गहलोत के बाद अब पायलट ने भी की सोनिया से मुलाकात, निकाले जा रहे सियासी मायने
सोनिया गांधी को मुद्दों की समझ और सारा फीडबैक उनके पास,समय पर उचित निर्णय होंगे: पायलट
जयपुर। कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी से मिलने के लिए सचिन पायलट शुक्रवार दोपहर 10 जनपथ पहुंच गए। राजस्थान में बड़े फेरबदल की पिछले कई दिनों से चर्चा है। एक दिन पहले ही राजस्थान सीएम अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। अब कांग्रेस अध्यक्ष ने राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को मिलने के लिए बुलाया है। इस बैठक में राजस्थान के राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा के साथ कैबिनेट में बदलावों को लेकर बात हो सकती है।
माना जा रहा है कि जल्द ही राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल पर भी निर्णय लिया जाएगा। इसी साल 17 दिसंबर को गहलोत सरकार के तीन साल पूरे हो रहे हैं। इन तीन वर्षों में पार्टी की खींचतान के कारण कोई फेरबदल नहीं हो पाया है। इससे विधायकों का एक गुट नाराज भी रहा है। ऐसे में कांग्रेस इस अंतर्कलह को खत्म करने के लिए पायलट समर्थित विधायकों को कैबिनेट में जगह देना चाहेगी।
सोनिया गांधी को मुद्दों की समझ और सारा फीडबैक उनके पास,समय पर उचित निर्णय होंगे: पायलट
जयपुर: पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने शुक्रवार को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर सत्ता और संगठन से जुड़े मुद्दों पर अहम चर्चा की। चर्चा के बाद सचिन पायलट ने दिल्ली में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि राजस्थान में यदि कुछ जरूरत है सरकार और संगठन में बदलाव करने की तो बदलाव होने चाहिए। मुझे उम्मीद है की ए आईसीसी और राजस्थान सरकार बातचीत करके जल्द उचित निर्णय लेंगी, लेकिन मैं ऐसा मानता हूं कि अगले चुनाव में अब दो साल से कम का समय रहा है और हम लोग चाहते हैं कि अगला चुनाव हम लोग पूरी मुस्तैदी, पूरी ताकत से लड़े, क्योंकि हमेशा राजस्थान में 5 साल कांग्रेस की सरकार 5 साल भाजपा की सरकार रहने की एक परिपाटी बन गई है और इस बार हम चाहते हैं कि बहुत मजबूती से संगठन को तैयार करें। कार्यकर्ताओं को मान सम्मान मिले। सबकी भागीदारी हो सत्ता में संतुलन हो परिपाटी तोड़ने का काम हम लोग करें। वर्ष 2023 का चुनाव के लिए अभी से काम हमको करना पड़ेगा, क्योंकि लोकसभा चुनाव भी 2024 में होंगे। राजस्थान में सरकार रिपीट करना जरूरी है, बहुत अनिवार्य है। मुझे लगता है कि सरकार और संगठन मजबूती से काम करेंगे तो अवश्य हम कर पाएंगे। सवालों के जवाब में कहा कि मीडिया में चल रहा है कि राजस्थान में कांग्रेस में ग्रुप है। हम सब लोग एक ही पार्टी के हैं और कांग्रेस पार्टी के सिंबल पर ही जीत कर आए हैं और यह तेरा मेरा का समय नहीं हैं। हम सब मिलकर चल रहे हैं। राजस्थान में कुछ पद खाली है। सरकार में उसको भरना है और सरकार में बैलेंस को सेट करना है। इसमें कोई तेरे मेरे की बात नहीं है। अनुभव परफॉर्मेंस रीजनल बैलेंस इन सब को संदर्भ में रखकर पार्टी अपना निर्णय लेगी। मुझे विश्वास है सोनिया गांधी से आज लंबी मुलाकात हुई, सोनिया गांधी सारे मुद्दों को समझ रही है। पूरा फीडबैक उनके पास जा रहा है और उचित समय पर सही निर्णय लिया जाएगा।
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