सरपंच संघ में 2 फाड़, एक खेमे ने डाला महापड़ाव

दूसरे खेमे ने पंचायती राज मंत्री का समर्थन किया

सरपंच संघ में 2 फाड़, एक खेमे ने डाला महापड़ाव

मंत्री के समर्थन में आए सरपंचों ने कहा कि हम राजस्थान सरपंच संघ के बैनर तले 23 सूत्रीय मांगों का समर्थन करते है, लेकिन मंत्री के इस्तीफे की मांग से सहमत नहीं है और हम इसका विरोध करते है।

जयपुर। 23 सूत्रीय लंबित मांगों को लेकर राजस्थान सरपंच संघ की जयपुर में महापड़ाव डालने की घोषणा की है। महापड़ाव को लेकर राजस्थान सरपंच संघ में ही 2 फाड़ हो गए है। एक खेमे ने न्यू सांगानेर रोड पर महापड़ाव डालते हुए मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। दूसरे खेमे ने मुहाना मंडी रोड पर एकत्रित होकर होकर पंचायती राज मंत्री का समर्थन किया है। मंत्री के समर्थन में आए सरपंचों ने कहा कि हम राजस्थान सरपंच संघ के बैनर तले 23 सूत्रीय मांगों का समर्थन करते है, लेकिन मंत्री के इस्तीफे की मांग से सहमत नहीं है और हम इसका विरोध करते है। यह महापड़ाव राजनीति और द्वेषता से प्रेरित है, क्योंकि लंबे समय बाद गांवों को भ्रष्टाचार मुक्त करने की दिशा में बेहतर कार्य हो रहा है। पात्र लोगों तक योजनाओं का लाभ पहुंचने लगा है। करोड़ों रुपए के सरकारी और आमजन के पैसे की छीजत रोकी गई है। मुख्यमंत्री की मंशा के मुताबिक ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री ने भ्रष्टाचार के खिलाफ टॉलरेंस की नीति पर काम किया है। केन्द्र सरकार द्वारा भी कई मामलों में रुपए तभी जारी किए जाते है, जब समय-समय पर ऑडिट की जाए, जो विकास कार्य का पैसा जारी किया गया है। अन्यथा यह पैसा रोक दिया जाता है। ऐसे में हम राजस्थान सरकार द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार लिए जा रहे एक्शन की सराहना करते है।

नरेगा, राजीविका, स्वच्छ भारत मिशन, वाटरशेड, प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम पंचायत योजना, महात्‍मा गांधी जन भागीदारी विकास योजना हो या स्‍व-विवेक जिला विकास योजना, डांग क्षेत्रीय विकास कार्यक्रम, मगरा क्षेत्रीय विकास कार्यक्रम, महात्‍मा गांधी आदर्श ग्राम योजना, स्‍मार्ट विलेज योजना हो। सभी में काम देखने को मिला है। हम इस महापड़ाव का बहिष्कार और विरोध करते है। हम इसमें शामिल नहीं होंगे। इसके साथ ही हम भ्रष्टाचार के खिलाफ और गांवों के विकास के लिए सरकार के समर्थन में डेरा डाला है।

इन जिलों के सरपंच मंत्री के समर्थन में
भरतपुर, कोटा, बाड़मेर, धौलपुर, सवाई माधोपुर, करौली, सीकर, बूंदी, दौसा, टोंक, डूंगरपुर और बांसवाड़ा सहित प्रदेश के कई जिलों के जिला प्रमुख, प्रधान व सरपंच सरकार और ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री के समर्थन में सरपंच संघ राजस्थान के महापड़ाव का विरोध कर रहे है।

राजस्थान सरपंच संघ के कुछ लोग हमारे मंत्री के इस्तीफे की मांग का विरोध कर रहे है। अन्य मांगों पर सभी सहमत है। सरपंच संघ में कोई 2 फाड़ नहीं है। केवल मंत्री के इस्तीफे के मुद्दे पर आपसी संवाद की कमी रह गई थी।
- रफीक पठान, प्रवक्ता राजस्थान सरपंच संघ

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