महंगाई से त्रस्त ब्रिटेन की जनता बोली-ऋषि सुनक कम बैक

पहले ही इम्तिहान में फेल हुईं नई पीएम लिज ट्रस

महंगाई से त्रस्त ब्रिटेन की जनता बोली-ऋषि सुनक कम बैक

विशेषज्ञों की मानें तो अब कंजरर्वेटिव पार्टी के कई नेता भी अपनी पसंद पर पछता रहे हैं। उनका कहना है कि कुर्सी संभालने के कुछ ही दिनों के अंदर ट्रस ने अर्थव्यवस्था को घुटनों पर ला दिया है।

लंदन। भारतीय मूल के ब्रिटिश राजनेता और पूर्व चांसलर ऋषि सुनक पिछले महीने प्रधानमंत्री की रेस जरूर हार गए लेकिन उनकी लोकप्रियता अभी तक जनता में बनी हुई है। ब्रिटेन वह देश है जो इस समय बढ़ती महंगाई से परेशान है और ऐसे में प्रधानमंत्री लिज ट्रस उनकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पा रही हैं। अब जनता कह रही है, ऋषि सुनक कमबैक और संसद का सत्र शुरू होने से पहले यह कैंपेन जोर पकड़ता जा रहा है। 11 अक्टूबर से ब्रिटेन में संसद का सत्र शुरू होने वाला है।

सच हुई सुनक की भविष्यवाणी
सुनक ने अगस्त में बहस के दौरान इस बात की आशंका जता दी थी कि अगर ब्रिटिश अर्थव्यवस्था में बाजार के खोते विश्वास के खतरे को नजरअंदाज किया गया तो फिर एक बड़ा संकट पैदा हो सकता है। उन्होंने बताया था कि ब्रिटेन सरकार के कर्ज के खिलाफ जिन लोगों ने दांव लगाया था और थोड़े समय के लिए कर्ज दिया था, वह पीछे हटने लगे हैं। सुनक ने कहा था कि सितंबर के अंत तक देश को बुरे नतीजे देखने को मिल सकते हैं और अर्थव्यवस्था धाराशयी हो सकती है। फाइनेंशियल टाइम्स को दिए इंटरव्यू में सुनक ने कहा था कि ट्रस ने बिना वित्तपोषित खर्च के वादे किए हैं और उन्हें डर है कि इसके बाद महंगाई और ब्याज दरों में इजाफा हो सकता है। साथ ही ब्रिटेन पर देनदारी भी बढ़ जाएगी। सुनक ने कहा था कि ट्रस ने किस तरह से टैक्स कट्स और उन परिवारों के लिए मदद का वादा किया है जो महंगी होती ऊर्जा का सामना कर रहे हैं। पिछले महीने रिजल्ट आने के बाद ऋषि सुनक ने कहा था कि रिजल्ट चाहे कुछ भी हों।

वह कंजर्वेटिव सरकार का समर्थन करेंगे। लेकिन उन्होंने इस तरफ इशारा कर दिया था कि वह ट्रस कैबिनेट में शामिल नहीं होना चाहेंगे। लेकिन 42 साल के सुनक के समर्थकों ने कहा है कि अगर ट्रस 10 डाउनिंग स्ट्रीट का कार्यभार संभालती हैं, तो सुनक के साथ ठीक व्यवहार किया जाना चाहिए। फिलहाल सुनक वेट एंड वॉच की नीति अपना रहे हैं। वह सरकार में शामिल होंगे या नहीं इस बारे में अभी कुछ स्पष्ट नहीं है। लेकिन उनकी वापसी की मांग दिन पर दिन तेज हो रही है।

ट्रस को चुनकर पछता रहे नेता
विशेषज्ञों की मानें तो अब कंजरर्वेटिव पार्टी के कई नेता भी अपनी पसंद पर पछता रहे हैं। उनका कहना है कि कुर्सी संभालने के कुछ ही दिनों के अंदर ट्रस ने अर्थव्यवस्था को घुटनों पर ला दिया है। हालात इस कदर बिगड़ गए हैं कि ब्रिटेन के सेंट्रल बैंक बैंक आॅफ इंग्लैंड को इसमें हस्तक्षेप करना पड़ा। कई लोग यह मांग कर रहे हैं ट्रस को अपने वित्त मंत्री कवासी क्वारटिंग को हटाना पड़ेगा और उनका रोल अनिश्चित है। जो बात सबसे अहम है वह है सुनक की भविष्यवाणी का सच होना। कुछ नेताओं ने तो ट्रस को अल्टीमेटम दे दिया है कि उन्हें सुनक को वापस लेकर आना होगा।

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