महारैली के लिए सोनिया ने की अशोक गहलोत की प्रशंसा
महंगाई हटाओ रैली का सफल आयोजन हुआ। गहलोत के लिए यह रैली बड़ी परीक्षा थी, जिसमें वह पूरी तरह सफल हुए, क्योंकि पार्टी की राष्ट्रीय रैली प्रदेश में पहली बार हुई।
जयपुर। महंगाई हटाओ रैली का सफल आयोजन हुआ। गहलोत के लिए यह रैली बड़ी परीक्षा थी, जिसमें वह पूरी तरह सफल हुए, क्योंकि पार्टी की राष्ट्रीय रैली प्रदेश में पहली बार हुई। यह भी गहलोत की बड़ी सफलता थी कि गांधी परिवार के तीनों नेता एक साथ मंच पर थे। गहलोत ने भीड़ एकत्रित करने में मोदी के सिद्धहस्त होने के भ्रम को भी तोड़ दिया। सूत्रों के अनुसार सोनिया गांधी ने इस सफल महारैली के लिए सीएम गहलोत और प्रभारी अजय माकन की प्रशंसा की है।
राहुल गांधी की रिलॉन्चिंग सफल रही
राजनीतिक प्रेक्षकों की मानें तो रैली का मुख्य उद्देश्य राहुल गांधी की रिलॉन्चिंग थी, जो सभी मायने में सफल रही। गहलोत के रैली प्रबंधन और राहुल गांधी के भाषण में आक्रामक तेवरों की वजह से स्पष्ट राजनीतिक संकेत मिले। राहुल ने भी अपने भाषण में राजनीतिक मुद्दे की झलक दिखाई।
राहुल ने 35 बार हिंदू और 26 बार हिंदूत्ववादी शब्द बोला। महंगाई शब्द केवल एक बार बोला। शब्दों की व्याख्या करते समय काफी आक्रामक दिखे। कांग्रेस के परम्परगत वोट बैंक से जुड़े गरीब, किसानों के अलावा छोटे दुकानदार, ठेली वाले, छोटे व्यापारी, मध्यम वर्ग का भी उल्लेख किया।
राहुल भूल गए की चन्नी नहीं आए
मंच पर राहुल ने कहा कि पंजाब में हमारी सरकार ने किसान आंदोलन में शहीद हुए किसान परिवारों को पांच-पांच लाख रुपए दिए और इनमें से 160 परिवारों के एक-एक सदस्य को तो नौकरी भी दी। चन्नी से पूछे, जो यहां है। पंजाब के मुख्यमंत्री का उल्लेख किया और मंच पर चन्नी नजर नहीं आए। सोनिया गांधी और गहलोत ने बताया कि चन्नी नहीं आए। चन्नी फ्लाइट की देरी के कारण जयपुर देरी से पहुंचे और सभा समाप्त होने के बाद एयरपोर्ट पर ही रह गए।
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