पार्षदों के चुनाव खर्च की रिकवरी हो गई, अब रैली के लिए उन्हें मंथली का एक-एक लिफाफा खर्च करना होगा: भाटी
कांग्रेस की बैठक में जिले के प्रभारी मंत्री मालवीय के सामने बयान से फैली सनसनी
अजमेर। महंगाई के विरोध में कांग्रेस की जयपुर रैली को लेकर जिले के प्रभारी मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीय के साथ कांगे्रसियों की बैठक में पीपीसी के पूर्व सदस्य व दो बार दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे हेमंत भाटी का भाषण सर्वाधिक चर्चा में रहा। भाटी ने बैठक में प्रभारी मंत्री व अन्य नेताओं मौजूदगी में ये कहकर सनसनी फैला दी कि कांग्रेस के सभी पार्षदों को मंथली का एक-एक लिफाफा रैली के लिए खर्च करना होगा। उनके बयान ने एक बार इस चर्चा को हवा दे दी है कि नगर निगम में लिफाफा संस्कृति अब भी बदस्तूर जारी है। बैठक को संबोधित करते हुए भाटी ने प्रभारी मंत्री से कहा कि वह सभी को फोर्सफुली जिम्मेदारी दें। क्योंकि दावे तो बहुत होते हैं, लेकिन उतनी बसें जाती नहीं हैं।
बयान का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल
भाटी के इस बयान में मालवीय सहित सभी नेता चौंक गए। उनका यह बयान न केवल बैठक में मौजूद नेताओं की बीच चर्चा का विषय रहा। बल्कि किसी ने भाटी के बयान का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इस कारण कुछ देर बाद उनकी पूरे शहर में चर्चा होने लगी।
लिफाफा संस्कृति फिर चर्चा में
भाटी के बयान ने इस चर्चा को फिर हवा दे दी है कि नगर निगम में लिफाफा संस्कृति अब भी जारी है। इससे पूर्व निगम में भाजपा के पूर्व पार्षद चंद्रेश सांखला ने पिछले भाजपा बोर्ड की साधारण सभा के दौरान तत्कालीन मेयर धर्मेन्द्र गहलोत पर पार्षदों को लिफाफा बांटने का खुल्लम खुल्ला आरोप लगाया था। खास बात यह है कि वर्तमान में भी नगर निगम में भाजपा का ही बोर्ड है।
प्रभारी मंत्री सबसे पहले पार्षदों टाइट करें
उन्होंने पार्षदों के लिए कहा कि वह कांग्रेस के सिम्बल पर जीतते हैं, लेकिन पार्टी की बैठकों में उनकी संख्या बहुत कम रहती है, जिम्मेदारी लेने के समय भी उनकी यही स्थिति रहती है। इसलिए प्रभारी मंत्री सबसे पहले उन्हें टाइट करें। पार्षदों के कार्यकाल को समय भी बहुत हो गया और उनके खर्चे (चुनाव में किए गए) भी रिकवर हो गए हैं और यह सब सक्षम है। इसलिए सभी पार्षदों को एक-एक मंथली लिफाफा रैली के लिए खर्च करना चाहिए।
झुनझुनवाला भरवाएंगे डीजल
समारोह स्थल के बाद प्रभारी मंत्री मालवीय ने सर्किट हाउस में कांग्रेस नेताओं के साथ रैली में जाने वाले कार्यकर्ताओं और बसों की संख्या के सम्बंध में चर्चा की। इस दौरान बसों में भरवाए जाने वाले डीजल, पेट्रोल के भुगतान पर विवाद हो गया। स्थानीय नेताओं ने कहा कि मालवीय ने पहले तो आरटीओ से बसों उपलब्ध कराने के साथ ही पेट्रोल, डीजल भराने का खर्च की बात भी कही थी। अब यह जिम्मा स्थानीय नेताओं पर डाला जा रहा है। बाद में लोकसभा में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे रिजु झुनझुनवाला से बात की गई। बताया जाता है कि झुनझुनवाला ने आश्वस्त किया कि वह रैली में अजमेर से जयपुर जाने वाली सौ बसों के पेट्रोल, डीजल का खर्च वहन करेंगे।
मैंने व्यंग्य में यह बात कही थी। मेरे बयान को गलत तरीके से लिया गया। मेरा आशय ये नहीं था कि पार्षद ऊपर की कमाई कर रहे हैं। कांग्रेस के सभी पार्षद ईमानदार और सेवाभावी हैं। मैं तो सिर्फ पार्षदों को रैली में अधिकाधिक भीड़ ले जाने के लिए प्रेरित करना चाहते था। -हेमन्त भाटी
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