आवारा पशुओं के आंतक से लोग परेशान, करते है चोटिल
पशुओं के कारण रोज सड़क हादसे प्रसाशन का ध्यान नहीं
कोटा में पशु पकड़ने के लिए चलाई जा रही देवनारायण योजना फैल साबित हो रही है। पशुओं के कारण रोजाना सड़क हादसे हो रहे है इसके बावजूद भी प्रसाशन कोई ध्यान नहीं दे रहा।
कोटा। दक्षिण वार्ड 51 के लोग लंबे समय से आवारा पशुओं के आंतक से परेशान है। आवारा पशुओं की दिनोंदिन बढ़ रही संख्या से आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शहर के बाजारों में घूमते आवारा पशु हादसों का कारण बन रहे है। वहीं सार्वजनिक स्थानों यहां तक की मंदिरों में भी इन पशुओं का जमावड़ा देखा जा सकता है। जिसके चलते मंदिरों, चौपालों के साथ-साथ गलियों में आने-जाने वाले लोगों में इन पशुओं के कारण भय व्यापत है। आवारा पशुओं में अधिकत्तर सांड है, जिनको भगाने पर मारने दौड़ते है। पशुओं के डर से बच्चों ने घरों से बाहर निकलना छोड़ दिया है। वार्ड क्षेत्र में घूम रहे ये आवारा पशु कई लोगों को चोट पहुंचा चुके हैं। स्थानीय लोगों का कहना है की कोटा में पशु पकड़ने के लिए चलाई जा रही देवनारायण योजना फैल साबित हो रही है। पशुओं के कारण रोजाना सड़क हादसे हो रहे है इसके बावजूद भी प्रसाशन कोई ध्यान नहीं दे रहा। क्षतिग्रस्त सड़कों पर चलना मुश्किल वार्ड क्षेत्र में टूटी-फूटी गलियों व सड़कों की बदहाली के चलते आंसू बहाने पर मजबूर है,क्योकि इस वार्ड क्षेत्र की कई गालियां, सड़के राहगीरों के चलने के लायक नहीं हैं। हर गली व सड़क पर नालियां व पुलिया टूटी हुई हैं। वार्ड क्षेत्र की बदहाली को देखकर ऐसा लगता है कि इसका विकास केवल कागजों तक ही सीमित है। पक्की सड़के जगह-जगह से क्षतिग्रस्त होकर गहरे गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। जिसकी वजह से यहां से गुजरने वाले लोग आए दिन गिरकर चोटिल हो रहे है। क्षतिग्रस्त सड़के हादसों को न्यौता देती है। इन सड़कों पर वाहन चलाना मुश्किल हो गया है और आए दिन कंक्रीट व पत्थर के टुकड़ों से वाहन पंचर हो जाते है।
वार्ड क्षेत्र की जनसंख्या 10 हजार के करीब है। वार्ड क्षेत्र में आवारा पशुओं की सबसे बड़ी समस्या है। पशुओं को पकड़ने के लिए कई बार अधिकारियों को अवगत करवाया गया है, इसके बावजूद भी आजतक इसका कोई समाधान नहीं किया गया। पशुओं के आंतक से यहां के लोगे परेशान है। वार्ड में जगह-जगह गहरे गड्ढे खोदकर छोड़े गए है जिनमें बारिश का पानी भरने से हादसे होते रहते है।
- बालचन्द शर्मा, पार्षद
श्वानों का आंतक भी है। झुंड बनाकर रहते है और यहां से गुजरने वाले लोगों को काटते है। यह शवानों का आंतक रात्रि के समय और बढ़ जाता है। यह अबतक दर्जनों लोगों को जख्मी कर चुके है। मोटरसाइकल पर आने वाले लोगों ने यहां आना ही बंद कर दिया है।
- मनीष रेनवाल, स्थानीय निवासी
वार्ड क्षेत्र में लंबे समय से पानी की भंयकर समस्या बनी हुई है। वार्ड के लोग पानी की भारी किल्लत से जूझ रहे हैं। पानी की पाइपलाइन पुरानी होने की वजह से पानी का प्रेशर भी कम है। बिना मोटर लगाए पानी नहीं आता। स्थानीय लोगों का कहना हैं की पानी सप्लाई की समस्या को लेकर कई बार विभाग के उच्चाधिकारियों को भी अवगत करवा दिया गया हैं, इसके बावजूद भी इसकी ओर आज तक किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया।
- बृजनंदन, स्थानीय निवासी
Comment List