उम्मेद पार्क नयापुरा का मामला : पार्क बना कचरा घर और बीमारी व खतरे की घंटी

जगह-जगह खुले बिजली के पैनल बॉक्स व फव्वारों में मच्छरों का जमावड़ा

 उम्मेद पार्क नयापुरा का मामला : पार्क बना कचरा घर और बीमारी व खतरे की घंटी

पार्क लोगों के घूमने, शुद्ध हवा व बच्चों के मनोरंजन का स्थान है। लेकिन नयापुरा स्थित नगर निगम के उम्मेद पार्क में यह सब उतना आसान नहीं है। पार्क बदहाले का शिकार हो रहा है।

कोटा । पार्क लोगों के घूमने, शुद्ध हवा व बच्चों के मनोरंजन का स्थान है। लेकिन नयापुरा स्थित नगर निगम  के उम्मेद पार्क में यह सब उतना आसान नहीं है। पार्क बदहाले का शिकार हो रहा है। महाराव उम्मेद सिंह के नाम पर बने इस पार्क की हालत इतनी अधिक खराब हो रही है कि यहां सभ्य परिवारों के लोगों को जाने में ही डर लगने लगा है। इस पार्क के बीच में महाराव इम्मेद सिंह की मुर्ति तो लगी हुई है। लेकिन उनके आस पास पानी की बौछार के लिए लगे  फव्वारे बरसों से बंद हैं। फव्वारे चलाने के लिए लगी बिजली की केबल को ही चोर व स्मैकची काटकर ले ेगए।  नगर निगम के अधिकारियों व ठेकेदार की लापरवाही इतनी अधिक है कि उन्हें ठीक कराने पर किसी का ध्यान ही नहीं है। इतना ही नहीं पार्क के बीच के अलावा चारों तरफ कोनी में लगे फव्वारे भी बंद हैं। हालत यह है कि चारों तरफ लगे फव्वारों में बरसों से गंदा पानी जमा हुआ है। जिसमें मच्छर व लार्वा पनप रहे हैं। ये मच्छर वहां घूमने आने वालों को काटकर उन्हें बीमार कर रहे हैं। लेकिन उस गंदे पानी को न तो नगर निगम के कर्मचारी साफ कर रहे हैं और न ही ठेकेदार के। नतीजा लोगों को गंदगी व दुर्गंध के साथ ही बीमारी का सामना करना पड़ रहा है।

गेट के पास ही कचरे का अम्बार
हालत यह है कि पार्क के अंदर गेट के पास ही  कचरे का इतना अधिक ढेर लगा हुआ है कि जिसे देखने से लग रहा है कि काफी समय से उस कचरे को वहां से साफ नहीं किया गया। हालाकि यह कचरा पार्क में सफाई के बाद निकलना है। लेकिन उस कचरे के ढेर को देखकर आस-पास के लोग भी वहां कचरा डालने लगे। जिससे वहां कचरे का काफी ढेर लग गया। जिससे वहां गंदगी तो हो रही है। साथ ही पार्क में घूमने आने वालों को दुर्गंध का सामना भी करना पड़ रहा है।

बिजली के पैनल बॉक्स खुले
पार्क जहां आस-पास के लोग घूमने आते हैं। दिन के समय पेड़ की छाया में कई अद्नय लोग भी आरास करते रहते हैं। उस पार्क की हालत यह है कि यहां बिजली के सभी पैनल बॉक्स खुले पड़े हैं। जिनसे तार बाहर निकल रहे हैं। कई तारों को स्मैकची व चोर काटकर ले गए। उन्हें निगम अधिकािरयों ने ठीक नहीं कराया। ऐसे में बरसात के समय पानी पड़ने पर उन बिजली के खुले पैनल बॉक्स में करंट का खतरा बना हुआ है। लेकिन इस पर किसी का ध्यान नहीं है। पार्क के गार्ड व लोगों ने बताया कि पार्क की अधिकतर लाइटें या तो खराब हैं या चोरी हो गई हैं। वर्तमान में पूरे पार्क में मात्र दो ही लाइटें जल रही हैं। जिससे वहां रात के सणय अंधेरा रहता है। ऐेस में रात के अंधेरे में पार्क में कई तरह की अवैध गतिविधियां हो रही हैं। लोगों ने बताया कि इस सबंध में ठेकेदार व निगम अधिकािरयों को कई बार अवगत करवाने के बाद भी उन्हें ठीक नहीं कराया गया है।

इनका कहना है
एक पार्क विशेष की दुर्दशा के बारे में जानकारी नही हैं। यदि उम्मदे पार्क में कचरे का ढेर लगा हुआ है तो उसे साफ करवा दिया जाएगा। बिजली के खुले पैनल बॉक्स को दिखवाकर उन्हें ठीक करवा दिया जाएगा। बंद लाइटों को भी चालू करवा दिया जाएगा। इसके संबंध में उद्यान प्रभारी व संबंधित ठेकेदार को अवगत करवा दिया जाएगा। जिससे बरसात से पहले सभी कमियों को दूर किया जा सकेगा।
- वासुदेव मालावत, आयुक्त, नगर निगम कोटा उत्तर

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