आंख खुलते ही पानी की मारामारी
घरों से सटकर गुजर रहे बिजली के तार, करंट का रहता खतरा
शहर में स्मार्ट सिटी की झलक सिर्फ चौराहों व तिराहों पर ही दिखाई देती है, जैसे ही कदम वार्डों की ओर बढ़ते हैं तो हालात गांव-कस्बों से भी बदतर नजर आते हैं।
कोटा। शहर में स्मार्ट सिटी की झलक सिर्फ चौराहों व तिराहों पर ही दिखाई देती है, कदम वार्डों की ओर बढ़ते है, तो हालात गांव-कस्बों से भी खराब नजर आते हैं। यहां न तो नलों में पानी आता है और न ही नाले की सफाई होती है। ड्रेनेज सिस्टम नाम की चीज ही नहीं है। सड़कों पर पानी भरा रहता है, जिनमें खतरनाक बीमारियों का लार्वा पनप रहा है। नाले में कीचड़ के बीच से बच्चों को स्कूल जाना पड़ता है। इस दौरान बच्चे फिसलकर चोटिल हो जाते हैं। इसके अलावा मकानों से सटकर बिजली के तार गुजरने से करंट का खतरा बना रहता है। इतना ही नहीं, सुबह आंख खुलते ही पानी के लिए मारामारी की जाती है। दिनभर में मात्र एक घंटे ही नलों में पानी आता है। इसके बाद रात तक दर्शन नहीं होते। दैनिक नवज्योति कोटा उत्तर के वार्ड 40 में पहुंची तो लोगों ने कुछ इस तरह हालात बयां किए।
यह है वार्ड क्षेत्र
प्रेम नगर द्वितीय आंशिक, वैष्णव कॉलोनी, डाली बाई माताजी, मदरसा, गोवर्नमेंट स्कूल व आसपास का क्षेत्र।
सुबह-शाम एक घंटे ही नलों में आता पानी
प्रेमनगर द्वितीय में पानी की बड़ी समस्या है। यहां केलादेवी माता मंदिर के आसपास के इलाके में नलों में पानी नहीं आता। दिनभर टयूबवैलों पर भीड़ लगी रहती है। हालात यह हैं, सुबह 7 से 8 बजे तक ही पानी आता है, लेकिन वो भी धीमी गति से। इसके बाद हनुमान मंदिर के पास लगी बोरिंग से ही पानी भरकर लाना पड़ता है। कई बार बिजली बंद होने से टयूबवैल से भी पानी नहीं मिल पाता। सुबह नींद खुलते ही पानी का जुगाड़ करना चुनौती बन जाती है। मोहल्ले में अधिकतर दो मंजिला मकान हैं, बड़े बर्तनों में पानी भरकर दूसरी मंजिल पर पहुंचाना पड़ता है। ऐसे में सीढ़िया चढ़ने-उतरने के दौरान फिसलकर चोटिल हो जाते हैं।
- आशा कुमारी, प्रेमनगर द्वितीय निवासी
घर के सामने गंदगी, सांस लेना मुश्किल
प्रेम नगर द्वितीय स्थित नाले की कई वर्षों से सफाई नहीं हुई। मकानों का गंदा पानी व कचरा भी उसी में डाला जा रहा है। दुर्गंध से लोगों का घरों के बाहर खड़ा रहना तक मुश्किल हो गया। वहीं, नाले में अतिक्रमण कर मकान बना लिए गए हैं, जिससे पानी की निकासी बाधित हो गई। बरसात के दौरान नाले का पानी सड़कों पर फैला रहता है। जिसमें मच्छर पनपने से मौसमी बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है। पार्षद को नाले की सफाई करवाने व अतिक्रमण हटाने को कहा था लेकिन ध्यान नहीं दिया। नाले के सामने स्थित कॉलोनी के बाशिंदों का दुर्गंध की वजह से घरों के बाहर खड़े रहना भी मुश्किल हो गया है।
- भैरूलाल, वार्डवासी
करंट का खतरा
वार्ड में बिजली के पोल मकानों की दीवारों से सटे हुए हैं। जिससे बिजली के तार घरों की बालकनी व छतों से गुजर रहे हैं। बरसात में करंट का खतरा लगा रहता है। वहीं, विद्युत लाइनें काफी नीचे की ओर झूल रहे हैं। बरसात के दौरान तेज हवा चलने से तार आपस में टकराते हैं, जिससे स्पार्किंग होने से शॉर्ट सर्किट होने से हादसे का अंदेशा लगा रहता है। हाल यह है, बड़े वाहनों के यहां से गुजरने के दौरान तार उलछकर टूट जाते हैं, जिससे बिजली सप्लाई बाधित हो जाती है। बिजली आने-जाने का समय भी निर्धारित नहीं है। दिनभर में कई बार बिजली गुल होती है।
-काली बाई, वार्डवासी
कीचड़ के बीच से स्कूल पहुंच रहे बच्चे
इलाके में बरसो पुराना नाला है, जिसमें लोगों ने अतिक्रमण कर मकान बना लिए। इससे नाले का स्वरूप बदल गया। नाले के पार एक निजी स्कूल है, जहां पहुंचने के लिए बच्चों को नाले से होते हुए कीचड़ के बीच से गुजरना पड़ता है। इस दौरान कई बार बच्चे फिसलकर चोटिल हो जाते हैं। पार्षद से नाले की चारदीवारी बनाने और सफाई करवाने की गुहार लगाई लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। नाला अवरूद्ध होने से गंदा पानी मोहल्लों की सड़कों पर जमा हो जाता है। जिससे लोगों को आवागमन में परेशानी होती है।
- कन्हैयालाल गुर्जर, वार्डवासी
वार्ड में पानी की गंभीर समस्या है। जलदाय विभाग के एईएन से इस मामले में बात की तो पता चला कि 2 माह पहले महावीर नगर तृतीय में नई पाइप लाइन बिछाई गई थी। इस दौरान प्रेम नगर की लाइन मुख्य लाइन से हटाकर दूसरी लाइन से जोड़ दिया। इससे पानी का प्रेशर डाउन हो गया। अधिकारियों की लापरवाही की शिकायत एक्सईएन से की तो उन्होंने 2-3 माह बाद महावीर नगर में ही नई लाइन डाल प्रेमनगर की लाइन जोडकर इलाके में प्रेशर बढ़ने का आश्वासन दिया। यूडीएच मंत्री के कोटा आते ही अधिकारियों की करतूत से अवगत कराएंगे। फिर भी समाधान नहीं हुआ तो जलदाय विभाग में भूख हड़ताल पर बैठेंगे। वहीं, इलाके 45 रोड लाइट ही लगी है, जबकि 50 लाइटें और चाहिए, इसकी निगम जेईएन सचिन यादव से मांग की थी लेकिन ध्यान नहीं दिया। इसके अलावा नाले में हो रहे अतिक्रमण हटवाने के लिए महापौर व आयुक्त से भी शिकायत की है। नाले की चौड़ाई बढ़ाकर पानी की निकासी करवाने और चारदीवारी करना प्राथमिकता है। वार्ड में राजेंद्र कुशवाह के मकान से राधाकृष्ण मंदिर व मंदिर से बाबूलाल पांचाल के मकान तक सीसी रोड बन गया है, अब नालियां बनाई जाएंगी।
- नरेंद्र कुमार कैथोलिया, पार्षद वार्ड 40
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