मेडिटेशन एक ऐसी एकाग्रता, जिससे आप स्वयं को पहचान सकें : निर्मला

मेडिटेशन एक ऐसी एकाग्रता, जिससे आप स्वयं को पहचान सकें : निर्मला

‘वननेस विथ द यूनिवर्स’ में आध्यात्मिक गुरु सेवानी ने बताए तनाव मुक्त जीवन के गुर

 जयपुर। शरद पूर्णिमा वह खगोलीय घटना है जब हम चन्द्रमा और ब्रह्मांड की प्राकृतिक ऊर्जा और प्रकाश से कई स्वास्थ्य, आर्थिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। ये कहना था प्रसिद्ध ध्यान विशेषज्ञ, आध्यात्मिक गुरु निर्मला सेवानी का। उन्होंने यह बात मंगलवार शाम 7.30 बजे भवानी सिंह रोड स्थित वेदा पाणिग्रह में रोटरी क्लब जयपुर साउथ के तत्वावधान में हुए ‘वननेस विथ द यूनिवर्स’ कार्यक्रम में कही। सेवानी ने मेडिटेशन के बारे में भी जानकारी देते हुए बताया कि मेडिटेशन एक ऐसी एकाग्रता है, जिससे आप स्वयं को पहचान सकें। मेडिटेशन के जरिए नकारात्मकता हमसे कोसों दूर हो जाती है और व्यक्ति अपने आप को बेहतर महसूस करता है। विशेष अतिथि डॉ.सत्येन्द्र पाल सिंह बख्शी ने कहा कि आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में मेडटेशन बहुत जरूरी है। साथ ही तनाव मुक्त रहने के लिए भी मेडिटेशन महत्वपूर्ण है। इससे पहले दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम की शुरूआत की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए रोटरी क्लब जयपुर साउथ के अध्यक्ष हर्ष चौधरी ने बताया कि विशेष अतिथि सरिता सरवरिया, अमित त्यागी, अजय काला, डॉ.बलवंत सिंह चिराना, प्रोफेसर विद्या जैन उपस्थित रहीं। मंच संचालन रोटरी क्लब जयपुर साउथ की सचिव रितु खत्री और पायल चौधरी ने किया। कार्यक्रम का मीडिया सहयोगी दैनिक नवज्योति रहा।

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