कोटा उत्तर वार्ड 09 : सड़कों पर गड्ढे, घर से पैदल निकलना तक मुश्किल

सड़क, पानी और आवारा मवेशियों की समस्या से परेशान बाशिंदे

कोटा उत्तर वार्ड 09 : सड़कों पर गड्ढे, घर से पैदल निकलना तक मुश्किल

शहर में कई कॉलोनियां ऐसी हैं जो सालों पहले बस तो गईं लेकिन वहां रहने वाले बाशिंदे आज भी मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं। कई कॉलोनियों में तो 15 साल से सड़क ही नही बनी, ग्रेवल ही बिछा हुआ है। बरसात में सड़क पर जगह-जगह गड्ढे हो गए।

कोटा । शहर में कई कॉलोनियां ऐसी हैं जो सालों पहले बस तो गईं लेकिन वहां रहने वाले बाशिंदे आज भी मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं। कई कॉलोनियों में तो 15 साल से सड़क ही नही बनी, ग्रेवल ही बिछा हुआ है। बरसात में सड़क पर जगह-जगह गड्ढे हो गए। घर से पैदल निकलना तो दूर बाइक से गुजरना तक मुश्किल हो गया। ऐसे ही हालात कोटा उत्तर नगर निगम के वार्ड 9 के बने हुए हैं। यहां बरसों पहले बसी गायत्री नगर प्रथम-द्वितीय, सोनू विहार सहित कई कॉलोनियां है, जहां कच्ची सड़क बनी हुई है। बरसात में लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया। वहीं, पानी की पाइप लाइन भी नहीं बिछाई गई। ऐसे बाशिंदे बोरिंग का पानी पीने को मजबूर हैं। वार्ड की अधिकतर कॉलोनियों में मूलभूत सुविधाएं विकसित हैं। हालांकि कुछ कॉलोनियां हैं, जिनमें सोनू विहार, कल्याण व नंद विहार, गायत्री नगर है, जहां सड़क व पेयजल की समस्या है। इन कॉलोनियों में 93 लाख की लागत से सीसी रोड व नालियां बनाने के लिए प्रस्ताव पास हो चुका है, इसके वर्क ऑर्डर भी जारी हो गए। बरसात के बाद पक्की सड़कें बनाई जाएगी। वहीं, पेयजल आपूर्ति के लिए क्षेत्र में 32 करोड़ की लागत से दो पानी की टंकियां बन रही है, साथ ही सप्लाई के लिए पाइप लाइन बिछाई जाएगी। जिससे पानी का प्रेशर बढ़ेगा। वहीं, करीब 250 रोड लाइटें लगवा चुके हैं। इसके अलावा जिन इलाकों में सड़कें क्षतिग्रस्त हो रही हैं, वहां बरसात के बाद सीसी रोड बनाया जाएगा। - शीतल प्रकाश मीणा, पार्षद वार्ड 9 15 साल से नहीं बनी पक्की सड़क सोनू विहार को बसे करीब 15 साल से ज्यादा समय हो गया लेकिन, सड़क नहीं बनी। बरसात में कच्ची सड़क पर जगह-जगह गड्ढे हो गए। जिनमें पानी भरा रहने से खतरनाक बीमारियों का लार्वा पनप रहा है। घर से बाहर निकलना तक मुश्किल हो गया। वाहनों का मेंटिनेंस बढ़ रहा है तो फिसलन होने से लोग चोटिल हो रहे हैं। पीने के पानी के लिए भी काफी मशक्कत करनी पड़ती है। यहां पाइप लाइन नहीं होने से बोरिंग का पानी ही पीना पड़ता है। - विक्की बादल, सोनू विहार निवासी पाइप लाइन नहीं, बोरिंग का पी रहे पानी गायत्री नगर द्वितीय में पानी की पाइप लाइन ही नहीं बिछाई गई। जबकि, कॉलोनी बसे हुए कई साल बीत गए। स्थानीय बाशिंदों को बोरिंग का पानी ही पीना पड़ रहा है। बोरिंग से पानी लेने के लिए मोटर चलानी पड़ती है। जिससे बिजली का बिल अतिरिक्त बढ़कर आ रहा है। वहीं, नालियां नहीं बनी होने से बरसात का पानी की निकासी नहीं हो पाती। सड़कों पर पानी जमा होने से गंदगी व कीचड़ पसरा रहता है। गड्ढ़ों में भरे पानी में मच्छर पनप रहे हैं, जिससे बीमारियों का खतरा बना हुआ है। पार्षद को शिकायत के बावजूद समाधान नहीं हुआ। -प्रिंस राठौर, गायत्री नगर द्वितीय आवारा मवेशियों से नहीं मिली मुक्ति बजरंग नगर मुख्य मार्ग से आरके नगर तक आवारा मवेशियों का जमावड़ा लगा रहता है। यहां से गुजरने के दौरान वाहन चालकों के दुघर्टनाग्रस्त होने का खतरा बना रहता है। कुछ दिनों पहले एक बाइक सवार मवेशियों से टकराकर चोटिल हो गया था। वहीं, एसपी ऑफिस से बोरखेड़ा तक जगह जगह से क्षतिग्रस्त हो रही है।

वाहनों के आवागमन के दौरान हादसे की आशंका बनी रहती है। सड़क न बनाए तो कम से चलने चालक तो पेचवर्क करवाना तो चाहिए। स्थानिय लोग मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं। इस संबंध में कई बार शिकायतें की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। - धर्मेंद्र गोस्वामी, गायत्री नगर प्रथम

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