बीमार तृतीय श्रेणी अध्यापक की गुहार, तबादला कर दो सरकार, फेसबुक पोस्ट से गणपत लाल ने बयां किया अपना दर्द

सन् 2016 में शैक्षिक उन्नयन में उपखण्ड मजिस्ट्रेट पिण्डवाड़ा द्वारा सम्मानित भी हो चुका है।

बीमार तृतीय श्रेणी अध्यापक की गुहार, तबादला कर दो सरकार, फेसबुक पोस्ट से गणपत लाल ने बयां किया अपना दर्द

अध्यापक लेवल प्रथम गणपत लाल ने सरकार ( मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा) से ट्रांसफर को लेकर गुहार लगाई है। शिक्षक गणपत लाल ने शनिवार को फेसबुक पर पोस्ट करते हुए ट्रांसफर की गुहार लगाई है।

जयपुर। शिक्षा महकमें में अकसर ट्रांसफर को लेकर कई फसानें सामने आते रहे है। साथ ही पैसे लेकर तबादले होने के भी आरोप लगाते रहे है। लेकिन कई मर्तबा कुछ ऐसे शिक्षकों को तबादला नहीं हो पाता जिनकों वास्तविकता में तबादले की जरूरत है। ऐसे में दैनिक नवज्योति एक ऐसे शिक्षक की पीड़ा सरकार तक पहुंचाने का प्रयास कर रहा है। जिसका कहना है कि उसकी किसी राजनेता या बड़े स्तर तक एप्रोच नहीं है। जिससे उसका तबादला अब तक भी संभव नहीं हो पाया। 

दरअसल अध्यापक लेवल प्रथम गणपत लाल ने सरकार ( मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा) से ट्रांसफर को लेकर गुहार लगाई है।  शिक्षक गणपत लाल ने शनिवार को फेसबुक पर पोस्ट करते हुए ट्रांसफर की गुहार लगाई है। गणपत लाल ने अपनी पोस्ट में लिखा था कि मैं गणपत लाल तृतीय श्रेणी अध्यापक लेवल 1 पद पर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय वरली ,तहसील - पिंडवाड़ा जिला - सिरोही में कार्यरत हूं। मेरा मूलनिवास पाली जिले के बाली तहसील का सेंदला गांव हैं। मैं वर्तमान में लंग्स कैंसर के तीसरी स्टेज के साथ जिंदगी से संघर्ष कर रहा हूं, कुछ समय पहले ही मेरे पिताजी का भी देहांत हो चुका है। इस शारिरिक व मानसिक तनाव के साथ घर से इतनी दूर मुझे सरकारी नौकरी करने मे बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं सभी बड़े बड़े अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा मुझे ईलाज के लिए मना किया जा चुका है, मेरी माताजी जो मेरे गांव में रहती हैं, उनके भी पैर का ऑपरेशन हो चुका है, जो बार बार मेरे बारे में सोच कर बीमारी की अवस्था मे ही रहती हैं। मैंने मेरे मूल गांव में ट्रांसफर के लिए हर किसी को प्रार्थना पत्र दिया वो चाहे शिक्षक नेता हो या राजनीतिक नेता परन्तु अब तक मेरा ट्रांसफर नहीं हुआ। मैं इस बीमारी के कारण आर्थिक ,शारिरिक व मानसिक रूप से पूरी तरह टूट चुका हूं, मैं बहुत ही सामान्य परिवार से आता हूं, मेरा किसी भी राजनीतिक नेता से कोई अप्प्रोच नहीं, शायद इसी कारण मैं इतने साल से भटक रहा हूं। ये पोस्ट मैं मजबूरी मैं कर रहा हूं, यदि ये मेरी कोई पोस्ट या मेरा समाचार मुख्यमंत्री महोदय या शिक्षा मंत्री महोदय या गोविंद सिंह डोटासरा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के पास पहुंचा दे तो इस जन्म में मेरे अंतिम समय मे उनका मुझ पर बहुत बड़ा अहसान होगा। .........😢  नाम- गणपत लाल ,पद- तृतीय श्रेणी लेवल 1,कार्यरत स्थान -रा उ मा वी वरली ,पिंडवाड़ा सिरोही ,मूल निवास -सेंदला,बाली पाली मोबाइल नम्बर-7891527537 Employee ID - RJSR200734009409

गणपत लाल की ये पीड़ा उसकी इस पोस्ट में लिखे शब्दों से समझी जा सकती है। गणपत लाल गांव सेन्दला, तहसील -बाली, जिला - पाली का रहने वाला है। अपनी बीमारी का कारण देते हुए अपने गांव सेन्दला के राजकीय उच्च माध्यमिक विधालय, सेन्दला तहसील बाली जिला पाली में स्थानान्तरण  हो जाए चाहता है। तबादले की मांग को लेकर गणपत ने हर शिक्षक नेता से लेकर राजनेता की चौखट का दरवाजा भी खटखटाया है, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली। गणपत को 15 दिसंबर 2020 को दायें फेफड़ें में ट्युमर का पता चला।  फिर अमेरिकन हॉस्पिटल उदयपुर के माध्यम से दिनांक 29 दिसंबर 2020 को दाये फेफड़े में लंग्स कैंसर तीसरी स्टेज का पता चला। जिसके बाद उसका इलाज शुरू हुआ।  परिवार से दूर पिण्ड़वाड़ा में रहने के कारण मेरी स्थिति दयनीय हो रही थी, तो उसने स्थानान्तरण के लिए प्रयास किया।  लेकिन शायद वो तबादले के लिए या तो पैसे नहीं दे पाया या फिर उसकी कोई बड़ी अप्रोच नहीं थी।  उसने काफी प्रयास किया लेकिन उसका स्थानान्तरण नहीं हुआ। जिसके कारण उसके बच्चे की पढ़ाई भी बाधित हो रही है।  शिक्षक गणपत लाल सन् 2016 में शैक्षिक उन्नयन में उपखण्ड मजिस्ट्रेट पिण्डवाड़ा द्वारा सम्मानित भी हो चुका है।

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