रावण के पुतले बनवाने पर सोने से महंगी पड़ेगी घड़ाई

निर्माण 5.25 लाख में , खड़ा करने पर खर्च होंगे 8.70 लाख रुपए , दिल्ली की फर्म दूसरी बार बनाएगी रावण के पुतले

रावण के पुतले बनवाने पर सोने से महंगी पड़ेगी घड़ाई

सोने से महंगी पड़ेगी गढ़ाई। यह कहावत कोटा के दशहरा मेले में बनने वाले रावण के पुतलों पर सही साबित हो रही है। पुतले बनाने पर जहां मात्र 5.25 लाख रुपए खर्च होंगे। वहीं उन पुतलों को खड़ा करने पर ही 8.70 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे।

कोटा । सोने से महंगी पड़ेगी गढ़ाई। यह कहावत कोटा के दशहरा मेले में बनने वाले रावण के पुतलों पर सही साबित हो रही है। पुतले बनाने पर जहां मात्र 5.25 लाख रुपए खर्च होंगे। वहीं उन पुतलों को खड़ा करने पर ही 8.70 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। नगर निगम कोटा उत्तर व कोटा दक्षिण की ओर से राष्ट्रीय दशहरा मेले का संयुक्त आयोजन किया जाएगा। दशहरा मेला तो 26 सितम्बर को दुर्गा पूजा के साथ शुरू हो जाएगा। जबकि रावण दहन दशहरे के दिन 5 अक्टूबर को होगा। दशहरे के लिए नगर निगम की ओर से हर साल रावण, कुम्भकरण व मेघनाद के पुतले बनवाए जाते हैं। कोरोना काल के दो साल में पुतलों की लम्बाई कम रखी गई थी। लेकिन इस बार दो साल बाद आयोजित हो रहे मेले में एक बार फिर से पुतलों की लम्बाई 72 से 75 फीट तक रखी जाएगी। नगर निगम द्वारा रावण, कुम्भकरण व मेघनाद के पुतले बनाने का टेंडर जारीे किया गया था। निगम ने इसके लिए 7.12 लाख की राशि निर्धारित की थी। पुतले बनाने के लिए दिल्ली व फतहपुर सीकरी के कारीगरों ने टेंडर में भाग लिया। निगम द्वारा खोली गई वित्तीय बिड में दिल्ली कीे फर्म मैसर्स अनीश की दर कम होने से नगर निगम ने उन्हें कार्यादेश जारी किया है। निगम अधिकारियों के अनुसार फतहपुर सीकरी की फर्म ने 6.50 लाख रुपए और दिल्ली की फर्म ने 5.50 लाख रुपए की दर दी थी। दिल्ली की फर्म की दर कम होने और नेगोशिएशन के बाद 5.25 लाख रुपए की राशि तय होने पर दिल्ली की फर्म को कार्यादेश जारी किया गया है। अब शीघ्र ही पुतले बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि दिल्ली के कारीगरों द्वारा दशहरा मेले में दूसरी बार रावण के पुतले बनाए जाएंगे। इससे पहले कोटा में 100 फीट से अधिक का पुतला भी दिल्ली की फर्म ने ही बनाया था। हालांकि उस समय जलने के दौरान ही पुतला ढहने से विवाद हो गया था। पुतले खड़े करने पर होंगे 8.70 लाख खर्च इधर रावण, मेघनाद व कुम्भकरण के पुतलों को खड़ा करने पर ही 8.70 लाख रुपए खर्च होंगे। निगम की ओर से तीनों पुतलों को खड़ा करने के लिए पेड़ा बनाने का टेंडर 4.40 लाख रुपए का जारी किया गया था। जिसे मैसर्स ए टू जेड फर्म द्वारा 4 लाख 44 हजार 900 रुपए में किया जाएगा। वहीं तीनों पुतलों को खड़ा करने के लिए लोहे की सीढ़ियां बनाने का टेंडर 5.10 लाख रुपए का जारी किया था। जिसे 14.89 फीसदी कम दर पर दिया गया है। इस तरह से ये दोनों काम 8.70 लाख रुपए में होंगे। जबकि पुतले बनाने का काम 5.25 लाख रुपए में होगा। नगर निगम कोटा दक्षिण के मेला प्रभारी ए.क्यू कुरैशी ने बताया कि रावण के पुतले बनाने के लिए दो फर्मो ने टेंडर डाला था। लेकिन दिल्ली की फर्म की दर कम होने से उसे कार्यादेश जारी किया है। अब एक-दो दिन में पुतले बनाने का काम शुरू हो जाएगा।

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