दिवाली ने बिगाड़ी शहर की आबोहवा

खतरनाक स्तर पर पहुंचा वायु प्रदूषण

दिवाली ने बिगाड़ी शहर की आबोहवा

दीपावली पर्व के दौरान हुई आतिशबाजी के कारण शहर का वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। दिवाली से पहले शहर का एक्यूआई 115 पर था, जो अब बढ़कर 215 हो गया है।

कोटा। शहरवासियों को अब सावधान हो जाना चाहिए क्योंकि शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (वायु गुणवत्ता सूचकांक) 215 तक पहुंच गया है। यह गुणवत्ता के हिसाब से काफी कमजोर की श्रेणी में आ जाता है। यह मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक माना जाता है। यानि अब यहां की हवा प्रदूषित हो चुकी है। दीपावली पर्व के दौरान हुई आतिशबाजी के कारण शहर का वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। दिवाली से पहले शहर का एक्यूआई 115 पर था, जो अब बढ़कर 215 हो गया है। इससे अब वायु पूरी तरह से खराब हो गई है। इससे श्वांस सम्बंधी रोगियों को खतरा हो सकता है। 


कौन से पटाखे से कितना प्रदूषण 
सांप की गोली : सांप की एक गोली जलाने से 64,500 माइक्रोग्राम/ क्यूबिक मीटर पार्टिकल्स बाहर निकलते हैं, जो कि 2932 सिगरेट जलाने के बराबर है। मालूम हो कि जब आप एक सिगरेट जलाते हैं तो पीएम 2.5 के 22 माइक्रोग्राम/ क्यूबिक मीटर पार्टिकल्स निकलते हैं। ऐसे में सांप की गोली भी काफी प्रदूषण फैलाती है।

1000 पटाखे की लड़ी : 1000 पटाखे की लड़ी जलाई जाए तो 38,540 माइक्रोग्राम/क्यूबिक मीटर पार्टिकल्स बाहर निकलते हैं, जो कि 1752 सिगरेट जलाने के बराबर है। इसका मतलब है कि इतनी सारी सिगरेट से निकले पीएम 2.5 के प्रदूषणकारी तत्व के बराबर एक 1000 पटाखे की लड़ी ही है।

हंटर बम : बात हंटर बम की करते हैं।  एक हंटर बम जलाने पर 28,950 माइक्रोग्राम/क्यूबिक मीटर पार्टिकल्स निकलते हैं, जो 1316 सिगरेट जलाने के बराबर है। ध्यान रहे कि एक सिगरेट जलाने पर पीएम 2.5 के 22 माइक्रोग्राम/क्यूबिक मीटर पार्टिकल्स निकलते हैं।

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फुलझड़ी : फुलझड़ी को बहुत से लोग हल्के में लेते हैं। ऐसा माना जाता है कि इससे प्रदूषण नहीं होता है, लेकिन यह गलत है। बता दें कि एक फुलझड़ी जलाने पर 10,390 माइक्रोग्राम/क्यूबिक मीटर पार्टिकल्स निकलते हैं, जो 472 सिगरेट जलाने के बराबर है।

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चकरी: दिवाली पर कई लोग चकरी जलाना पसंद करते हैं। क्या आप जानते हैं कि एक चकरी जलाने पर 9,490 माइक्रोग्राम/क्यूबिक मीटर पार्टिकल्स निकलते हैं, जो कि 431 सिगरेट जलाने के बराबर है। इसकी मतलब है कि इतनी सारी सिगरेट से निकले पीएम 2.5 के प्रदूषणकारी तत्व एक चकरी जलाने पर ही निकल जाते हैं।

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अनार से प्रदूषण 221 सिगरेट जलाने के बराबर 
बात अनार की भी कर लेते हैं, क्योंकि इसे दिवाली का खूबसूरत पटाखा माना जाता है। मालूम हो कि एक अनार जलाने पर 4,860 माइक्रोग्राम/क्यूबिक मीटर पार्टिकल्स निकलते हैं, जो 221 सिगरेट जलाने के बराबर है। 

यह होता है एक्यूआई
एक्यूआई में पार्टिकुलेट मेटर यानि धूल के कणों का मापन होता है। धूल कण 10 माइक्रोन और 2.5 माइक्रोन तक मापे जाते हैं। इसके अलावा हवा में नाइट्रोजन डाई आॅक्साइड, सल्फर डाई आॅक्साइड, कार्बन  मोनोक्साइड व ओजोन मापी जाती है। इसकी इकाई माइकोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर होती है। एक्यूआई के माध्यम से ही यह पता चलता है कि हवा में प्रदूषण का स्तर कहां तक पहुंच चुका है और इसके प्रमुख कारण क्या हैं। इसके बाद हवा के स्तर में सुधार के प्रयास किए जाते हैं। 

ये हैं संकेत
0-50 अच्छा यानि कोई दिक्कत नहीं 
51-100 संतोषजनक हवा
101-200 बाहर जाने से बचें 
201-300 श्वसन के मरीजों को तकलीफ 
301-400 लम्बे बीमार रोगियों को दिक्कत 
401-500 बाहर बिलकुल नहीं निकलें

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