आईएसीटीएस द्वारा आउटरीच प्रोग्राम हुआ आयोजित

कार्डियक सर्जन्स ने दिए हेल्दी हार्ट के टिप्स 

आईएसीटीएस द्वारा आउटरीच प्रोग्राम हुआ आयोजित

वर्ल्ड हार्ट डे के अवसर पर कार्डियक सर्जन्स की नेशनल एसोसिएशन आईएसीटीएस (इंडियन एसोसिएशन ऑफ कार्डियोवैस्कुलर एंड थोरेसिक सर्जन) की ओर से सेंट्रल पार्क में एक जागरूक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें राजस्थान के सीनियर कार्डियक सर्जन्स ने लोगों को अपना हार्ट हेल्दी रखने के टिप्स दिए।

जयपुर। आज कम उम्र में होने वाली कार्डियक डेथ के पीछे सबसे बड़ा कारण युवाओं का क्षमता से अधिक व्यायाम करना और बिगड़ी जीवन शैली है। अगर संतुलित व्यायाम और जीवन शैली को अपनाया जाए तो दिल भी स्वस्थ रहेगा। वर्ल्ड हार्ट डे के अवसर पर कार्डियक सर्जन्स की नेशनल एसोसिएशन आईएसीटीएस (इंडियन एसोसिएशन ऑफ कार्डियोवैस्कुलर एंड थोरेसिक सर्जन) की ओर से सेंट्रल पार्क में एक जागरूक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें राजस्थान के सीनियर कार्डियक सर्जन्स ने लोगों को अपना हार्ट हेल्दी रखने के टिप्स दिए। यह पहला मौका है जब कार्डियक सर्जन्स ने आमजन के साथ सीधे संवाद कर उन्हें हार्ट डिजीज और कार्डियक सर्जरी को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर किया। इस मौके पर सीनियर कार्डियक सर्जन व पूर्व सांसद डॉ. करण सिंह यादव, डॉ. राजकुमार यादव, डॉ. आरएम माथुर, डॉ. विक्रम गोयल, डॉ. संजीव देवगड़ा, डॉ. एस.के. कौशल, डॉ. ललित मलिक, डॉ. आलोक शर्मा सहित अन्य एक्सपर्ट्स शामिल रहे।

आईएसीटीएस की राष्ट्रीय कमेटी के सदस्य और सीनियर कार्डियक सर्जन डॉ. आलोक माथुर ने बताया कि वर्ल्ड हार्ट डे पर आईएसीटीएस द्वारा देशभर के 39 शहरों में आउटरीच प्रोग्राम लॉन्च किया गया है जिसमें देश के कार्डियक सर्जन अपने-अपने शहरों में लोगों के साथ सीधे संवाद कर उन्हें हार्ट डिजीज और उसके इलाज के बारे में जानकारियां देंगे। इसके साथ ही सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी संवाद का जरिया बनाया गया है जहां लोग अपने एक्सपर्ट से सीधे संपर्क कर सकते हैं साथ ही उन्हें कार्डियक सर्जरी में आ रही नवीनतम तकनीकों की जानकारी भी मिलेगी। 

लापरवाही के चलते भी गर्भस्थ शिशु में पनप सक ती है हार्ट डिजीज       
इस दौरान एसएमएस हॉस्पिटल के कार्डियक सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. राजकुमार यादव ने बताया कि गर्भवती महिलाओं की कई छोटी-छोटी लापरवाहियां भी उनके गर्भस्थ शिशु में हार्ट डिजीज विकसित करने का कारण बन सकती हैं। मसलन गर्भावस्था के दौरान एक्सरे, ज्यादा दवाएं लेना, इंफेक्शन का ध्यान न रखने जैसी गलतियों से गर्भस्थ शिशु में हार्ट डिजीज पनप सकती हैं। डॉ. आरएम माथुर ने इनडोर एक्सरसाइज से होने हार्ट को होने वाले नुकसान के बारे में बताया। इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने भी एक्सपर्ट्स ने हार्ट डिजीज के संबंध में सवाल-जवाब किये।

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