लम्पी बीमारी से मृत पशु का एक लाख रुपए मुआवजा दिया जाए : अमराराम

तत्काल राहत पैकेज की मांग

लम्पी बीमारी से मृत पशु का एक लाख रुपए मुआवजा दिया जाए : अमराराम

सरकार लम्पी बीमारी से मरने वाली गाय का पटवारी व ग्रामसेवक से सर्वे कराकर एक लाख रुपए का मुआवजा दे।

सीकर। भारत की कम्यूनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी के राज्य सचिव व किसान नेता कामरेड अमराराम ने प्रदेश में लम्पी बीमारी से भारी तादाद में मरने वाले गौधन पर चिंता प्रकट करते हुए सरकार से तत्काल राहत पैकेज की घोषणा करने व कार्य योजना पर अमल करने की मांग की है।दातारामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के गांवों का दौरा करने के दौरान आज किसानों ने अमराराम के सामने बीमारी से मरने वाली गायों व उससे होने वाले भारी नुकसान व क्षेत्र में सरकारी अमले की बदइंतजामी की विस्तार से चर्चा की। इस दौरान रुलाणा, बनाथला और चैनपुरा में आयोजित किसान सभाओं को संबोधित करते हुए अमराराम ने कहा कि राजस्थान पशुपालन में देश में दूसरे नंबर पर है। 2019 की  पशु गणना के अनुसार राज्य में 13912457 गाये हैं जिनसे देश के दूध के कुल उत्पादन का 12.72% दूध मिलता है।

लम्पी बीमारी की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बीकानेर, चूरू, सीकर, नागौर जैसे जिलों में लाखों गायें मर चुकी है लेकिन न तो सरकार को कोई चिंता है और न ही गाय के नाम पर राजनीति करने वाली भारतीय जनता पार्टी को, स्टांप ड्यूटी के नाम पर गायों के लिए करोड़ों का टैक्स इक्कठा होता है वो गौशालाओं के नाम पर फर्जी देशभक्त डकार जाते हैं।अमराराम ने सवाल उठाया कि गायों के नाम पर धार्मिक आयोजन करने व गायों को भागवत कथा सुनाने वाले अब कहीं दिखाई नहीं देते उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि पशुधन किसानों की जीवन रेखा है और सरकार लम्पी बीमारी से मरने वाली गाय का पटवारी व ग्रामसेवक से सर्वे कराकर एक लाख रुपए का मुआवजा दे, देरी का मतलब पहले से कर्ज में डूबे किसान को मौत के मुंह में धकेलना होगा। इस दौरान रुलाणा में किसान सभा की ग्राम इकाई का गठन किया गया। जिसमें छगन रूलानिया को अध्यक्ष, चिमना राम जाखड़ को उपाध्यक्ष व लादूराम बिजारणियां को सचिव चुना गया एवं बनाथला में सागरमल हरितवाल को अध्यक्ष व मदनलाल डोडवाडिया को सचिव तथा चैनपुरा-धींगपुर में गणपतराम बाजड़ोलिया को अध्यक्ष व सागरमल को सचिव चुना गया। पार्टी प्रवक्ता बृजसुंदर जांगिड़ ने बताया कि माकपा पहले भी मुआवजा देने, पर्याप्त संख्या में पशु चिकित्सक भर्ती करने तथा दवाई की उपलब्धता सुनिश्चित करने की मांग उठा चुकी है। सरकार अविलंब पर्याप्त राहत पैकेज की घोषणा करें अन्यथा पार्टी बड़े आंदोलन का निर्माण करेगी। इस दौरान किसान सभा के राज्य उपाध्यक्ष हरफूलसिंह बाजिया, सीपीआईएम जिला सचिव किशन पारीक, इंद्रसिंह लांबा भी साथ रहे।

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