राजस्थान में भी हुई मंकिपॉक्स कि एन्ट्री! जयपुर के RUHS हॉस्पिटल में करवाया भर्ती
जांच के लिए सैंपल SMS मेडिकल कॉलेज भिजवाए
अजमेर के किशनगढ़ से रैफर होकर आए इस व्यक्ति के फीवर होने के साथ ही शरीर पर चिकनपॉक्स जैसे दाने दिखने के बाद उसे रैफर किया गया गया। वहीं एक बच्चा को भी संदिग्ध मानते हुए जयपुर में RUHS में बने डेडिकेटेड आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। अजमेर के किशनगढ़ से रैफर होकर आए इस व्यक्ति के फीवर होने के साथ ही शरीर पर चिकनपॉक्स जैसे दाने दिखने के बाद उसे रैफर किया गया गया। वहीं एक बच्चा को भी संदिग्ध मानते हुए जयपुर में RUHS में बने डेडिकेटेड आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है।
जयपुर। राजस्थान में भी अब मंकी पॉक्स की एंट्री हो गई है। हालांकि अभी मंकीपॉक्स के संदिग्ध केस सामने आए है और जाँच में अभी पुष्टि नही हुई है। अजमेर के किशनगढ़ से रैफर होकर आए इस व्यक्ति के फीवर होने के साथ ही शरीर पर चिकनपॉक्स जैसे दाने दिखने के बाद उसे रैफर किया गया गया। वहीं एक बच्चा को भी संदिग्ध मानते हुए जयपुर में RUHS में बने डेडिकेटेड आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है।
RUHS के अधीक्षक डॉ. अजीत सिंह की माने तो मरीज देर रात रैफर होकर आया था और उसे देखने के बाद प्रथमदृश्या चिकनपॉक्स देखने में लग रहे है। उन्होंने बताया कि फिर भी हमने सतर्कता बरतते हुए मरीज को आइसोलेट किया है और उसके सैंपल लेकर SMS मेडिकल कॉलेज भिजवाए है। मरीज की अभी कोई ट्रेवल हिस्ट्री भी सामने नहीं आई है। डॉ. सिंह ने बताया कि रिपोर्ट आने के बाद ही कंफर्म होगा कि मंकीपॉक्स का वायरस है या चिकनपॉक्स। ऐसे में हमने सामान्य ट्रीटमेंट शुरू कर दिया है।
संदिग्ध बच्चा भी भर्ती
RUHS से मिली रिपोर्ट के मुताबिक एक बच्चा भी आज हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है, उसके भी चिकनपॉक्स जैसे लक्षण दिख रहे है। बच्चे को संदिग्ध मानते हुए भर्ती करके उसके सैंपल SMS मेडिकल कॉलेज भिजवाए गए है।
6वीं मंजिल पर बना है वार्ड
जयपुर के RUHS हॉस्पिटल में प्रशासन ने ओमिक्रॉन वाले मरीजों की तर्ज पर अलग से आईसोलेशन वार्ड बनाया है। यह हॉस्पिटल की 6वीं मंजिल पर है। इस मंजिल पर वार्ड के अलावा कुछ सैपरेट रूम्स भी है। इन्ही जगहों पर मरीजों को भर्ती किया जा रहा है।
कोरोना की तरह हवा में नहीं फैलता ये संक्रमण
जयपुर एसएमएस मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन डिपार्टमेंट के सीनियर प्रोफेसर डॉ. रमन शर्मा की माने तो ये संक्रमण कोरोना की तरह हवा में नहीं फैलता। लेकिन उन लोगों को खास बचने की जरूरत है जो विदेश से यात्रा करके आए है। उन्होंने बताया कि वे लोग ज्यादा सतर्क रहे, जो अफ्रीकी देशों से यहां आ रहे है।
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