कोटा दक्षिण वार्ड 01: एक करोड़ का बजट, काम हुए 50 हजार के
पार्षद बोले- हो रहा राजनीतिक भेदभाव
शहर का कोटा दक्षिण वार्ड 01 अभी भी विकास से कोसों दूर हैं। वार्ड के लिए 1 करोड़ का बजट जारी हुआ है। लेकिन अभी तक वार्ड में मुश्किल से 50 हजार के विकास कार्य भी नहीं हो पाए।
कोटा। शहर का कोटा दक्षिण वार्ड 01 अभी भी विकास से कोसों दूर हैं। वार्ड के लिए 1 करोड़ का बजट जारी हुआ है। लेकिन अभी तक वार्ड में मुश्किल से 50 हजार के विकास कार्य भी नहीं हो पाए। यह कहना है वार्ड के पार्षद दिलीप अरोड़ा का। वार्ड के कच्चे रास्ते, टूटी सड़कें, नालियों की सफाई व प्रकाश वयवस्था का अभाव वार्ड की पोल खोल रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है की वार्ड में 40 वर्ष पुरानी पानी सप्लाई की पाइपलान है। यह पाइपलाइन जगह-जगह से लीकेज हो चुकी है, जिससे वार्ड क्षेत्र में प्रेशर के साथ पानी नहीं आता। स्थानीय लोगों को पानी की किल्लत से भटकना पड़ रहा है। इसके साथ ही वार्ड क्षेत्र में सीवरेज लीकेज की समस्या भी बनी हुई है। सीवरेज लीकेज से कारण सड़कों के बीचों बीच गहरे गड्ढें बन गए हैं। जो हादसों को न्यौता दे रहे है। वार्ड क्षेत्र में लगी स्ट्रीट लाइटें भी खराब हो चुकी है। इससे रात्रि के समय सड़कों से गुजरने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। लाइटें बंद होने की वजह से सड़क हादसे भी होते रहते है। स्थानीय लोगों का कहना है की शहर को कैटल फ्री बनाने के भले ही लाख दावे किए जा रहे हो, पर हकीकत कुछ और ही है। सम्पूर्ण वार्ड क्षेत्र में आवारा पशुओं का आंतक है। आवारा पशु यहां से गुजरने वाले लोगों को चोटिल करते है। स्थानीय लोगों ने आवारा पशुओं को वार्ड से हटाने के लिए कई बार नगर निगम को भी अवगत करवाया, लेकिन आज तक इसकी ओर किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया।
बिजली कटौती से परेशानी
वार्ड क्षेत्र में बार-बार बिजली कटौती से लोगों को परेशानी होती है। दिन में कई बार बिजली के कट लगाए जाते है। स्थानीय लोगों का कहना है की रात्रि के समय भी बिजली कटौती की जाती है। पंखे नहीं चलने से गर्मी में पसीना तो रात में मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। साथ ही पानी की मोटर चलाए बिना पानी नहीं आता। लोग पानी से वचिंत रह जाते है। लगातार बिजली गुल होने से लोगों के व्यवसाय पर भी असर पड़ रहा है।
यह है वार्ड क्षेत्र
अफीम गोदाम, पट्टा बुर्ज अखाड़ा, रेतवाली, पदमनाथ मंदिर, नीलकण्ठ मंदिर, गढ़ पैलेस कैथूनीपोल थाना का वार्ड क्षेत्र में आता है।
टूटी सड़कों से परेशानी
वार्ड क्षेत्र में अनेक जगह से सड़के टूटकर क्षतिग्रस्त हो चुकी है। सड़कों पर गहरे गड्ढें बने हुए है, जिससे आए दिन हादसे होते रहते है। सीवरेज लीकेज की समस्या भी वार्ड क्षेत्र में बनी हुई है। पाइपलाइन टूट चुकी है। जिससे नालियों का गंदा पानी सड़कों पर बहता रहता है। गंदे पानी से लोगों को मौसमी बिमारियां हो रही है।
- तरुण नागर, स्थानीय निवासी
आवारा पशुओं से परेशानी
वार्ड क्षेत्र में आवारा पशुओं का आंतक बना हुआ है। पशु आने जाने वाले राहगिरों को चोटिल करते है। साथ ही वार्ड क्षेत्र में शवानों का आंतक है। नगर निगम इन पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहा। शवानों के आंतक से बच्चों ने घर से निकलना छोड़ दिया है।
- उम्मेद सिंह सोलंकी, स्थानीय निवासी
नहीं हो रहे काम
वार्ड के साथ लगातार राजनीतिक भेदभाव किया जा रहा है। वार्ड को 1 करोड़ का बजट जारी किया जा चुका है। लेकिन अभी तक वार्ड क्षेत्र में मुश्किल से 50 हजार के कार्य ही करवाए गए है। वार्ड में सड़के टूटकर बिखर चुकी है और जगह-जगह गहरे गड्ढें हो चुके हैं। जिनके कारण आए दिन सड़क हादसे होते है। वार्ड क्षेत्र में 6 हजार से ज्यादा जनसंख्या है। यहां के लोग लंबे समय से प्यासे मर रहे है। वार्ड की जनता अनेक समस्याओं से परेशान है। अनेक बार जनप्रतिनिधियों व प्रशासन के अधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है, लेकिन सुनवाई करने वाला कोई नहीं है।
- दिलीप अरोड़ा, पार्षद
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