मंगल के दिन कोरोना ‘जीरो’
19 माह 16 दिन बाद प्रदेश में कोई नया केस नहीं
जयपुर। देशभर में कोरोना फिलहाल नियंत्रण में है। हर्ड इम्यूनिटी के साथ टीकाकरण ने कोरोना के खात्मे में अहम रोल माना जा रहा है। भारत में कोरोना टीकाकरण भी विश्व रिकॉर्ड की ओर है, बुधवार को देश में कोरोना टीके लेने वाले लोगों की संख्या 100 करोड़ के करीब हो जाएंगी। मंगलवार की शाम तक भारत में 18 से अधिक उम्र के 99 करोड़ 8 लाख 97 हजार 514 आबादी को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी थी। इनमें से 70 करोड़ 9 लाख 41 हजार 213 को टीके की पहली डोज और 28 करोड़ 99 लाख 56 हजार 301 लोगों को दोनों डोज लेकर फुल वैक्सीनेट किया जा चुका है। यह कुल वैक्सीन लेने वालों का 40.87 फीसदी है। राजस्थान में अब तक 6.76 करोड़ वैक्सीन की डोज काम में लेकर 18 से अधिक उम्र के 81.66 फीसदी यानि 4,20,56,298 लोगों को पहली और 36.22 फीसदी यानी 1,87,05,467 लोग दूसरी डोज लेकर कोरोना से लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
राजस्थान में आधे से ज्यादा अधेड़-बुजुर्ग फुल वैक्सीनेट
राजस्थान में आबादी के हिसाब से अधेड़-बुजुर्ग सर्वाधिक वैक्सीनेट हुए हैं। प्रदेश में 60 से अधिक उम्र के लोगों की जनसंख्या करीब 1.90 करोड़ है। इनमें से 1,64,44,722 करोड़ यानी 86.55 फीसदी ने पहली डोज ले ली है। वहीं आधे से ज्यादा 53.90 फीसदी यानी 1,02,42,331 ने दोनो डोज लेकर फुल वैक्सीनेशन करवा लिया है। वहीं 18 से 44 साल के बीच की उम्र के 3.25 करोड़ युवाओं में से 74.92 फीसदी यानी 2,43,50,425 को पहली डोज लगी है। 22.72 फीसदी यानी 73,81,977 फुल वैक्सीनेट हो चुके हैं।
कोरोना खात्मे में अहम टीकाकरण
देश में वैक्सीनेशन 100 करोड़ के करीब
अब तक 99,08,97,514 कुल टीके लगे, 28,99,56,301 करोड़ को दोनों डोज लगी
राजस्थान में 81.66 सिंगल डोज ले चुके,
36.22 फीसदी फुल वैक्सीनेट
2 मार्च, 2020 को दी थी वायरस ने दस्तक
प्रदेश में मंगलवार को कोरोना के अंत की बड़ी उम्मीद की सुखद खबर है। मंगलवार को कोई नया रोगी नहीं मिला है। कोरोना की 2 मार्च 2020 को प्रदेश में संक्रमण के पहले दो मरीज जयपुर में मिले थे। इसके बाद प्रदेश में 19 माह 16 दिन बाद ऐसा पहला दिन आया है जब एक भी नया मरीज प्रदेश में नहीं मिला है।
80 दिन से कोई मौत नहीं, रिकवरी 99.05 फीसदी हुई
प्रदेश में कोरोना से रिकॉर्ड 80 दिन से कोई मौत नहीं हुई है। अंतिम बार कोरोना ने 31 जुलाई को एक जान ली थी। तब तक 8954 लोगों की जान कोरोना ने ली थी। इसके बाद से मौतों पर ब्रेक लगा है। वहीं रिकवरी रेट भी रिकॉर्ड 99.05 फीसदी हो गई है।
कोरोना मुक्ति की ओर यूं बढ़ रहा राजस्थान
23 जिले कोरोना मुक्त, 10 जिलों में केवल 38 एक्टिव केस
पहली और फिर भयावह दूसरी कोरोना लहर के बाद प्रदेश अब कोरोना मुक्ति की ओर है। 23 जिले अलवर, बांसवाड़ा, बारां, बाड़मेर, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, चूरू, दौसा, डूुगरपुर, गंगानगर, जैसलमेर, जालौर, झुंझुनूं, करौली, कोटा, नागौर, प्रतापगढ़, राजसमंद, सीकर, सिरोही, टोंक ऐसे हैं जो कोरोना फ्री जिले हैं। केवल 10 जिले ऐसे हैं जहां मात्र 38 एक्टिव केस हैं। इनमें अकेले जयपुर में 13 और बाकी 9 जिलों में 25 एक्टिव केस हैं।
कोरोना को पूरी तरह से भगाने के लिए दोनों डोज लेना अतिआवश्यक है। पहली डोज से पूरा प्रोटेक्शन नहीं मिलता है। दोनों डोज लेकर ही हम कोरोना के प्रति इम्यूनिटी डवलप कर सकते हैं। देश में अभी भी मौतें हो रही है। अभी 20 फीसदी के करीब लोग ही फुल वैक्सीनेट है। देखने को मिल रहा है कि लोग दूसरी डोज लगाने के प्रति उत्साहित कम नजर आ रहे है। यह चिंता की बात है।
- डॉ.वीरेन्द्र सिंह, वरिष्ठ विशेषज्ञ, मेडिसिन
लोगों को यह नहीं सोचना चाहिए कि कोरोना खत्म हो गया है। दूसरी डोज लेकर इम्यूनिटी विकसित करना बहुत जरुरी है। अमेरिका में तो तीसरी यानी वार्षिक डोज भी लेने लगे हैं। यह चिंतनीय है कि लोग दूसरी डोज के प्रति लापरवाही बरत रहे हैं। जब तक सभी का फुल वैक्सीनेशन नहीं हो जाता, हमें निश्चिंत नहीं होना चाहिए।
- डॉ.रमन शर्मा, सीनियर प्रोफेसर, मेडिसिन, एसएमएस मेडिकल कॉलेज
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