जिम में जरूरत से ज्यादा कसरत, प्रोटीन, स्टेरॉयड्स लेना खतरनाक, युवाओं में बढ़ रही है हार्ट की तकलीफें
डायबिटिक मरीजों में साइलेंट अटैक का खतरा ज्यादा
विशेषज्ञों की सलाह के बिना जिम में ज्यादा कसरत करने और स्टेरॉयड्स या प्रोटीन अधिक लेने से व्यक्ति को कोरोनरी हार्ट डिजीज, हार्ट रिदम से जुड़ी बीमारियां हो सकती है, जो जानलेवा भी होती है। हार्ट रोग विशेषज्ञों के अनुसार 25 प्रतिशत तक हार्ट अटैक के मामले 40 साल से कम उम्र के लोगों में सामने आ रहे हैं।
जयपुर। कम समय में अच्छी बॉडी बनाने की चाह में युवा जिम में जरूरत से ज्यादा कसरत कर रहे हैं और तरह-तरह के सप्लीमेंट्स भी ले रहे हैं। वे इस बात से अंजान है कि उनका यह कदम उनके दिल के लिए कितना खतरनाक है। प्रसिद्ध कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव भी जिम में ही कसरत करने के दौरान हार्ट में तकलीफ होने पर अस्पताल में भर्ती हुए थे और करीब 45 दिन अस्पताल में रहने के बाद हाल ही में उनकी मौत हो गई। विशेषज्ञों की सलाह के बिना जिम में ज्यादा कसरत करने और स्टेरॉयड्स या प्रोटीन अधिक लेने से व्यक्ति को कोरोनरी हार्ट डिजीज, हार्ट रिदम से जुड़ी बीमारियां हो सकती है, जो जानलेवा भी होती है। हार्ट रोग विशेषज्ञों के अनुसार 25 प्रतिशत तक हार्ट अटैक के मामले 40 साल से कम उम्र के लोगों में सामने आ रहे हैं। इसलिए स्वस्थ शरीर और मस्तिष्क के लिए सप्ताह में पांच दिन 150 मिनट या प्रत्येक दिन 30 मिनट व्यायाम करना काफी है। ऐसे मामलों को देखते हुए शहर के नामी हृदय रोग विशेषज्ञों से बात की और जाना युवा वर्ग में हार्ट डिजीज के मामले क्यों बढ़ रहे हैं?
डायबिटिज मरीजों में साइलेंट अटैक का खतरा
विशेषज्ञों की माने तो डायबिटिक मरीजों में साइलेंट अटैक का खतरा ज्यादा होता है और सामान्यतया हार्ट अटैक के दौरान होने वाले छाती के दर्द का अनुभव भी इनको नहीं होता है। ऐसे में डायबिटिक मरीजों में कार्डियक डेथ होने से पहले उन्हें लक्षण के रूप में दर्द नहीं होता है।
अनियमित हो जाती है दिल की धड़कन
सीनियर कार्डियक इलेक्ट्रोफिजियोलॉजिस्ट डॉ. राहुल सिंघल ने बताया कि रेगुलर एक्सरसाइज हार्ट की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है, लेकिन जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज करने और 150 मिनट की गाइडलाइन को पार करने पर हार्ट से जुड़ी समस्याएं होने का खतरा बढ़ जाता है। इसमें व्यक्ति को सडन कार्डियक अरेस्ट, हार्ट अटैक, धड़कन से जुड़ी जानलेवा समस्या हो सकती है।
कोरोनाकाल में की एक्सरसाइज बंद, अब ज्यादा खतरा
सीनियर इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. राम चितलांगिया ने बताया कि जिन्होंने कोरोना के दौरान वर्कआउट करना बंद कर दिया था और अब वे फिर से पुराना रुटीन फॉलो कर रहे हैं, उन्हें जिम में एक्सरसाइज के दौरान समस्या होने का खतरा ज्यादा है। शरीर की क्षमतानुसार धीरे-धीरे एक्सरसाइज के समय और
प्रकार को बढ़ाएं।
मजबूत हार्ट वालों में कार्डियक डेथ की संभावना कम
सीनियर इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. प्रकाश चांदवानी ने बताया कि स्वस्थ-मजबूत हृदय वाले व्यक्ति की अचानक कार्डियक डैथ होने की संभावना बहुत कम होती है, लेकिन जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज उन लोगों में कार्डियक प्रॉब्लम को बढ़ा सकती है जिन्हें साइलेंट हार्ट प्रॉब्लम हो या जिनके हृदय रोग की जांच न हुई हो।
प्रोटीन पाउडर अधिक मात्रा में लेने से हार्ट अटैक का खतरा
सीनियर स्ट्रक्चरल हार्ट डिजीज एक्सपर्ट डॉ. अमित चौरसिया ने बताया कि प्रोटीन पाउडर के साथ अत्यधिक व्यायाम भी शरीर के लिए बेहद नुक्सानदेह है। यह रक्तचाप में अचानक से वृद्धि कर सकता है। जो हमारी हृदय गति को बढ़ा देता है। युवाओं में हार्ट अटैक के कारणों में से एक कारण ये भी है। वहीं स्टेरॉयड का लंबे समय तक सेवन करने से कोरोनरी धमनी रोग होने की संभावना बढ़ जाती है। थोड़े समय के लिए भी स्टेरॉयड लेना दिल को स्थायी रूप से नुकसान पहुंचा सकता है।
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