चिरंजी लाल की हत्या मॉब लिंचिंग, दोषियों को सख्त सजा मिले: अरुण चतुर्वेदी
मुख्यमंत्री से की सख्त कार्रवाई की मांग
अरुण चतुर्वेदी ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि इस घटना के ऊपर बिना किसी रंग को देखें, जातीय समाज को देखें तुरंत सख्त से सख्त कार्रवाई कर आरोपियों को उनके अंजाम तक पहुंचाएं।
जयपुर। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने अलवर जिले के गोविंदगढ़ में चिरंजी लाल सैनी की मॉब लिंचिंग कर की गई हत्या की कड़े शब्दों में निंदा की। डॉ चतुर्वेदी ने कहा कि एक साधारण आदमी जो दैनिक काम करके अपना घर का खर्च चलाने का काम करता था बिना किसी कारण के जिस तरह से उसकी हत्या की गई यह मॉब लिंचिंग का स्पष्ट उदाहरण है।
उदयपुर में कन्हैया लाल और उसके बाद गोबिंदगढ़ में चिरंजीलाल को एक समुदाय विशेष के लोगों द्वारा घेरकर मारने की घटना ने आम आदमी के मन से राजस्थान में कानून के शासन के भ्रम को पूरी तरह निकाल दिया है। यह और अधिक चिंता को बढ़ाता है। अपेक्षा थी कि राजस्थान की सरकार लगातार हो रही घटनाओं से सबक लेकर अपनी कानून व्यवस्था को मजबूत करेगी लेकिन जाती हुई सत्ता के भागीदारों के द्वारा मलाई खाने की होड़ में जिस प्रकार से थाने और चौकी आज सत्ताधारी दल के विधायकों के रहमों करम पर हैं। उसने राजस्थान में और विशेषकर अलवर में इस प्रकार की घटनाओं को और अधिक चिंताजनक स्थिति में पहुंचाया है। किसी भी कारण से होने वाली हत्याओं के ऊपर तुरंत प्रतिक्रिया देने वाले तथाकथित मानव अधिकारों की बात करने वाले नेता और संगठन भी आज मौन हैं। क्योंकि चिरंजीलाल की हत्या के ऊपर वक्तव्य उनके वोट को पक्का करने का काम नहीं करता।
अरुण चतुर्वेदी ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि इस घटना के ऊपर बिना किसी रंग को देखें, जातीय समाज को देखें तुरंत सख्त से सख्त कार्रवाई कर आरोपियों को उनके अंजाम तक पहुंचाएं।
मॉब लिंचिंग की घटना लचर कानून व्यवस्था का परिणाम- राठौड़
राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड ने ट्वीट कर कहा कि प्रदेश में मॉब लिंचिग की बढ़ती घटनाएं कांग्रेस सरकार की लचर कानून व्यवस्था का ही परिणाम है। गोविंदगढ़ (अलवर) के रामबास में ट्रैक्टर चोरी के शक में चिरंजी माली को भीड़ द्वारा बेरहमी से पीटा जाना और इलाज के दौरान उसकी मौत सरकार के माथे पर कलंक है।
राठौड ने कहा कि कांग्रेस सरकार के राज में राजस्थान लिंचिंग संरक्षण विधेयक 2019 के पारित होने के बाद भी प्रदेश में ऐसी घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। इससे पहले भी मॉब लिंचिंग की घटनाओं से प्रदेश शर्मसार हुआ है। राठौड़ ने कहा कि चित्तौड़गढ़ के बिलखंडा में युवक पिंटू की मौत, झालावाड़ में कृष्णा वाल्मीकि की हत्या और डूंगरपुर में आरएसी जवान के साथ हुई मॉब लिंचिग ये घटनाएं बिगड़ती कानून व्यवस्था की कहानी स्वयं ही बयां कर रही हैं। मेरी मांग है कि सरकार दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करे।
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