फिर लौटेगा सृष्टि के रचयिता ब्रह्माजी के मंदिर का गौरव
आरटीडीसी चेयरमैन राठौड़ के प्रयास लाए रंग, जीर्णोद्धार को मिली हरी झंडी
तीर्थ यात्रियों को मिलेंगी अनेक सुविधाएं
पुष्कर। तीर्थ राज पुष्कर में स्थित विश्व विख्यात सृष्टि के रचयिता भगवान ब्रह्माजी का मंदिर अब शीघ्र ही अपने पुरातन वैभवशाली रंगरूप में नजर आएगा। इसी के साथ तीर्थ यात्रियों को भी कई सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी। यह सब संभव है राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष एवं राज्यमंत्री धर्मेंद्र राठौड़ के प्रयासों से। राठौड़ ने बताया कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने लंबे समय से जीर्ण-शीर्ण ब्रह्मा मंदिर के जीर्णोंद्धार को हरी झंडी दे दी है। गत दिनों भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की तकनीकी टीम द्वारा ब्रह्मा मंदिर का सर्वे किया गया था, वहीं अब कार्य के लिए निविदाएं भी आमंत्रित की जा चुकी हैं। शीघ्र ही निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा।
पूर्व में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा ऐतिहासिक स्मारकों में जगत पिता ब्रह्मा मंदिर को शामिल करने के बाद से ही मंदिर सहित आस-पास के 100 मीटर क्षेत्र में सभी तरह के निर्माण पर रोक लगा दी थी। इसके चलते मंदिर लंबे समय से जीर्णशीर्ण हो गया है। मंदिर पुजारी सहित जनप्रतिनिधियों ने मंदिर के जीर्णोद्वार एवं विकास की आवाज उठाई, लेकिन एएसआई की रोक के चलते मंदिर में विकास कार्य नहीं हो सके। लेकिन अब आरटीडीसी चेयरमैन राठौड़ के प्रयाासों से मंदिर के जीर्णोद्धार की राह प्रशस्त हो गई है। बताया कि मंदिर की बाहरी सीमा पर 100 मीटर के आसपास के क्षेत्र में विकास एवं जीर्णोद्धार कार्य के लिए राष्ट्रीय स्मारक विभाग द्वारा राजस्थान सरकार को अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया है। मंदिर की बाहरी सीमा पर शीघ्र ही राज्य सरकार द्वारा विकास एवं सौंदर्यीकरण कार्य कराया जाएगा।
पुष्कर के विकास को लेकर सरकार संकल्पित
राठौड़ ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशा है कि तीर्थनगरी पुष्कर को टैम्पल सिटी के रूप में विकसित किया जाए। इसी के मद्देनजर। इस वर्ष के राज्य सरकार के बजट घोषणा के अनुसार पुष्कर सरोवर में गंदे पानी की आवक को रोकने, पुष्कर के विकास, सौंदर्यीकरण, आधुनिकरण एवं परिक्रमा मार्ग को स्वच्छ, सुंदर एवं सुगम बनाने के लिए कृत संकल्पित है।
ये होंगे विकास कार्य
आरटीडीसी चेयरमैन राठौड़ ने बताया कि ब्रह्मा मंदिर के बाहरी दीवारों का प्लिंथ लेवल प्रोटेक्शन कार्य करवाने, मुख्य मंदिर के बांयी ओर जीर्ण शीर्ण हो चुके प्रसाधन कक्ष एवं जनरेटर कक्ष को पूर्ण रूप से हटवाने, मंदिर की सीढ़ियों के पास स्थित रघुनाथ मंदिर का मरम्मत कार्य, मंदिर में स्थित शौचालय एवं गंदे पानी की निकासी के लिए सीवरेज से जोड़ने, गौशाला की उत्तम व्यवस्था हेतु खेलियों एवं दीवारों की मरम्मत का कार्य, मंदिर के सामने एवं गौशाला की ओर कमरे एवं चारा गोदाम की दीवारों की मरम्मत का कार्य, मंदिर के सामने लॉकर रूम की छत पर एवं दीवारों की मरम्मत का कार्य, लॉकर रूम में दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए लेटबाथ का निर्माण, एंट्री प्लाजा के मुख्य द्वार की ओर स्थित दीवार की ऊंचाई कम होने से सुरक्षा के मद्देनजर कांटेदार तार फेंसिंग लगाने का कार्य, खिड़कियां एवं दरवाजे बदलने, सीढियों को बदलने या मजबूत करने, भवन व ढांचे के रंगरोगन एवं सफेदी करने के कार्य, एंट्री प्लाजा के मुख्य द्वार की ओर की दीवार की ऊंचाई कम कर सुरक्षा बढ़ाने एवं एन्ट्री प्लाजा को ब्रह्मा जी के मंदिर से जोड़ने के कार्य किए जाएंगे।
Comment List