बिहार से भाई पहुंचे लापता बहन को लेने तो बरसी आंखें

सखी वन स्टॉप सेंटर के प्रयास लाए रंग, सोशल मीडिया ने चार वर्ष बाद रक्षाबंधन से पूर्व मिलाया

बिहार से भाई पहुंचे लापता बहन को लेने तो बरसी आंखें

उदयपुर। चार वर्ष पूर्व 19 वर्षीय युवती उसके घर से रहस्यमय ढंग से गायब हो गई। परिजनों ने उसकी छह माह तक काफी तलाश की, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। अंत में थक हार कर परिजन इसे किस्मत मानकर बैठ गए, लेकिन इस बार रक्षाबंधन से चार दिन पूर्व जब उन्हें उनकी खोई बेटी के सुरक्षित होने की सूचना मिली तो उनकी खुशियों का ठिकाना नहीं रहा।

 उदयपुर। चार वर्ष पूर्व 19 वर्षीय युवती उसके घर से रहस्यमय ढंग से गायब हो गई। परिजनों ने उसकी छह माह तक काफी तलाश की, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। अंत में थक हार कर परिजन इसे किस्मत मानकर बैठ गए, लेकिन इस बार रक्षाबंधन से चार दिन पूर्व जब उन्हें उनकी खोई बेटी के सुरक्षित होने की सूचना मिली तो उनकी खुशियों का ठिकाना नहीं रहा। यह खुशी उन्हें मिली उदयपुर में भुवाणा स्थित सखी वन स्टॉप सेंटर के प्रयासों से। सेंटर की टीम सोशल मीडिया पर सर्च करते हुए इसके परिजनों तक पहुंची और रक्षाबंधन से पूर्व खोई बहन को उसके भाइयों को सौंप दिया। उसे सुरक्षित पाकर भाइयों की आंखें खुशी से छलछला गई। बिहार के फुकरी थाना क्षेत्र से लापता यह युवती देश के विभिन्न प्रांतों में घूमती गत दिनों उदयपुर पहुंची। शहर तक पहुंचते-पहुंचते इसकी उम्र 23 साल हो गई। पुलिस ने इसे भुवाणा स्थित सखी वन स्टॉप सेंटर तक पहुंचाया। इसके बाद से ही सेंटर पर कार्यरत कर्मचारियों की परीक्षा शुरू हो गई। उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती यह थी कि इससे उसका नाम और घर का पता पूछना। युवती बस यही बता पाई कि वह फुकरी थाना क्षेत्र की रहने वाली है। इसके बाद गुगल और अन्य स्रोतों पर फुकली इलाके को ढूंढ़ा गया तो यह सामने आया कि यह बिहार राज्य में है। फिर बिहार पुलिस से संपर्क कर चार-पांच वर्ष में लापता हुई युवतियों की जानकारी एकत्र की गई। इस मशक्कत के बाद युवती के परिजनों का पता चला। इस युवती को कुछ लोग चार वर्ष पूर्व बहला-फुसला कर ले गए थे जिन्होंने कुछ समय के बाद उसे छोड़ दिया। बाद में देश के कई राज्यों में भटकते हुए युवती उदयपुर पहुंची। बिहार के सभी थानों में भेजा विवरण जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव कुलदीप शर्मा ने बताया कि युवती के बिहार की होने की जानकारी सामने आने पर सखी वन स्टॉप सेंटर की इंचार्ज किरण पटेल को कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। साथ ही इसका फोटो व विवरण बिहार के सभी थानों को भेजा गया। किरण पटेल ने प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए युवती की कॉउंसलिंग की। युवती भाषा नहीं समझ पा रही थी। उसने सिर्फ माता-पिता के नाम के साथ गांव का नाम फुकली बताया। पटेल ने इंटरनेट के माध्यम से फुकली का विवरण निकाला। छपरा जिले के 25 से 30 थानों के नंबर इंटरनेट से निकाल कर यह जानकारी हासिल की कि फुकली गांव किसी थाने में आता है क्या। 25 से 30 थानाधिकारी को फोन करने के बाद अवतार नगर थानाधिकारी ने बताया कि फुकली गांव उनके क्षेत्र में आता है। थानाधिकारी को इस युवती का फोटो भेजा गया। उस क्षेत्र के प्रधान ने इस फोटो को सभी व्हाट्सअप ग्रुप में प्रसारित करवाया। इसके बाद सामने आया कि यह युवती 4 वर्ष पूर्व गायब हो गई थी। परिवार ने मान लिया कि मरी गई युवती के भाई व परिजनों ने उसको 6 माह तक काफी तलाशा, लेकिन वह नहीं मिली। परिजनों ने मान लिया कि वह मर चुकी है। गांव के प्रधान से जब इसके दो भाइयों को बहन के जीवित होने की जानकारी दी तो उनकी आंखें छलछला गई। कानूनी कार्रवाई करने के बाद रविवार को युवती के परिजन बिहार से सखी वन स्टॉप सेन्टर उदयपुर पहुंचे, जहां चार वर्ष पूर्व लापता हुई बहन को सुरक्षित पाकर भाइयों की आंखें छलक पड़ी। उनका कहना था कि सेंटर के प्रयासों से उन्हें रक्षाबंधन का सबसे बड़ा तोहफा मिला है। परिजन उसे सकुशल साथ ले गए। भाइयों ने नहीं बंधवाई राखी पटेल ने बताया कि युवती के लापता होने के बाद से ही भाइयों ने राखी भी नहीं बंधवाई थी। बहन को जिंदा सामने पाकर दोनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। दोनों भाइयों ने बहन के गले लगकर रूदन किया तो परिजनों ने भाई-बहनों को संभाला।

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