी टीम को मिलेगा नया चीफ कोच
राजस्थान छोड़ फिर रेलवे से जुड़े निखिल डोरु, विनीत प्रबल दावेदार, दिशांत और परिदा भी दौड़ में
राजस्थान और रेलवे की ओर से रणजी ट्रॉफी में खेले निखिल डोरू पहले भी रेलवे टीम के कोच रह चुके हैं। राजस्थान और रेलवे की ओर से रणजी ट्रॉफी में खेले निखिल डोरू पहले भी रेलवे टीम के कोच रह चुके हैं। राजस्थान के सीनियर क्रिकेटर्स के आरसीए एकेडमी ग्राउण्ड पर शुरू हुए फिटनेस कैंप में डोरू की गैर मौजूदगी के साथ ही उनके आरसीए से साथ छोड़ने की चर्चाएं चल पड़ी थीं। आरसीए का कैंप नवेन्दु त्यागी और पुनीत यादव ले रहे हैं।
जयपुर। बीसीसीआई के आगामी घरेलू सत्र में राजस्थान की सीनियर टीम नये चीफ कोच के साथ मैदान पर उतरेगी। पिछले दो सत्र में राजस्थान रणजी टीम के चीफ कोच रहे पूर्व रणजी क्रिकेटर निखिल डोरू ने अब टीम का साथ छोड़ दिया है। डोरू फिर से रेलवे रणजी टीम से जुड़ गए हैं। राजस्थान और रेलवे की ओर से रणजी ट्रॉफी में खेले निखिल डोरू पहले भी रेलवे टीम के कोच रह चुके हैं। राजस्थान के सीनियर क्रिकेटर्स के आरसीए एकेडमी ग्राउण्ड पर शुरू हुए फिटनेस कैंप में डोरू की गैर मौजूदगी के साथ ही उनके आरसीए से साथ छोड़ने की चर्चाएं चल पड़ी थीं। आरसीए का कैंप नवेन्दु त्यागी और पुनीत यादव ले रहे हैं। निखिल डोरू ने नवज्योति से बातचीत में इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि वे रेलवे टीम के साथ चीफ कोच कम बैटिंग कोच की हैसियत से जुड़े हैं। उनके साथ संतोष सक्सेना टीम के तेज गेंदबाजी कोच और कुलमणि परिदा स्पिन कोच होंगे। राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन ने 2020-21 के सत्र में निखिल डोरू को राजस्थान टीम का चीफ कोच नियुक्त किया था।
विनीत, दिशांत और परिदा पर है नजर
राजस्थान टीम के चीफ कोच के लिए विनीत सक्सेना प्रबल दावेदार हैं। सौ से ज्यादा रणजी मैच खेल चुके विनीत सक्सेना को हाल ही बीसीसीआई ने लेवल टू कोच बनाया है। दिशांत याग्निक 2020 में राजस्थान टीम के साथ जुड़े लेकिन पिछले सत्र में वे पांडिचेरी चले गए। दिशांत फिर से आरसीए से जुड़ना चाहते हैं। यदि आरसीए बाहर से कोच लाती है, तो रश्मिरंजन परिदा भी दौड़ में हैं। राजस्थान की रणजी चैंपियन टीम का हिस्सा रहे परिदा ने पिछले वर्ष राजस्थान से जुड़ने की इच्छा जताई थी।
नये कोच का फैसला आरसीए कार्यकारिणी करेगी : शर्मा
राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव महेन्द्र शर्मा ने कहा कि निखिल डोरू की ओर से अभी तक हमें कोई औपचारिक जानकारी नहीं दी गई है। हां, पिछले सप्ताह उन्होंने यह जरूर बताया था कि रेलवे बोर्ड का उन पर फिर से जुड़ने का दबाव है। आरसीए कार्यकारिणी की बैठक में तय होगा कि किसी स्थानीय खिलाड़ी को ही कोच का जिम्मा सौंपा जाए या फिर बाहर से किसी को जोड़ा जाए।
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