1.75 करोड़ की डायमंड ठगी के मास्टर माइंड समेत 4 बदमाश गिरफ्तार
80 लाख रुपए का माल बरामद
पार्टी ने 17 पैकेट माल लिया और परिवादी और उसके साथी को पास वाले कमरे में बैठाया और डायमंड लेकर फरार हो गया। इस रिपोर्ट पर वारदात में शामिल संदिग्ध चौपहिया वाहन पोलो कार और वाहन के आधार पर आरोपियों को चिन्हित किया गया। इनकी तलाश के लिए एक टीम अहमदाबाद और मुम्बई रवाना की गई।
जयपुर। कमिश्नरेट की सीएसटी और श्याम नगर थाना पुलिस ने डायमंड ठगी के मास्टर माइंड प्रवीण जैन समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपित प्रवीण रामगंज जयपुर से 1.75 करोड़ रुपए की डायमंड ठगी के मामले में फरार चल रहा था। गिरफ्तार आरोपितों से 80 लाख रुपए का माल बरामद किया गया है। यह गैंग करीब 20 करोड़ रुपए ठगी की कर चुका है। प्रवीण के खिलाफ अन्य राज्यों में भी करीब 15 मामले दर्ज हैं। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (प्रथम) अजय पाल लांबा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी प्रवीण जैन उर्फ पप्पू (41) कालन्दरी सिरोही हाल कोलभाट लैंड चीरा बाजार कालबा देवी मुम्बई (महाराष्ट्र), हिमांशु जैन (30) मंडोर जोधपुर, विट्ठल भाई (50) कामरेज सूरत (गुजरात) और इफ्तेखार आजम उर्फ बबलू (38) बायकला मुम्बई (महाराष्ट्र) के रहने वाले हैं।
बीती 21 सितंबर को परिवादी चिराग भाई ने रिपोर्ट दी कि 20 सितंबर को उसके पास फोन आया कि माल लेकर राणी सती नगर मानसरोवर मेट्रो स्टेशन के पास पहुंचे, जहां उनके ऑफिस में पार्टी मिलेगी। वहां 6.12 कैरेट डायमंड का माल लेकर एक लाख रुपए नकद दे दिए। माल देकर परिवादी वापस आ गया। दिन में करीब सवा तीन बजे पार्टी का दोबारा फोन आया और डायमंड की। परिवादी डायमंड लेकर उनके ऑफिस पहुंचा तो पार्टी ने 17 पैकेट माल लिया और परिवादी और उसके साथी को पास वाले कमरे में बैठाया और डायमंड लेकर फरार हो गया। इस रिपोर्ट पर वारदात में शामिल संदिग्ध चौपहिया वाहन पोलो कार और वाहन के आधार पर आरोपियों को चिन्हित किया गया। इनकी तलाश के लिए एक टीम अहमदाबाद और मुम्बई रवाना की गई। टीम ने चार हजार किलोमीटर की दूरी तय कर डायमंड ठगी के मास्टर माइंड प्रवीण जैन और उसके सहयोगी हिमांशू, विट्ठल और इफ्तेखार को गिरफ्तार कर लिया।
यह हुआ खुलासा
प्रवीण डायमंड व्यापारी है। पहले वह पार्टियों से मोबाइल से संपर्क करता है। फिर सैम्पल मंगवाकर उनका पेमेंट नकद में करता है। इसके बाद दोबारा फोन करके और अधिक डायमंड मंगवाकर फरार हो जाता है। ठगी के लिए वह फर्जी नाम व पते की सिम का उपयोग करता है। वारदात के लिए प्रवीण पहले जयपुर शहर के पॉश इलाके में ऑफिस किराए पर लेता है और कंपनी का फर्जी विजिंटिग कार्ड बनाकर डायमंड कारोबारियों को देता है फिर इनसे ठगी करता है।
Comment List