खाटूश्याम मंदिर में भगदड़, 3 महिलाओं की मौत
4 महिलाएं गंभीर घायल
पुलिस के अनुसार घायल महिलाओं को उपचार के लिए जयपुर भेजा गया, जबकि कुछ घायल श्रद्धालुओं को खाटूश्याम के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।
सीकर। खाटूश्याम के मासिक मेले में सुबह भगदड़ होने से 3 महिला श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 4 महिलाएं गंभीर घायल हो गई। पुलिस के अनुसार घायल महिलाओं को उपचार के लिए जयपुर भेजा गया, जबकि कुछ घायल श्रद्धालुओं को खाटूश्याम के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। हादसा सुबह करीब 5 बजे का है। एकादशी का पर्व होने से खाटूश्याम में श्रद्धालुओं की भीड़ पिछले 2 दिन से जमा है। सुबह जब मंदिर प्रशासन ने दर्शन के लिए गेट खोला, तो भगदड़ हो गई और 3 महिलाएं उसके नीचे दबने से उनकी मौत हो गई। हादसे के बाद खाटूश्याम मंदिर परिसर में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। श्रद्धालुओं के परिजन एक-दूसरे के बारे में जानकारी लेने लगे।
मृतकों के परिजनों को मिलेगा मुआवजा
खाटूश्याम मन्दिर में हुए हादसे के मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए एवं घायलों को 20-20 हजार रुपए सहायता राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष (CMRF) से मिलेगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसकी घोषणा की है। साथ ही इस मामले की संभागीय आयुक्त द्वारा जांच की जाएगी। गहलोत ने कहा कि सीकर में खाटूश्याम के मंदिर में भगदड़ होने से 3 दर्शनार्थी महिलाओं की मृत्यु बेहद दुखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। मेरी गहरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं। भगदड़ में घायल हुए श्रद्धालुओं के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना है।
थानाधिकारी निलंबित
मंदिर में भगदड़ मामले में थानाधिकारी रिया चौधरी को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप के अनुसार में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ ज्यादा थी और भीड़ को समय पर नियंत्रित करने के लिए किसी तरह का कोई संज्ञान नहीं लेने के कारण थानाधिकारी को निलंबित किया गया हैं। उन्होंने बताया कि घटना के बाद उन्होंने जिला कलक्टर के साथ भीड़ का निरीक्षण किया हैं और सामान्य दिनों की तुलना में भीड़ कई ज्यादा दिखाई दे रही हैं। उन्होंने कहा कि इसे भगदड़ नहीं कहा जा सकता, क्योंकि सुबह दर्शनों के लिए भीड़ एकत्रित हो गई और भीड़ एक साथ प्रवेश करने की कोशिश में बने दबाव में ये महिलाएं गिर गई। उन्होंने कहा कि ये बेहोश होकर गिरने या भीड़ में फंस जाने से उनकी मृत्यु हो गई।
उन्होंने कहा कि सामान्य दिनों में 70-80 पुलिसकर्मी तैनात किये जाते रहे है, लेकिन पुलिस एवं होमगार्ड सहित 400 कर्मी तैनात किए गए। भीड़ के एक जगह ज्यादा एकत्र होने एवं समय पर उसे व्यवस्थित नहीं करने से यह हादसा हो गया और इसके लिए थानाधिकारी को निलंबित करने का फैसला किया गया हैं। राष्ट्रदीप ने कहा कि ऐसे हालात में लक्खी मेले के समय की जाने वाली बैरीकेड की जरुरत है और मंदिर में आने का जो रास्ता हैं। उसके मद्देनजर सामान्य दिनों में लक्खी मेले जैसी बैरीकेड नहीं की जा सकती, क्योंकि वहां रहने वाले लोगों के आने जाने की समस्या हो जाती है। उन्होंने बताया कि बेरीकेड और लगाये जाने की जरुरत हैं और उस पर हम लोग काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मंदिर में पहले सामान्य दिनों के समय आने वाली भीड़ अब सामान्य दिनों में दस-बारह गुना ज्यादा आने लगी हैं, ऐसे में अब हमेशा के लिए लक्खी मेले के समय किए जाने वाली बैरीकेड अब हमेशा के लिए लगाये जायेंगे।
मोदी ने हादसे पर दुख व्यक्त किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर परिसर में भगदड़ में लोगों की मौत की पर दुख व्यक्त किया है। मोदी ने ट्वीट में कहा कि राजस्थान के सीकर में खाटू श्याम मंदिर परिसर में भगदड़ में लोगों की मौत का हादसा दुखद है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूं।
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