रूफटॉप सोलर पर सब्सिडी का और करना पड़ेगा इंतजार
सब्सिडी के लिए डिस्कॉम स्तर पर टेंकर प्रक्रिया की कवायद, दो महीने का लग सकता है समय
जयपुर। घरों में रूफटॉप सोलर प्लांट लगाकर बिजली बिल में बचत की उम्मीद करने वाले उपभोक्ताओं को सब्सिडी के लिए करीब दो महीने और इंतजार करना पड़ सकता है। अभी प्रदेश में सोलर प्लांट पर केन्द्र सरकार के स्तर से सब्सिडी बंद है। इसलिए राजस्थान डिस्कॉम के जरिए उपभोक्ताओं को सब्सिडी देने पर कवायद की जा रही है। डिस्कॉम में जारी इस कवायद को अभी दो महीने का समय लग सकता है। रूफटॉप सोलर प्लांट पर मिलने वाला अनुदान केन्द्र सरकार की ओर से पिछली 31 अगस्त से बंद है। अब यह काम राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के जरिए नहीं होकर राजस्थान डिस्कॉम के माध्यम से होगा।
इसके पीछे तर्क यह है कि सब्सिडी वाले सोलर प्लांट में नेट मीटरिंग की कार्रवाई डिस्कॉम के माध्यम से होती है। उपभोक्ताओं को डिस्कॉम के जरिए ही सब्सिडी वाला सोलर प्लांट लगाया जा सकता है। डिस्कॉम के स्तर पर टेंडर प्रक्रिया चल रही है, जिसमें करीब दो महीने का समय और लग सकता है।
पहले मिलती थी ये सब्सिडी: केन्द्र सरकार ने राजस्थान सहित अन्य राज्यों में रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने के लिए 20 से 40 प्रतिशत तक सब्सिडी दी है। प्रदेश में दस जून 2020 से 31 अगस्त तक कनेक्शनों पर ग्रांट या सब्सिडी दी, जिसमें जयपुर डिस्कॉम को 25 हजार किलोवाट, जोधपुर डिस्कॉम को 15 हजार किलोवाट और अजमेर डिस्कॉम को पांच हजार किलोवाट क्षमता तक सब्सिडी वाले सोलर प्लांट लगाने का टारगेट मिला। योजना के तहत राजस्थान में दस सितम्बर तक घरेलू बिजली उपभोक्ताओं से आवेदनों के आधार पर सोलर प्लांट लगाने का काम पूरा हो चुका है। केन्द्र की सब्सिडी रोक की वजह से नए आवेदन पिछले दो महीने से बंद कर रखे हैं।
प्राइवेट कम्पनियों से नहीं मिलती सब्सिडी: राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के पैनल में शामिल कम्पनी या एजेंटों के माध्यम से सब्सिडी वाले सोलर प्लांट लगाने का काम होता है। सब्सिडी बंद के बाद उपभोक्ता इन निजी कम्पनियों और एजेंटों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उनसे सब्सिडी नहीं मिलती। इन कम्पनियों और एजेंटों को पहले दस सितम्बर तक आवेदन लेने की छूट दी थी, ताकि वे तीन दिसम्बर तक ये प्लांट लगा सकें।
अब केवल घरेलू उपभोक्ताओं को ही सब्सिडी:केन्द्र सरकार ने फरवरी 2015 में सोलर प्लांट लगाने की स्कीम शुरू की। राजस्थान में छह हजार किलोवाट बिजली रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने का टारगेट तय हुआ। शुरूआत में यह सब्सिडी घरेलू, संस्थानिक, वाणिज्यिक और सामाजिक संस्थाओं को दी गई। फरवरी 2019 में बदलाव हुआ और अब केवल घरेलू उपभोक्ताओं को ही सोलर प्लांट पर सब्सिडी दी जाती है। रूफटॉप सोलर प्लांट लगवाने पर तीन किलोवाट तक के प्लांट पर घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को सरकार 40 प्रतिशत सब्सिडी देती है,वहीं तीन से दस किलोवाट तक सरकार 20 प्रतिशत सब्सिडी देती है।
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