मतदाता पहचान पत्र को आधार कार्ड से किया जा रहा लिंक

मतदाता स्वयं या बीएलओ से भी करवा सकते हैं यह काम

 मतदाता पहचान पत्र को आधार कार्ड से किया जा रहा लिंक

निर्वाचन आयोग के आदेशानुसार मतदाता सूची को आधार कार्ड से जोड़ने का काम 1 अगस्त से शुरू हो गया है। हालांकि इसे अभी तक अनिवार्य नहीं किया गया है। इसे फिलहाल ऐच्छिक ही रखा गया है। लेकिन भविष्य में इसके अनिवार्य होने की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता।

कोटा । निर्वाचन आयोग द्वारा पूरे देश में मतदाता पहचान पत्र को आधार कार्ड से लिंक करने का कार्य किया जा रहा है। यह काम मतदाता स्वयं व बीएलओ के माध्यम से भी करवा सकते हैं। निर्वाचन आयोग के आदेशानुसार मतदाता सूची को आधार कार्ड से जोड़ने का काम 1 अगस्त से शुरू हो गया है। हालांकि इसे अभी तक अनिवार्य नहीं किया गया है। इसे फिलहाल ऐच्छिक ही रखा गया है। लेकिन भविष्य में इसके अनिवार्य होने की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता। इस काम को बीएलओ घर-घर जाकर कर रहे हैं। मतदाताओं को अपना आधार कार्ड नम्बर बताना होगा। जिससे उसे पहचान पत्र से लिंक किया जा सके। इस काम को मतदाता स्वयं भी कर सकते हैं। निर्वाचन आयोग के निर्देश पर इस काम को घर-घर जागरूक करने के लिए स्थानीय पार्षद भी प्रयास कर रहे हैं। राजस्थान प्रथम स्थान पर मतदाता पहचान पत्र को आधार संख्या से जोड़ने के अभियान में राजस्थान पूरे देश में प्रथम स्थान पर है। प्रदेश में अब तक 55 लाख से अधिक मतदाताओं की वोटर आईडी को आधार कार्ड से जोड़ा है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि एक अगस्त से प्रारंभ हुए इस अभियान में पूरे देश में अब तक दो करोड़ 52 लाख मतदाता पहचान पत्र आधार कार्ड से लिंक किए गए। इसमें से राजस्थन में 55 लाख 86 हजार 710 मतदाताओं ने अपने आधार कार्ड को मतदाता पहचान पत्र से जोड़ लिया है। वोटर हैल्पलाइन एप से कर सकते हैं आधार नंबर अपडेट मतदाता स्वयं भी वोटर हैल्प लाइन एप से अपने पहचान पत्र को आधार नम्बर से अपडेट कर सकते हैं। इसके लिए मतदाताओं को सबसे पहले प्ले स्टोर से वोटर हैल्पलाइन एप डाउनलोड करना होगा। इस एप से मतदाता को डेशबोर्ड में जाकर अपने फोन नंबर से लॉगिन करना है और ओटीपी आने पर ओटीपी और पासवर्ड डालना है।

ओटीपी सिर्फ लॉगिन करते समय एक बार ही मांगा जाएगा। लॉगिन करने के बाद फॉर्म में जाना है। जहां सारे फॉर्म प्रदर्शित होंगे उनमें से 6इ का चयन करना है। फार्म खुलने के बाद एपिक संख्या डालनी है। एपिक संख्या फेच करने के बाद मतदाता की डिटेल खुलेगी। जिसमें नाम व एपिक नंबर प्रदर्शित होंगे। अब फॉर्म में आधार नंबर डालना है और मतदाता के स्वयं के मोबाइल नंबर डालने हैं। इसके बाद ईमेल आईडी और प्लेस (स्थान) लिखकर फॉर्म सबमिट करना है। फॉर्म सबमिट करने के बाद रेफरेंस नंबर आएंगे जिन्हें मतदाता को नोट करना है। इनका कहना है निर्वाचन आयोग द्वारा वोटर आईडी को आधार नम्बर से लिंक करवाया जा रहा है। हालांकि अभी तक यह अनिवार्य नहीं है। इसे ऐच्छिक ही रखा गया है। मतदाता स्वयं भी एप के माध्यम से अपने पहचान पत्र को लिंक कर सकता है। यदि कोई नहीं जानता है तो इसके लिए बीएलओ भी घर-घर जा रहे हैं। उनसे भी यह काम करवाया जा सकता है। वैसे सभी की वोटर आईडी को आधार से लिंक करवाने का प्रयास किया जा रहा है। प्रशासन के कई अधिकारी व मतदाता ऐसा करवा भी चुके हैं। - बृजमोहन बैरवा, एडीएम सिटी

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