कोटा उत्तर वार्ड 19 : कदम-कदम पर गड्ढें, घरों में कैद होकर रह गए लोग

5 माह से अधिक हो गया ना पानी की पाइपलाइन डाली और ना ही गढड्े बंद करवाए

कोटा उत्तर वार्ड 19 : कदम-कदम पर गड्ढें, घरों में कैद होकर रह गए लोग

शहर के कोटा उत्तर वार्ड 19 में पानी की पाइपलाइन डलवाने के लिए जलदाय विभाग ने जगह-जगह गहरे गढडे् खुदवाकर छोड़ दिए हैं। अब यह गढडे् हादसों का कारण बन रहे है।

कोटा। हजारों करोड़ रुपए खर्च करके कोटा शहर को स्मार्ट सिटी बनाया जा  रहा हैं। लेकिन अफसोस की बात है कि  जिस स्मार्ट सिटी की बात की जा रही है वह शहर के पहले से विकसित मुख्य मार्गों और चौराहों तक सीमित है। शहर में पानी की पाइपलाइन डालने व सीवरेज की वजह से तबाही मच रही है। शहर के कोटा उत्तर वार्ड 19 में पानी की पाइपलाइन डलवाने के लिए जलदाय विभाग ने जगह-जगह गहरे गड्ढें खुदवाकर छोड़ दिए हैं। अब यह गढडे् हादसों का कारण बन रहे है। यहां वार्ड में कदम कदम पर गहरे गढडे्  खोदे गए हैं। इन गढडे् में बरसात का पानी भर जाने से रोजाना हादसे हो रहे है। स्थानीय लोगों का कहना है की वार्ड की सड़के तो पहले से ही लंबे समय से खराब थी। बाकी कसर विभाग ने अब पाइपलाइन डलवाते समय निकाल दी। 5 माह से अधिक का समय हो गया है वार्ड में ना तो पानी की पाइपलाइन डाली जा रही है और ना ही यह गड्डें बंद करवाए जा रहे है। अभी बरसात का मौसम है, जिससे वार्ड की गलियां पानी से लबालब हो जाती है। पानी के कारण यह गड्ढें दिखाई नहीं देते। गलियों में से गुजरने वाले लोग व वाहन आए दिन इन गड्डों में गिरकर हादसों का शिकार होते रहते हैं। लेकिन प्रशासन व अधिकारियों ने आंखे मूंद रखी है। गड्ढों में गिरने के डर से लोग घरों में कैद होकर रह गए है। इसके साथ ही वार्ड की सड़के भी जगह-जगह से क्षतिग्रस्त होकर बिखर चुकी है। स्थानीय लोगों का कहना है की शहर के इस वार्ड से तो गांव की गलियां बेहतर होती है। वार्ड 19 में ऐसी कोई सड़क नहीं है, जो 50 मीटर तक भी सही हो। ऐसी सड़कों पर जानवर भी आने से कतराते है।

धरने-प्रदर्शन की चेतावनी
स्थानीय लोगों ने प्रशासन को चेताया है कि अगर समय रहते वार्ड क्षेत्र के लोगों की समस्याओं की ओर ध्यान नहीं दिया गया तो जिला कलक्टर कार्यालय पर प्रदर्शन किया जाएगा। जिसकी जिम्मेवारी नगर निगम, यूआईटी, जलदाय विभाग व जिला प्रशासन की होगी।

यह है वार्ड क्षेत्र
इस वार्ड में मानपुरा, अर्जुनपुरा, दसलाना, झालीपुरा, जगन्नाथपुरा, बोरखण्डी छोटी व बड़ी,मण्डानिया का सम्पूर्ण क्षेत्र वार्ड क्षेत्र में आता है।

बच्चे नहीं जाते स्कूल
स्थानीय लोगों का कहना है कि सम्पूर्ण वार्ड क्षेत्र कि गलियां, सड़कें इतनी खराब है कि जलभराव की समस्या के चलते बच्चे स्कूल तक नहीं पहुंच पाते। जिससे उनकी पढ़ाई छूट रही है। अगर बच्चे कीचड़ से गुजरकर स्कूल जाने का प्रयास करते भी है तो रास्ते में उनकी ड्रेस खराब हो जाती है। वार्ड के स्थानीय लोग कई बार जलभराव व गड्ढों की समस्या को लेकर नगर निगम, यूआईटी व जिला प्रशासन को अवगत करवा चुके है, लेकिन आज तक इसकी ओर किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया। ऐसे में स्थानीय लोगों में रोष व्याप्त है।

पसरा रहता है कीचड़
वार्ड में की गलियों व सड़कों में नालीयों के आभाव में कीचड़ पसरा रहता है। जिस कारण लोगों को आवागमन में भारी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। कीचड़ के कारण अक्सर बाइक चालक फिसल कर गिर जाते है। गलियों में पसरे कीचड़ के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
-भारत मालव, स्थानीय निवासी

फंस जाते हैं वाहन
वार्ड क्षेत्र की सड़के व गलियां इतनी खराब है की बिना वाहनों के कहीं जाना संभव ही नहीं है। वाहनों के गहरे गड्ढों में गिरने के डर से बहुत सावधानी से वाहन ले जाने पड़ते है। लेकिन वाहन भी बीच में फस जाते है। आलम यह है की स्कूल की बसें भी यहां रोजाना फस जाती है। जिनकों स्थानीय लोगों द्वारा निकाला जाता है। गड्ढों में बसें फसने से बस के पलटने का खतरा रहता है। इस वजह से अब स्कूली बसों ने यहां आना ही बंद कर दिया है।
-दिलिप नागर, स्थानीय निवासी

बिजली पानी की समस्या
वार्ड में 6 से 7 घण्टे लगातार बिजली के कट लगाए जाते है। बिजली नहीं होने से बिना मोटर के पानी भी नहीं आता और घरेलू काम भी पूरे नहीं हो पाते। बिजली विभाग के कर्मचारी बिजली की लाइन ठीक करने का हवाला देते है। रात्रि के समय में भी बिजली कटौती की जाती है, जिसे उमस से परेशानी होती है और मच्छर भी काटता है।
-मिनाक्षी शर्मा, स्थानीय निवासी

नहीं हो रही सुनवाई
वार्ड क्षेत्र के लोग वार्ड में जलभराव की समस्या से परेशान है। जलदाय विभाग, नगर निगम, व यूआईटी ने जगह-जगह से सड़के खुदवाकर छोड़ दी है। अब इन गड्ढों में पानी भर जाता है और रोजाना हादसे होते है। लोग घरों से नहीं निकल पाते। स्कूल न जाने से बच्चों की पढ़ाई खराब हो रही है। वार्ड के साथ राजनीतिक भेदभाव हो रहा है और हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही। हम प्रशासन को अवगत करवाकर थक चुके है। लेकिन अब जिला कलक्टर कार्यलय पर प्रदर्शन किया जाएगा।
-देवेन्द्र शर्मा, पार्षद

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